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भारत दुनिया का 8वां सबसे प्रदूषित देश, पिछले 5वें पायदान से फिसला: रिपोर्ट

स्विट्जरलैंड की कंपनी IQAir ने मंगलवार को 'वर्ल्ड एयर क्वालिटी' (World Air Quality) रिपोर्ट जारी की. इसमें कहा गया है कि भारत 2022 में दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश है, जो पिछले साल पांचवें स्थान से फिसल गया है. आंकड़ों के अनुसार, सबसे प्रदूषित भारतीय शहरों का PM2.5 स्तर 53.3 है.

दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर की रैंकिंग में दो भारतीय शहर हैं दिल्ली के बाहरी इलाके में भिवाड़ी, जिसका प्रदूषण स्तर 92.7 था, और दिल्ली 92.6 पर था.

IQAir फेफड़ों को नुकसान पहुँचाने वाले वायुजनित कणों, जिन्हें PM2.5 के रूप में जाना जाता है, की सघनता के आधार पर वायु गुणवत्ता स्तरों को मापता है. इसका वार्षिक सर्वे शोधकर्ताओं और सरकारी संगठनों द्वारा व्यापक रूप से उद्धृत किया गया है.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रति घन मीटर 5 माइक्रोग्राम की अधिकतम PM2.5 सांद्रता की सिफारिश करता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान ने मध्य और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सबसे खराब वायु गुणवत्ता का अनुभव किया, जहां लगभग 60% आबादी उन क्षेत्रों में रहती है जहां PM2.5 कणों की सांद्रता WHO के अनुशंसित स्तरों से कम से कम सात गुना अधिक है.

स्विस एयर प्यूरीफायर निर्माता के द्वारा वार्षिक वैश्विक सर्वे के अनुसार, पाकिस्तान में लाहौर ने 2022 में दुनिया में सबसे खराब हवा वाला शहर बनने के लिए 10 से अधिक स्थानों की छलांग लगाई. लाहौर की हवा की गुणवत्ता 2021 में 86.5 से प्रति घन मीटर PM2.5 कणों के 97.4 माइक्रोग्राम तक खराब हो गई, जिससे यह विश्व स्तर पर सबसे प्रदूषित शहर बन गया.

पाकिस्तान, जिसके 2022 में सबसे खराब हवा वाले पांच शहरों में से दो थे, 70.9 पर देशव्यापी रैंकिंग में तीसरे स्थान पर रहा, उसके बाद बहरीन 66.6 पर था.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मध्य अफ्रीका में चाड ने पिछले साल सबसे प्रदूषित हवा वाले देश के रूप में बांग्लादेश को पीछे छोड़ दिया था. जबकि चाड का औसत स्तर 89.7 था, इराक, जो किसी देश के लिए दूसरी सबसे प्रदूषित हवा थी, का औसत 80.1 था.

शीर्ष 20 में एकमात्र चीनी शहर होटन, PM2.5 के 94.3 स्तर के साथ लाहौर से पीछे है. 2021 में इसका PM2.5 स्तर 101.5 था.

2021 से बांग्लादेश की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ, जब इसे सबसे खराब हवा वाले देश के रूप में टैग किया गया था. ताजा रिपोर्ट में यह पांचवें स्थान पर है, PM2.5 का स्तर 76.9 से घटकर 65.8 पर आ गया है, रॉयटर्स ने बताया.

रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व स्तर पर 10 में से एक व्यक्ति ऐसे क्षेत्र में रह रहा है जहां वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए खतरा है.

अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र गुआम में 1.3 PM2.5 की सांद्रता के साथ किसी भी देश की तुलना में स्वच्छ हवा थी, जबकि कैनबरा में 2.8 के साथ राजधानी के लिए सबसे स्वच्छ हवा थी.

आपको बता दें कि इस इंडेक्स को 131 देशों, क्षेत्रों में 7,300 से अधिक स्थानों में 30,000 से अधिक वायु गुणवत्ता मॉनिटरों के डेटा का उपयोग करके तैयार किया गया था.