नया बिजनेस शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो पहले ये पढ़ें- “कैसे लिखते हैं बिजनेस प्रपोजल”
बिजनेस प्रपोजल लिखना कोई आसान काम नहीं. यह अपने आप में एक क्रिएटिव आर्ट है. लेकिन साथ ही यह अर्जित कौशल भी है.
किसी भी बिजनेस को शुरू करने का पहला कदम है बिजनेस प्रपोजल बनाना. बिजनेस शुरू करने के लिए आपको दो तरह के लोगों की जरूरत पड़ती है- इन्वेस्टर्स और पार्टनर्स. इन दोनों ही तरह के लोगों को आकर्षित करने के लिए जरूरी है कि आपका बिजनेस प्रपोजल बहुत प्रभावी हो. उसे पढ़कर किसी को यह विश्वास हो कि यह एक क्रिएटिव और दूरदर्शी आइडिया है और इसमें सफल हो सकने की सारी संभावनाएं मौजूद हैं.
लेकिन बिजनेस प्रपोजल लिखना कोई आसान काम नहीं. यह अपने आप में एक क्रिएटिव आर्ट है. लेकिन साथ ही यह अर्जित कौशल भी है.
आइए आज हम आपको बताते हैं कि बिजनेस प्रपोजल कैसे लिखा जाता है और उसे लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
संक्षिप्त भूमिका (executive summary)
यह आपके बिजनेस प्लान का पहला स्टेप है. यूं समझ लीजिए कि ये किताब का पहला पन्ना यानि उसकी भूमिका है. जैसेकि आपसे कोई आपका परिचय पूछे तो आप 4-5 वाक्यों में अपने बारे में कौन सी जरूरी बातें बताएंगे. आपका नाम, उम्र, आपकी एजूकेशन, आप कहां और क्या काम करते हैं इत्यादि. इसी तरह इस समरी में आप बताएं कि यह बिजनेस क्या है, किस चीज के बारे में है, इसके पीछे क्या सोच, मिशन है, आप क्या प्रोडक्ट या सर्विस प्रदान करेंगे और बिजनेस का वित्तीय स्वरूप क्या होगा. यह सारी बातें बहुत संक्षेप में आनी चाहिए.
आप किसी के पास भी अपना बिजनेस प्लान लेकर जाएंगे तो सबसे पहले वह समरी ही पढ़ेगा. इसलिए उसकी भाषा ऐसी होनी चाहिए कि उसे पढ़कर ही प्लान के बारे में जानने में रुचि जागे.
कंपनी का विवरण (Company Description)
अगला स्टेप है कंपनी के बारे में सभी तथ्यात्मक जानकारियां. जैसेकि
- कंपनी का रजिस्टर्ड नाम.
- कंपनी का पता.
- कंपनी से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों का नाम, उनका संक्षिप्त परिचय, उनका स्किल एरिया और कंपनी में उनकी जिम्मेदारी.
इसके बाद कंपनी के विवरण में क्रमवार यह सारी जानकारियां होनी चाहिए-
- बिजनेस कब से शुरू करने की योजना है
- कंपनी में कितना शुरुआती इन्वेस्टमेंट होगा. अब तक कितना इन्वेस्टमेंट हो चुका है.
- यह किस चीज का बिजनेस है और किस सेक्टर के अंतर्गत आता है.
- कंपनी का विजन क्या है.
- कंपनी का लीगल स्ट्रक्चर क्या है
प्रोडक्ट या सर्विस का विवरण (Product or service detail)
इस सेक्शन को कंपनी के विवरण के अंतर्गत भी रख सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा यदि इसे अलग से एक सबहेड के तरह लिखा जाए क्योंकि आखिरकार प्रोडक्ट ही किसी कंपनी के केंद्र में होता है. इस सेक्शन में क्रमवार प्रोडक्ट के बारे में ये सारी जानकारियां होनी चाहिए-
- कंपनी का मुख्य प्रोडक्ट क्या है. यह कोई उत्पाद या सर्विस कुछ भी हो सकता है.
- यह प्रोडक्ट क्यों जरूरी है और उसका कितना बड़ा मार्केट है.
- इस उत्पाद की उपयोगिता क्या है.
- ग्राहक बाजार में उपलब्ध वैसे ही किसी प्रोडक्ट को छोड़कर आपका प्रोडक्ट क्यों खरीदेंगे.
