इंडियन नेवी की नौकरी छोड़कर दो भाईयों ने कैसे खड़ी कर दी 300 करोड़ वैल्यूएशन वाली कंपनी
नोएडा स्थित Yes Madam देश की ब्यूटी और वेलनेस इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है. दिसंबर, 2016 में आदित्य आर्य और मयंक आर्य (दो भाईयों) ने मिलकर इसकी शुरुआत की थी. मयंक ने हाल ही में YourStory से बात करते हुए कंपनी के बिजनेस मॉडल, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.
हाइलाइट्स
- Yes Madam भारत के सबसे किफायती होम सैलून, ब्यूटी और वेलनेस टेक प्लेटफॉर्म्स में से एक है.
- Yes Madam ऐप के जरिए महिलाएं अपने घरों पर पेशेवर ब्यूटीशियन बुला सकती हैं.
- कंपनी के बिजनेस मॉडल में प्रोडक्ट और सर्विस चार्ज को अलग-अलग माना जाता है.
- Yes Madam ने हाल ही में इंटरनेशनल ब्रांड Equity Magazine द्वारा आयोजित Bharat Startup Awards में वर्ष 2023-24 का B2C स्टार्टअप अवार्ड जीता है.
भारत में ब्यूटी और वेलनेस बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है और एक प्रमुख उद्योग बनता जा रहा है. देश में फल-फूल रही यह इंडस्ट्री बढ़ती डिस्पोजेबल आय और युवाओं में ब्यूटी प्रोडक्ट्स के बारे में बढ़ती जागरूकता का परिणाम है.
ब्यूटी सर्विसेज की मांग कामकाजी महिलाओं की बढ़ती संख्या को भी दर्शाती है, जो इन सर्विसेज पर खूब खर्चा कर रही हैं.
KPMG की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की ब्यूटी और वेलनेस इंडस्ट्री 20.6 प्रतिशत की CAGR (Compound annual growth rate) से बढ़ रही है और 2025 के अंत तक इसके 20 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है.
इंडस्ट्री के ये आंकड़ें सैलून और स्पा की बढ़ती संख्या, नए प्रोडक्ट्स के लॉन्च होने और बाजार में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की बढ़ती पैठ के गवाह है.
ऐसे में नोएडा स्थित
देश की ब्यूटी और वेलनेस इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है. दिसंबर, 2016 में आदित्य आर्य (Aditya Arya) और मयंक आर्य (Mayank Arya) (दो भाईयों) ने मिलकर इसकी शुरुआत की थी. मयंक ने हाल ही में YourStory से बात करते हुए कंपनी के बिजनेस मॉडल, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.बता दें कि मयंक ने अपने करियर की शुरुआत इंडियन नेवी के साथ की थी, जहां वे नेविगेशन सेक्शन में ऑफिसर थे. लेकिन आगे चलकर उन्होंने स्टार्टअप करने का फैसला किया.
क्या करता है Yes Madam
Yes Madam भारत के सबसे किफायती होम सैलून, ब्यूटी और वेलनेस टेक प्लेटफॉर्म्स में से एक है. कंपनी का मकसद अपने स्वदेशी प्लेटफॉर्म के जरिए लाखों पेशेवरों को सशक्त बनाने के साथ-साथ सस्ती और पारदर्शी सेवाओं के जरिए ब्यूटी इंडस्ट्री को व्यवस्थित करना है.
को-फाउंडर मयंक बताते हैं, "Yes Madam ऐप के जरिए महिलाएं अपने घरों पर पेशेवर ब्यूटीशियन बुला सकती हैं. ये ब्यूटीशियन हाइजैनिक पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं और अपनी सेवाओं के लिए उचित दर चार्ज करते हैं. यानि कि यह प्लेटफॉर्म महिलाओं को अपना समय और पैसा बचाने के साथ-साथ खुद को संवारने में सक्षम बनाता है."
