रेलवे ने दस महीनों में टिकट बेचकर कमाए 54,733 करोड़ रुपये कमाए
भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 तक यात्रियों को टिकट बेचकर 54,733 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई दर्ज की है. यह पिछले साल की तुलना में 73 प्रतिशत अधिक है. 2022 में, इसी अवधि के दौरान, रेलवे ने 31,634 करोड़ रुपये कमाए थे.
कोविड-19 के बाद की अवधि में रेलवे यात्री यातायात में भी मजबूत वृद्धि देखी गई है. कोविड-19 महामारी से पहले की अवधि (2019-20) के दौरान यात्रियों की संख्या 809 करोड़ थी, लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 में घटकर 125 करोड़ रह गई. वित्तीय वर्ष 2021-22 में रेलवे का यात्री यातायात सुधर कर 351.9 करोड़ हो गया.
आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 की रिपोर्ट में कहा गया है, "देश भर में बढ़ी हुई गतिशीलता और तेज और प्रतिस्पर्धी ट्रेनों की मांग आने वाले वर्षों में यात्री यातायात में वृद्धि में मदद करेगी."
भारतीय रेलवे के आरक्षित/अनारक्षित यात्रियों और उनसे हुई कमाई पर एक नजर:
आरक्षित यात्री खंड 01 अप्रैल 2022 से 31 जनवरी 2023 तक
राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के अनुसार, आरक्षित यात्री खंड में 7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. पिछले साल 6,181 लाख की तुलना में इस अवधि के दौरान कुल 6,590 लाख यात्रियों ने ट्रेनों की बुकिंग की है.
आरक्षित टिकटों से हुई कमाई
1 अप्रैल, 2022 से 31 जनवरी, 2023 की अवधि के दौरान आरक्षित यात्री खंड से 42,945 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. रेलवे ने पिछले वर्ष की समान अवधि में 29,079 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया, जो कि 48 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
अनारक्षित यात्री खंड
अनारक्षित यात्री खंड में, कुल 45,180 लाख यात्रियों ने अप्रैल से जनवरी 2023 तक टिकट बुक किया है, जबकि 2022 में इसी अवधि के दौरान 19,785 लाख यात्रियों ने टिकट बुक किया था. यह 128 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
अनारक्षित टिकटों से हुई कमाई
अनारक्षित टिकटों से हुई कमाई में पिछले वर्ष की तुलना में 361 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. 1 अप्रैल, 2022 से 31 जनवरी, 2023 के बीच 11,788 करोड़ रुपये की कमाई दर्ज की गई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में रेलवे ने 2,555 करोड़ रुपये कमाए थे.
वहीं, अप्रैल से दिसंबर 2022 के दौरान प्रारंभिक आधार पर भारतीय रेल को यात्री किराए से कुल अनुमानित 48,913 करोड़ रुपये की आय हुई है. सालाना आधार पर इसमें 71 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पिछले साल की इसी अवधि में भारतीय रेल ने 28569 करोड़ रुपये अर्जित किए थे.
आपको बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आम बजट की घोषणा में कहा कि रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ के व्यव का प्रावधान किया गया है. रेलवे के बजट में यह बढ़ोतरी साल 2013-14 के बाद सबसे अधिक है. साल 2013-14 की तुलना में रेलवे के लिए आवंटित किया गया बजट 9 गुना अधिक है.