Whatsapp की बड़ी कार्रवाई, एक महीने में 23 लाख से अधिक भारतीय अकाउंट्स बंद किए
भारत सहित दुनियाभर में फेक न्यूज और हेट स्पीच को लेकर आलोचना का शिकार होने वाले मैसेजिंग ऐप व्हॉट्सएप ने जून, 2022 में 22 लाख से अधिक भारतीय खातों को अपने शिकायत निवारण चैनल के माध्यम से प्राप्त शिकायतों और उल्लंघनों के आधार अपने तंत्र के माध्यम से प्रतिबंधित कर दिया गया था.
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म Whatsapp ने जुलाई, 2022 के दौरान 23.87 लाख से अधिक भारतीय अकाउंट्स पर बैन लगाया है. इसमें से 14 लाख से अधिक अकाउंट्स को यूजर्स द्वारा किसी भी शिकायत से पहले हटा दिया गया. व्हॉट्सएप ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि जुलाई के आंकड़े चालू वित्त वर्ष के किसी भी महीने में अबतक सबसे अधिक हैं.
भारत सहित दुनियाभर में फेक न्यूज और हेट स्पीच को लेकर आलोचना का शिकार होने वाले मैसेजिंग ऐप व्हॉट्सएप ने जून, 2022 में 22 लाख से अधिक भारतीय खातों को अपने शिकायत निवारण चैनल के माध्यम से प्राप्त शिकायतों और उल्लंघनों के आधार अपने तंत्र के माध्यम से प्रतिबंधित कर दिया गया था. वहीं, मई में कंपनी ने इस तरह के 19 लाख, अप्रैल में 16 लाख और मार्च में 18.05 लाख खतों को बंद किया था.
पिछले साल लागू हुए नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत बड़े डिजिटल मंच (50 लाख से अधिक यूजर्स वाले) को हर महीने अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करना, प्राप्त शिकायतों और की गई कार्रवाई के विवरण का उल्लेख करना अनिवार्य है.
व्हॉट्सएप ने अपनी मासिक अनुपालन रिपोर्ट में कहा, ‘‘एक जुलाई, 2022 और 31 जुलाई, 2022 के बीच 23,87,000 खातों पर प्रतिबंध लगाया. इनमें से 14,16,000 खातों को यूजर्स की किसी भी रिपोर्ट से पहले सक्रिय रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया था.’’
बता दें कि, इससे पहले व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी मेटा ने जानकारी दी थी कि जुलाई में भारत में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर 2.7 करोड़ पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की गई है. कंपनी ने सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 का पालन करने के लिए फेसबुक पर 2.5 करोड़ पोस्ट और इंस्टाग्राम पर 20 लाख पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की.
कंपनी ने बताया कि फेसबुक पर 1.73 करोड़ स्पैम कंटेंट के खिलाफ कार्रवाई की गई. इसके बाद ‘एडल्ट न्यूडिटी और सेक्सुअल एक्टिविटी’ से संबंधित 27 लाख पोस्ट और ‘हिंसक और ग्राफिक सामग्री’ से संबंधित 23 लाख पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की.
Edited by Vishal Jaiswal