कचरे से खूबसूरत आर्ट तैयार करते हैं इंदौर के ये आर्टिस्ट, कई प्रदर्शनियों में ले चुके हैं हिस्सा
इंदौर से बड़ी तादाद में कलाकार निकलते हैं और सुनील व्यास उन्हीं खास कलाकारों में से एक हैं। अपनी कला को लेकर सुनील इनोवेशन में विश्वास रखते हैं और अपनी कला के लिए हमेशा स्क्रैप का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।
कचरे को खूबसूरत कलाकृतियों में बदलकर एक कलाकार आज खूब सराहना बटोर रहा है। देश के सबसे स्वच्छ शहर माने जाने वाले इंदौर के रहने वाले सुनील व्यास अपनी पेंटिंग्स और अन्य कलाकृतियों के निर्माण के लिए कचरे और बेकार हो चुकी सामग्रियों का इस्तेमाल करते हैं।
इंदौर से बड़ी तादाद में कलाकार निकलते हैं और सुनील व्यास उन्हीं खास कलाकारों में से एक हैं। अपनी कला को लेकर सुनील इनोवेशन में विश्वास रखते हैं और अपनी कला के लिए हमेशा स्क्रैप का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।
स्क्रैप से कलाकृतियों का निर्माण
सुनील द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों की बात करें तो उन्होंने अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर, रवींद्रनाथ टैगोर, राजकपूर, मोनालिसा और रेखा जैसी बड़ी शख्सियतों की कलाकृतियाँ तैयार कर चुके हैं। इन सभी कलाकृतियों के निर्माण के लिए उन्होंने प्लास्टिक, पेपर के साथ ही लकड़ी व अन्य खराब हो चुकी सामग्री का इस्तेमाल किया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने बताया है कि वे राज्य भर में कई प्रदर्शनियों में हिस्सा लेकर अपनी बनाई हुई कलाकृतियों को बेच चुके हैं और इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने उनकी प्रतिभा की सराहना भी की है।
महामारी के दौरान बढ़ा काम
कोरोना महामारी के दौरान भी सुनील को अधिक मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा है क्योंकि इस दौरान बाज़ार में उन्हें उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों की भारी मांग देखने को मिली है।
मीडिया से बात करते हुए सुनील ने बताया है कि बीते दो वर्षों से जारी कोरोना महामारी के दौरान भी उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है, बल्कि इस दौरान वे थोक ऑर्डर हासिल करने में सफल रहे हैं और उनके पास काम की कोई कमी नहीं रही है।
सुनील खुद को एक छात्र के रूप में देखते हैं, जो हर दिन कुछ नया सीखने को उत्सुक रहता है। सुनील के अनुसार, वे हर रोज़ कुछ नया बनाने की कोशिश में लगे रहते हैं और उनके लिए यहीं आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा है।
नहीं लिया कोई प्रशिक्षण
बीते 6 सालों से लगातार कलाकृतियों का निर्माण कर रहे सुनील ने इसके लिए कोई खास प्रशिक्षण नहीं लिया है, बल्कि वे इन कलाकृतियों को अपने जुनून और जिज्ञासा के साथ बनाते रहे हैं। सुनील के अनुसार वे हमेशा ही कुछ नया बनाने में विश्वास करते हैं।
बचपन से ही पेंटिंग्स के शौकीन रहे सुनील अब बड़ी संख्या में लोगों तक अपनी कलाकृतियों के पहुंचने पर काफी खुशी महसूस कर रहे हैं। सुनील अपनी कलाकृतियों को सोशल मीडिया पर भी शेयर करते रहते हैं, जहां लोग उनकी जमकर सराहना भी कर रहे हैं।
Edited by Ranjana Tripathi