- वो कौन सी बात है, जो बाजार के मौजूदा उत्पादों के बीच आपको यूनीक बनाती है.
बिजनेस का लक्ष्य (Business Goals)
यह बिजनेस प्लान का अगला स्टेप है, जिसमें आपको विस्तार से यह बताने की जरूरत है कि इस बिजनेस का लक्ष्य क्या है. आप किस बाजार और कंज्यूमर ग्रुप को टारगेट कर रहे हैं और आने वाले दो सालों में कितने बड़े बाजार को कैप्चर करने और कितना प्रॉफिट हासिल करने का लक्ष्य लेकर
चल रहे हैं.
मार्केट रिसर्च (Market Research)
यह किसी भी बिजनेस प्रपोजल का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. अमूमन आप दो तरह के लोगों के पास अपना बिजनेस प्रपोजल लेकर जाते हैं. या तो वह व्यक्ति संभावित इंवेस्टर होगा या फिर कोई ऐसा व्यक्ति, जिसके साथ आप पार्टनरशिप या कोलैबोरेशन की संभावना देख रहे हैं.
दोनों ही तरह के व्यक्तियों के लिए आप पर और आपके बिजनेस प्रपोजल पर भरोसा करने के लिए यह जरूरी है कि बिजनेस की आपकी रिसर्च और समझ दोनों तगड़ी हो. इसलिए किसी भी बिजनेस प्रपोजल में यह मार्केट रिसर्च वाला हिस्सा बहुत महत्वपूर्ण होता है.
इस हिस्से में विस्तार से इन पहलुओं पर रौशनी डालें-
- जिस प्रोडक्ट को लेकर आप बाजार में उतर रहे हैं, उस प्रोडक्ट का मार्केट कितना बड़ा है.
- उस प्रोडक्ट की मार्केट हिस्ट्री क्या है. अतीत में किस तरह के जोखिम आए हैं. कौन से प्रोडक्ट और कंपनियां बड़े हुए, कौन से मार्केट से बाहर हो गए और उसकी वजह क्या रही.
- आपकी प्रतिस्पर्द्धा जिन कंपनियों से है, उनका मार्केट साइज और शेयर क्या है.
- आपका टारगेट कस्टमर कौन है. उसकी बाइंग कैपेसिटी क्या है.
- चूंकि बाजार बहुत अनप्रेडिक्टेबल है, हर दिन बदल रहा है तो ऐसे संभावित बदलावों और उनसे पैदा होने वाले जोखिमों के लिए आप कितना तैयार हैं.
- अपने प्रतिस्पर्द्धी के मुकाबले आपकी ताकत और आपकी कमजोरी क्या है.
मार्केटिंग और सेल्स प्लान (marketing and sales plan)
प्रोडक्ट के विवरण के अलावा यह किसी भी बिजनेस प्रपोजल का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस हिस्से में इन पहलुओं के बारे में विस्तार से लिखें –
- आप किस तरह अपने प्रोडक्ट को बाजार में उतारेंगे और बेचेंगे.
- आपकी प्लानिंग और स्ट्रेटजी क्या होगी.
- आप कैसे प्रोडक्ट को प्रमोट करेंगे.
- कैसे अपने पोटेंशियल ग्राहक तक पहुंचेंगे.
- आपकी प्राइसिंग पॉलिसी क्या होगी.
- अलग-अलग वर्ग के ग्राहकों तक पहुंचने के लिए आपकी यनीक स्ट्रेटजी क्या होगी.
- आपकी सेल्स प्लानिंग क्या होगी. आप किन जरियों से प्रोडक्ट बेंचगे.
वित्तीय जानकारी (Financial Information)
यह बिजनेस प्रपोजल का आखिरी हिस्सा है. यहां आपको ठोस आंकड़ों और नंबर में बात करनी है.
- इस बिजनेस के लिए आपको कितना लोन लेना है.
- बिजनेस पार्टनर्स के शेयर्स और उनका हिस्सा कितना है.
- आप लोन किस तरह चुकाएंगे.
- देनदारों की सिक्योरिटी क्या है.
- संभावित बिजनेस पार्टनर्स बिजनेस से कितना लाभ हासिल करेंगे. (नंबर में.)
- आय के स्रोत क्या-क्या होंगे.
परिशिष्ट (appendix)
उपरोक्त सारी जानकारियों के अलावा और कोई फुटकर लेकिन जरूरी बात को अंत में परिशिष्ट में लिखा जा सकता है.
Edited by Manisha Pandey