IPO Alert: 18 साल बाद रतन टाटा की एक और कंपनी ला रही है IPO
TCS का 5500 करोड़ रुपये का आईपीओ, रतन टाटा के दौर में, 2004 में बाजार में आया था. लेकिन उसके बाद से टाटा ग्रुप की किसी भी कंपनी का आईपीओ नहीं आया है.
रतन टाटा (Ratan Tata) भारत के सबसे प्रतिष्ठित कारोबारियों में से एक हैं. उनके टाटा ग्रुप (Tata Group) को देश के सबसे प्रतिष्ठित कारोबारी घरानों में गिना जाता है. अब टाटा ग्रुप की कोई कंपनी करीब 18 साल बाद अपना आईपीओ उतारने की तैयारी कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजी (Tata Technologies) अपना आईपीओ लाने के लिए तैयारियां कर रही है. यह कंपनी दुनियाभर में इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवाएं मुहैया कराती है.
टाटा ग्रुप की करीब आधा दर्जन कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं. इसमें से सबसे आखिरी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ यानि टीसीएस (TCS) है. TCS का 5500 करोड़ रुपये का आईपीओ 2004 में बाजार में आया था. लेकिन उसके बाद से टाटा ग्रुप की किसी भी कंपनी का आईपीओ नहीं आया है.
TCS का आईपीओ रतन टाटा के दौर में आया था. साल 2017 में एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) के टाटा संस (Tata Sons) के चेयरमैन बनने के बाद यह टाटा ग्रुप का पहला आईपीओ होगा. टाटा टेक्नोलॉजीज ने अभी केवल आईपीओ लाने की प्रक्रिया की शुरुआत की है.
टाटा टेक्नोलॉजी में टाटा मोटर्स की 74 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है. वित्त वर्ष 2021-22 में टाटा टेक्नोलॉजी की कुल इनकम 3530 करोड़ रुपये थी. अब इसमें साल दर साल लगभग 50 फीसदी का इजाफा देखने को मिल है. वहीं कंपनी का लाभ 83 फीसदी बढ़कर कुल 437 करोड़ रुपये हुआ है. इस कंपनी का मुख्यालय पुणे में है. कंपनी के ज्यादातर ग्राहक नॉर्थ अमेरिका यूरोप और एशिया पैसेफिक तक फैले हुए हैं. कंपनी के चार बिजनेस सेग्मेंटस हैं जिसमें रिसर्च एंड डेवलपमेंट, वैल्यू एडेड रीसेलिंग, इंजीनियरिंग और डिजिटल एंटरप्राइज है.
कंपनी आईपीओ के जरिये जुटाए गए फंड का इस्तेमाल ई-वाहन सेग्मेंट को मजबूती देने और एविएशन सेक्टर को बढ़ावा देने में करेगी.
टाटा टेक्नोलॉजी के अलावा टाटा ग्रुप की एक और कंपनी, टाटा स्काई (Tata Sky) भी बाजार में उतरने का प्लान बना रही है. इस कंपनी को अभी आईपीओ के आवेदन के लिए फॉर्मेलिटीज बाकी हैं. निवेशकों के लिए टाटा ग्रुप की आने वाली ये कंपनियां एक शानदार मौका साबित हो सकती है. टाटा ग्रुप के नाम की वजह से कंपनियों को आगे की बढ़त में काफी मदद मिलेगी जिसका फायदा सीधे तौर पर इन कंपनियों के निवेशकों को मिलेगा.