मयंक के मुताबिक, Yes Madam के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी जिन तीन मोर्चों पर ग्राहकों को खुश करने में विफल रहे हैं, लेकिन Yes Madam ने उन्हें खुश किया, वे हैं:
● सर्विस देने वाले पेशेवरों ने सर्विस एक्सपीरियंस से पहले 15-दिन की ट्रेनिंग ली. यह न केवल उन्हें अपनी स्किल्स निखारने में मदद करता है बल्कि नए पेशेवरों के सशक्तिकरण और हायरिंग का भी ख्याल रखता है और प्रति ग्राहक सर्विस देने वालों की संख्या बढ़ाता है.
● Yes Madam ने एक प्रति मिनट मॉडल शुरू किया, जिसके द्वारा ग्राहकों को पूरी पारदर्शिता के साथ अत्यधिक सस्ती सेवाओं का लाभ मिलता है.
● ग्राहकों को अपने खुद के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने की आजादी देकर, कंपनी ने प्रामाणिकता और विश्वास का वातावरण बनाया है.
ग्राहक ऐप या वेबसाइट पर प्रोडक्ट और सर्विस के लिए कितना पेमेंट कर रहे हैं, इसके बारे में स्पष्ट जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा, अगर उनके पास खुद के प्रोडक्ट हैं, तो वे उन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसा करने से वे कुछ पैसे और बचा सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ग्राहक खुश होते हैं और एक सकारात्मक अनुभव होता है.
बिजनेस मॉडल
सैलून इंडस्ट्री में पारदर्शिता की कमी को देखते हुए मयंक और आदित्य आर्य ने इस खास मॉडल को चुना.
मयंक बताते हैं, "Yes Madam के बिजनेस मॉडल में प्रोडक्ट और सर्विस चार्ज को अलग-अलग माना जाता है. साथ ही ग्राहकों को अपने खुद के प्रोडक्ट्स का उपयोग करने की पूरी आजादी है. इससे वे अधिक सहज महसूस करते हैं. जो प्रोडक्ट लगाया जाता है वह मोनो-डोज़ में आता है जो इस बात की गारंटी देता है कि मौजूदा प्रोडक्ट पैकेजिंग में कोई डुप्लिकेट प्रोडक्ट फिर से नहीं भरा जा सकता है."
कंपनी घर पर सैलून सेवाएं मुहैया करती हैं. मयंक बताते हैं, "ग्राहक Yes Madam ऐप से अपनी पसंद के सैलून और स्पा सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं. अपनी सुविधा के हिसाब से स्लॉट बुक कर सकते हैं. प्रोडक्ट की कीमत का पता कर सकते हैं, और अगर उन्हें हमारे प्रोडक्ट नहीं चाहिए, तो वे 'अनचेक' कर सकते हैं. ग्राहक अपने अनुभव के आधार पर सेवा देने वाले पेशेवरों का चयन भी कर सकते हैं और घर पर सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं."
फंडिंग और रेवेन्यू
Yes Madam की स्थापना के दौरान, को-फाउंडर्स आदित्य और मयंक ने मिलकर अपनी व्यक्तिगत बचत से पैसे लगाए. हालांकि, मयंक ने ये खुलासा नहीं किया कि दोनों भाईयों ने कितना निवेश किया. कंपनी अभी तक बूटस्ट्रैप्ड है और इसने कोई ऐंजल या सीड फंडिंग नहीं जुटाई है.
कंपनी के रेवेन्यू मॉडल के बारे में समझाते हुए मयंक बताते हैं, "Yes Madam की प्रति मिनट सर्विस की लागत मुख्य रूप से ऐप पर ब्यूटीशियन की रेटिंग और अन्य कारकों पर निर्भर करती है. उदाहरण के लिए, 7-स्टार रेटेड Yes Madam ब्यूटीशियन 8 रुपये प्रति मिनट चार्ज करता है और 5-स्टार रेटिंग वाला व्यक्ति 6 रुपये प्रति मिनट लेता है. पीक आवर्स (सुबह और शाम 7 से 9 बजे) में, ग्राहकों को Yes Madam की सौंदर्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रति मिनट 10 रुपये अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं."
