Hyundai Motor India IPO: अगले हफ्ते खुलेगा 27,870 करोड़ रुपये का IPO, जानिए खास बातें...
कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए 1,865 रुपये से 1,960 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के बीच प्राइस बैंड तय किया है. निवेशक कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसमें सात शेयर शामिल हैं, साथ ही सात के गुणकों में अतिरिक्त शेयरों के लिए आवेदन करने का विकल्प भी है.
हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ (Hyundai Motor India IPO) का लंबे समय से निवेशकों को इंतजार है. लेकिन अगले हफ्ते, 15 अक्टूबर को यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है, जिसका निर्गम 17 अक्टूबर को बंद होगा. इस आईपीओ के जरिए ऑटोमेकर कंपनी की योजना लगभग 27,870 करोड़ रुपये जुटाने की है, जो हाल के समय में सबसे बड़े आईपीओ में से एक है.
3 अरब (बिलियन) डॉलर का आईपीओ पहले 14 अक्टूबर को एक दिन के लिए एंकर निवेशकों के लिए खुलेगा.
कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए 1,865 रुपये से 1,960 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के बीच प्राइस बैंड तय किया है. निवेशक कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसमें सात शेयर शामिल हैं, साथ ही सात के गुणकों में अतिरिक्त शेयरों के लिए आवेदन करने का विकल्प भी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ को गैर-सूचीबद्ध बाजार में काफी दिलचस्पी देखने को मिल रही है. वर्तमान ग्रे मार्केट प्रीमियम 147 रुपये प्रति शेयर है, जो निर्गम मूल्य से 7.5% प्रीमियम का संकेत देता है.
आवंटन को अंतिम रूप 18 अक्टूबर को दिए जाने की उम्मीद है. सफल आवेदक 21 अक्टूबर तक अपने डीमैट खातों में जमा शेयरों की उम्मीद कर सकते हैं. हुंडई मोटर इंडिया 22 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर शेयर बाजार में अपनी शुरुआत करने के लिए तैयार है.
आईपीओ में पूरी तरह से प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी द्वारा ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल होगा, जो 14.2 करोड़ इक्विटी शेयर बेच रही है. उल्लेखनीय है कि आईपीओ के हिस्से के रूप में शेयरों का कोई फ्रेश इश्यू नहीं है.
कुल आईपीओ में से 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) के लिए और शेष 35% खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है.
हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ को कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, HSBC सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया), जेपी मॉर्गन इंडिया और मॉर्गन स्टेनली इंडिया सहित शीर्ष मर्चेंट बैंकरों द्वारा मैनेज किया जा रहा है. केफिन टेक्नोलॉजीज आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार के रूप में काम करेगी.
हुंडई का आईपीओ दो दशकों में किसी भारतीय वाहन निर्माता द्वारा पहली सार्वजनिक पेशकश होगी, 2003 में मारुति सुजुकी की शुरुआत के बाद. यह आईपीओ ऐसे समय में आया है जब भारतीय शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच रहे हैं, और नई कंपनियों के सार्वजनिक होने की लहर चल रही है.
गौरतलब हो कि हुंडई मोटर इंडिया भारत में दूसरी सबसे बड़ी मूल उपकरण निर्माता (OEM) और यात्री वाहनों की दूसरी सबसे बड़ी निर्यातक है. कंपनी के पास वर्तमान में घरेलू बाजार में 14.6% की हिस्सेदारी है.