3000 कर्मचारियों को हायर करेगा HDFC Bank, 207 नए ब्रांच खोलने की योजना
नई शाखाएं पूरे महाराष्ट्र में फैली होंगी और सभी 34 जिलों को कवर करेंगी. बैंक ने कहा कि नई शाखाओं में से 90 महानगरों और शहरी क्षेत्रों में होंगी, जबकि शेष 117 अर्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों में खोली जाएंगी.
निजी क्षेत्र का एचडीएफसी बैंक महाराष्ट्र में अपने नेटवर्क का विस्तार करने के लिए चालू वित्त वर्ष के दौरान 3,000 से अधिक लोगों को हायर करेगा. बैंक ने बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्य में 207 नयी बैंक शाखाएं और 80 स्मार्ट बैंकिंग लॉबी खोलने का लक्ष्य रखा है.
नई शाखाएं पूरे महाराष्ट्र में फैली होंगी और सभी 34 जिलों को कवर करेंगी. बैंक ने कहा कि नई शाखाओं में से 90 महानगरों और शहरी क्षेत्रों में होंगी, जबकि शेष 117 अर्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों में खोली जाएंगी.
एचडीएफसी ने कहा कि डिजिटली सक्षम ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई स्मार्ट बैंकिंग लॉबी को 16 जिलों में स्थापित किया जाएगा और 24 घंटे और 7 दिनों तक चालू रहेगा. स्मार्ट बैंकिंग लॉबी 16 जिलों में स्थित होंगे. ये शहर अहमदनगर, अकोला, अमरावती, औरंगाबाद, धुले, जलगांव, मुंबई, नागपुर, नंदुरबार, नासिक, नवी मुंबई, पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी, ठाणे और वर्धा हैं.
स्मार्ट सेंटर्स द्वारा ऑफर की जाने वाली सेवाओं में बचत खाते सेट करना, पता बदलना और चेक बुक के लिए अनुरोध शामिल होगा.
एचडीएफसी बैंक के शाखा बैंकिंग प्रमुख अभिषेक देशमुख ने कहा कि विस्तार योजना के साथ, हमारी उपस्थिति और बढ़ेगी और यह 3,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार भी पैदा करेगी. राज्य के 29 जिलों में बैंक का ऋण से जमा 100 प्रतिशत से अधिक है. वर्तमान में बैंक का नेटवर्क हर जिले और राज्य के 280 से अधिक तालुकाओं में है.
बता दें कि, अप्रैल में देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक में विलय की घोषणा की थी. पहले चरण में एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट्स और एचडीएफसी होल्डिंग्स का विलय एचडीएफसी लिमिटेड में किया जाएगा. फिर दूसरे चरण में उस एकीकृत कंपनी का एचडीएफसी बैंक में विलय कर दिया जाएगा.
इसमें कहा गया था कि करीब 40 अरब डॉलर के इस अधिग्रहण सौदे से वित्तीय सेवा क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी अस्तित्व में आएगी. प्रस्तावित इकाई का संयुक्त रूप से संपत्ति आधार करीब 18 लाख करोड़ रुपये होगा.
एचडीएफसी बैंक को इस विलय के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है. यह भारत के कॉरपोरेट इतिहास में संभवत: सबसे बड़ा विलय होने जा रहा है.
पिछले महीने की शुरुआत में एचडीएफसी लिमिटेड ने कहा था कि एचडीएफसी इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड और एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक में विलय करने के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष एक आवेदन दाखिल किया गया है.
Edited by Vishal Jaiswal