भारत में कितने % महिला कर्मचारी ‘समान वेतन’ को लेकर आश्वस्त हैं? सर्वे में हुआ खुलासा
हाल ही में एक सर्वे में सामने आया है कि भारत में महिला ब्लू कॉलर कर्मचारियों (Indian female blue collar employees) का एक बड़ा हिस्सा आश्वस्त है कि उन्हें समान वेतन (equal pay) मिलता है. जॉब साइट
की रिपोर्ट 'द पल्स ऑफ इंडियाज ब्लू कॉलर वर्कफोर्स' (The Pulse of India's Blue Collar Workforce) के अनुसार, 95 प्रतिशत से अधिक भारतीय महिला ब्लू कॉलर कर्मचारियों को विश्वास है कि उन्हें समान वेतन मिलता है और 93 प्रतिशत पुरुष कर्मचारियों ने भी यही कहा है.ब्लू कॉलर सेगमेंट में 508 नियोक्ताओं और 1,001 कर्मचारियों के साथ Indeed की ओर से Censuswide द्वारा शोध किया गया था.
सर्वे ने भारत में ब्लू कॉलर वर्कफोर्स के बीच पुरुषों और महिलाओं के प्रतिनिधित्व की स्थिति की जांच की और पाया कि विविधता और कार्य संस्कृति के मामले में ब्लू कॉलर संगठन कैसे मापते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, Indeed की सोशल इम्पैक्ट मैनेजर संजुक्ता घोष ने कहा, "हमारे डेटा से पता चलता है कि जब समान वेतन, समान लिंग प्रतिनिधित्व के महत्व और इसके लाभों की बात आती है तो ब्लू कॉलर वाले पुरुष और महिलाएं कमोबेश एक ही बात पर सहमत होते हैं."
सर्वे में आगे कहा गया है कि वेतन असमानता के मामले में, 70 प्रतिशत महिला कर्मचारियों ने कहा कि वे अपने बॉस से बात करेंगी जबकि 65 प्रतिशत पुरुषों और 23 प्रतिशत पुरुष कर्मचारियों ने कहा कि वे 18 प्रतिशत महिलाओं की तुलना में नौकरी छोड़ देंगे.
हालाँकि, अभी भी चुनौतियाँ हैं जो प्रबल हैं. महिलाओं की सहायता के लिए सहायक प्रणालियों की कमी (56 प्रतिशत), लैंगिक समानता के बारे में शिक्षा की कमी (53 प्रतिशत) और सामाजिक विचार (49 प्रतिशत) लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए प्रमुख बाधाएँ हैं.
इनसे निपटने के लिए, नियोक्ता अपनी कंपनी के भीतर लैंगिक समानता हासिल करने के लिए प्रक्रियाओं और प्रणालियों को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं.
वर्तमान में, शीर्ष चार चीजें जो नियोक्ता सर्वे कर रहे हैं, पुरुष और महिला कर्मचारियों को समान नौकरी की भूमिका के लिए समान वेतन की पेशकश कर रहे हैं, पुरुष और महिला कर्मचारियों को समान प्रोत्साहन दे रहे हैं, यौन उत्पीड़न और लैंगिक भेदभाव के लिए शून्य सहिष्णुता और लैंगिक रूढ़िवादिता / गैर-समावेशी भाषा काे उपयोग से परहेज कर रहे हैं. ये बातें सर्वे में कही गई हैं.
इसके अलावा, एक अलग सर्वे में सामने आया है कि 2023 में भारत में सैलरी में 10.3% की वृद्धि होने की उम्मीद है. यह 2022 में 10.6% की वास्तविक वृद्धि से मामूली कमी है. ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विसेज कंपनी AON द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वे से पता चला है.
रिपोर्ट के अनुसार, टेक सेक्टर में औसत वेतन वृद्धि लगभग 10.8% होगी जबकि रिटेल सेक्टर में यह लगभग 9.7% होगी.