AI से नहीं जाएंगी नौकरियां: श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया
श्रम मंत्री यह भी बताया कि मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से देश में बेरोजगारी दर में उल्लेखनीय कमी आई है. उन्होंने कहा कि श्रम बल भागीदारी दर 2017-18 में 38% से बढ़कर 44% हो गई है.
केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को संसद को बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के इस्तेमाल से भारत में नौकरियां खत्म नहीं होंगी, बल्कि इसके विपरीत, यह नई टेक्नोलॉजी नई नौकरियों के अवसर खोलेगी.
कल्याण बनर्जी (अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस) द्वारा AI के कारण नौकरियों के नुकसान की चिंताओं पर लोकसभा में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा, "जब इंटरनेट आया, तब भी ऐसी ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि इससे नौकरियां खत्म होंगी. जब कंप्यूटर आए, तब भी ऐसी ही बातें हो रही थीं. लेकिन आज हम जानते हैं कि इस तरह की तकनीकी उन्नति से केवल अधिक अवसर ही मिले हैं. इसलिए, AI के इस्तेमाल से नौकरियों के नए अवसर भी मिलेंगे."
पश्चिम बंगाल में पर्याप्त नौकरियों की कमी के बारे में बनर्जी के विलाप पर मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग राज्य में उद्योगों के सामने "आंदोलन" चलाते रहते हैं, उन्हें नौकरियों के मोर्चे पर इसके परिणामों को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य की आबादी को देखते हुए, इसे अधिक निवेश और उद्योगों को आकर्षित करना चाहिए था.
श्रम मंत्री ने इस अवसर का उपयोग यह तर्क देने के लिए किया कि मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से देश में बेरोजगारी दर में उल्लेखनीय कमी आई है. उन्होंने कहा कि श्रम बल भागीदारी दर 2017-18 में 38% से बढ़कर 44% हो गई है.