नौकरी चली गई तो इस बीटेक वाले ने बिरयानी में ढूंढ लिया अपना करियर
दीपक की बिरयानी 40 रुपये और 60 रुपये प्रति प्लेट की दर से मिलती है। इस कम कीमत के बावजूद दीपक का मानना है कि वो बिरयानी की क्वालिटी के समझौता नहीं कर सकते हैं।
"दीपक ने फ़रीदाबाद के एक जाने-माने कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में बीटेक की डिग्री हासिल की और इसके बाद वो एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के चलते परिस्थितियाँ ऐसी बदलीं कि न सिर्फ उनकी नौकरी चली गई बल्कि उनके सामने सर्वाइवल का भी संकट आ खड़ा हुआ।"
कोरोना वायरस संक्रमण ने एक बार फिर से देश को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है और इस समय देश का हर हिस्सा एक बार फिर से पूरी दमखम के साथ इस महामारी का सामना कर रहा है। बीते साल जब कोरोना संक्रमण की पहली लहर के साथ देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई थी तब बड़ी तादाद में लोगों से उनका रोजगार और नौकरियाँ छिन गई थीं, ऐसे में लाखों लोगों के लिए परिस्थितियाँ बदतर हो गईं, लेकिन उनमे से कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होने ना सिर्फ उस कठिन समय को पार किया बल्कि खुद के भी एक नई दिशा ईजाद की।
ऐसे ही एक शख्स हैं दीपक, जिन्होने बीटेक करने के बाद एक कंपनी में नौकरी शुरू की थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद हालत बिगड़ गए और उनकी नौकरी चली गई, जिसके बाद दीपक ने जो किया वो अब सबके लिए प्रेरणाश्रोत है।
कर रहे थे MNC में काम
दीपक ने फ़रीदाबाद के एक जाने-माने कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन में बीटेक की डिग्री हासिल की और इसके बाद वो एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के चलते परिस्थितियाँ ऐसी बदलीं कि न सिर्फ उनकी नौकरी चली गई बल्कि उनके सामने सर्वाइवल का भी संकट आ खड़ा हुआ।
परिवार के पालन-पोषण का पूरा जिम्मा दीपक के ही सिर था। दीपक के परिवार में उनके अलावा उनकी पत्नी और एक बेटा है, ऐसे में सभी के पालन-पोषण के लिए दीपक को जल्द ही कोई कदम उठाना था और दीपक ने ऐसा किया भी।
कार और बिरयानी
अपने एक इंटरव्यू में दीपक ने बताया है कि उनके खाना बनाना अच्छा लगता है और बिरयानी वो और भी अच्छी बना लेते हैं, यहीं से दीपक के लिए एक नया रास्ता खुलकर सामने आया। दीपक मानते हैं कि कई इलाकों में लोगों को असल बिरयानी का स्वाद मालूम ही नहीं है, ऐसे में यह उनके लिए एक बड़े मौके जैसा था।
दीपक ने हैदराबादी वेज बिरयानी रेसिपी के साथ आगे बढ़ने का मन बनाया। कार में सजे दीपक के इस स्टॉल की खासियत ये भी है कि उनकी बिरयानी देसी घी के साथ तैयार की जाती है, इसी के साथ इस वेज दम बिरयानी में ड्राई फ्रूट्स का भी इस्तेमाल किया जाता है। दीपक की यह बड़ी खास बिरयानी आज इलाके में ‘B.TECH वेज दम बिरयानी’ के नाम से मशहूर है।
महक से खिंचे चले आते हैं ग्राहक
दीपक का स्टॉल फरीदाबाद के सेक्टर 9 में हुडा मार्केट के पास लगता है। दीपक का कहना है कि बिरयानी की खासियत उसकी महक में छिपी हुई होती है, ऐसे में अगर आप बिरयानी खा रहे हैं और इसमें खुशबू नहीं आ रही है इसका मतलब वह ऑथेंटिक बिरयानी नहीं है। दीपक की बिरयानी में ईलाईची, पुदीने रोज़ वाटर और केवड़े की खुशबू मिलती है। इसी के साथ बिरयानी को पूरी तरह से देशी घी में ही तैयार किया जाता है।
कीमत के मामले में भी यह बिरयानी सभी ग्राहकों के लिए बिल्कुल सुलभ है। दीपक की बिरयानी 40 रुपये और 60 रुपये प्रति प्लेट की दर से मिलती है। इस कम कीमत के बावजूद दीपक का मानना है कि वो बिरयानी की क्वालिटी के समझौता नहीं कर सकते हैं। दीपक के अनुसार उनकी नौकरी भले ही चली गई हो, लेकिन अब वो अपने पैशन के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
Edited by Ranjana Tripathi