रेवेन्यू के आंकड़ों का खुलासा करते हुए मयंक बताते हैं, "कंपनी का वर्तमान रेवेन्यू 75 करोड़ के करीब है, और इस वर्ष के अंत तक 100 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है. जहां तक बात आती है कंपनी की वैल्यूएशन की तो यह वित्त वर्ष 2022-23 में 300 करोड़ रुपये है."
Yes Madam की USP
कंपनी की USP के बारे में पूछे जाने पर को-फाउंडर मयंक आर्य ने बताया:
● Yes Madam की मुख्य यूएसपी में से एक प्रति मूल्य निर्धारण मॉडल (per-pricing model) है. ग्राहक द्वारा चुनी गई सेवा के बावजूद, प्रति मिनट मूल्य निर्धारण संरचना यह सुनिश्चित करती है कि उन्हें उचित सेवा समय के साथ चिह्नित सेवा प्राप्त होगी. इससे ग्राहकों को यह समझने में मदद मिलती है कि उनके द्वारा चुनी गई और भुगतान की जाने वाली सेवा की तुलना में किसी पेशेवर को दी गई सेवा को पूरा करने में कितना समय लगेगा.
● मोनो-डोज़ एक और मूल्यवान यूएसपी है. मोनो-डोज़ प्रोडक्ट एक बार इस्तेमाल के लिए छोटे आकार में आते हैं और इस विशेषता के कारण, ब्रांड यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी प्रोडक्ट एक से अधिक ग्राहक द्वारा इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
● Yes Madam की तीसरी प्रमुख यूएसपी प्रोडक्ट और सर्विस की पारदर्शिता है. यह एक तरह की खासियत है जो ग्राहक को प्रोडक्ट कोस्ट को अनचेक करने और सर्विस के लिए भुगतान करने की अनुमति देती है. इस मामले में, ग्राहक इस्तेमाल के लिए ब्यूटीशियन को अपना प्रोडक्ट दे सकते हैं और उन्हें सिर्फ सेवाओं के लिए पैसे देने होंगे.
चुनौतियां और भविष्य की योजनाएं
इस बिजनेस को खड़ा करने में को-फाउंडर्स को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, इसके जवाब में मयंक बताते हैं, "चूंकि 2016 में होम सर्विसेज का आइडिया थोड़ा सा नया था. ब्यूटीशियनों को बोर्ड पर लाने के लिए राजी करना भी कोई आसान काम नहीं था. हमें एक और चुनौती का सामना करना पड़ा, वह सिस्टम में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए मोनो-डोज़ के लिए बड़े ब्रांडों के साथ गठजोड़ करना था. इसके अलावा, सैलून में काम करने वाले कई ब्यूटीशियनों के पास Yes Madam द्वारा दिए जाने वाले ब्यूटी ट्रिटमेंट्स के बारे में स्किल्स और नॉलेज का अभाव था. इस समस्या को दूर करने के लिए प्लेटफॉर्म ने ब्यूटीशियनों के लिए 15 दिनों का ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया."
आज, मयंक Yes Madam के पास तीन लाख से अधिक ग्राहक होने का दावा करते हैं. कंपनी की भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, "हमारी योजना, पूरे भारत के 100 शहरों को कवर करने और होम सैलून डोमेन में एक नया वर्टिकल पेश करने की है."
बता दें कि Yes Madam ने हाल ही में इंटरनेशनल ब्रांड Equity Magazine द्वारा आयोजित Bharat Startup Awards में वर्ष 2023-24 का B2C स्टार्टअप अवार्ड जीता है.
(नोट: रेवेन्यू के आंकड़ों में सुधार और को-फाउंडर द्वारा कंपनी की वैल्यूएशन के आंकड़े मुहैया कराए जाने के बाद इस स्टार्टअप स्टोरी को फिर से प्रकाशित किया गया है.)