Kayak के फेस्टिव ट्रेंड्स ने बताया भारतीय घूमने-फिरने के बेहद शौकीन हैं
Kayak ने 1200 भारतीयों को अपनी इस उपभोक्ता रिसर्च में शामिल किया. इस रिसर्च में कायक ने पाया कि भारतीय इस फेस्टिव सीजन में सफर के लिए बेहद उत्साहित हैं. त्योहार का यह मौसम नवरात्र से शुरू होकर दिवाली और भाईदूज तक चलेगा. साल के इस समय में ज्यादातर लोग अपने घर जाते हैं.
हाइलाइट्स
- नए आंकड़ों से पता चलता है कि फेस्टिव सीजन में सैर-सपाटे के लिए घरेलू फ्लाइट्स की खोज में 29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इस मौसम में इंटरनेशनल फ्लाइट्स की सर्च में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
- 72 फीसदी भारतीय अपनी यात्रा पर पिछली बार की तरह ही या उससे ज्यादा खर्च के लिए तैयार हैं. पांच में से चार भारतीय यात्रा के लिए पैसे बचाने के लिए अन्य खर्चों में विवेक के अनुसार कटौती करेंगे.
- Kayak ने ChatGPT के साथ बेस्ट टाइम टु ट्रैवल का अपडेटेड टूल लॉन्च किया है
प्रमुख ट्रैवल सर्च इंजन कायक (Kayak), की नई उपभोक्ता रिसर्च के अनुसार अगले कुछ महीने में आने वाले दिवाली के त्योहार के चलते भारतीयों की सैर-सपाटे में दिलचस्पी बढ़ी है.
कायक ने 1200 भारतीयों को अपनी इस उपभोक्ता रिसर्च में शामिल किया. इस रिसर्च में कायक ने पाया कि भारतीय इस फेस्टिव सीजन में सफर के लिए बेहद उत्साहित हैं. त्योहार का यह मौसम नवरात्र से शुरू होकर दिवाली और भाईदूज तक चलेगा. साल के इस समय में ज्यादातर लोग अपने घर जाते हैं. कायक की उपभोक्ता रिसर्च के अनुसार इस सर्वे में शामिल 98 फीसदी लोगों ने इस फेस्टिव सीजन में अपने देश में ही घूमने की मंशा जताई, जबकि सर्वे में शामिल पांच में से तीन भारतीय, करीब 60 फीसदी लोग, इस त्योहार के मौसम में खुशियों को और बढ़ाने के लिए विदेश में अलग-अलग जगहों की यात्रा करना चाहते हैं.
सर्वे के ये नतीजे कायक की खोज के आंकड़ों पर आधारित हैं. (भारतीयों ने अक्टूबर-नवंबर में यात्रा करने के लिए जनवरी से अगस्त 2023 के बीच ये खोज की.) इस साल इस यात्रा अवधि में भारतीयों की ओर से की गई घरेलू फ्लाइट्स की खोज में पिछले साल की तुलना में 29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इस दौर के लिए इंटरनैशनल फ्लाइट्स की खोज में 14 फीसदी का इजाफा हुआ.
सर्वे में भारत में विभिन्न जगहों की यात्रा करने की इच्छा रखने वालों में करीब आधे लोग (54 फीसदी) इस समय देश में दो जगह घूमना चाहते हैं. इस फेस्टिव सीजन के लिए कायक की साइट पर भारतीयों ने देश में जिन जगहों की यात्रा करना पसंद किया. इसमें मदुरै टॉप ट्रेंड में रहा (साल दर साल इसमें 165 फीसदी का इजाफा हुआ. भुवनेश्वर घूमने के विकल्प तलाशने वाले यात्री 105 फीसदी बढ़े, जबकि अहमदाबाद घूमने में 103 फीसदी ज्यादा भारतीयों ने दिलचस्पी दिखाई. इस अवधि के लिए की गई दुनिया भर में जिन इंटरनैशनल डेस्टिनेशंस की सबसे ज्यादा तलाश की गई, उसमें टॉप ट्रेंड में श्रीलंका में कोलंबो घूमने की इच्छा रखने वाले यात्रियों में 340 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. हांगकांग के लिए सर्च करने में 162 फीसदी ज्यादा लोगों ने दिलचस्पी दिखाई. सेशेल्स घूमने की योजना बनाने में 139 फीसदी ज्यादा यात्रियों ने रुचि की. जापान में टोक्यो की सैर करने के लिए 128 फीसदी ज्यादा लोगों ने सर्च किया.
फेस्टिव सीजन के लिए यात्रा पर आने वाले खर्च और बजट
जहां तक यात्रा के बजट की बात है, 72 फीसदी यात्री अपनी इस यात्रा पर पिछले साल की तरह या उससे ज्यादा पैसा खर्च करना चाहते हैं. दरअसल 5 में से 4 भारतीय इस सीजन में अपने यात्रा का बजट बढ़ाने के लिए गैजेट्स और ओटीटी पर होने वाले खर्च में कटौती की योजना बना रहे हैं.
इस फेस्टिव सीजन में कायक के सर्च डेटा से यह खुलासा हुआ कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर होने वाला औसत खर्च 73,371 रुपये है, जो पिछले साल की तुलना में केवल 8 फीसदी ज्यादा है, जबकि घरेलू फ्लाइट्स पर औसत खर्च 15,487 रुपये है, यह पिछले साल की तुलना में 14 फीसदी ज्यादा है.
इस अवधि में भारतीयों की ओर से की गई खोज में फ्लाइट्स की प्रीमियम इकोनॉमी श्रेणी में पिछले साल की तुलना में 52 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई. फेस्टिव सीजन के लिए चार से पांच सितारा होटल की खोज में पिछले वर्ष की तुलना में 33 फीसदी का इजाफा हुआ.
पीढ़ी दर पीढ़ी यात्रा
इस समय भारत में सबसे महत्वाकांक्षी पीढ़ी, मिलेनियन्स की है, जो ट्रेंड्स को बनाते और तोड़ते हैं. समाज के इस वर्ग ने इस फेस्टिव सीजन में विदेश घूमने की योजना बनाने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है. 2020 में 24 से 39 साल के आयुवर्ग के एक तिहाई मिलेनियल्स (37 फीसदी) ने दो या दो से ज्यादा जगहों पर घूमने की योजना बनाई. इसकी तुलना में दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद 1946 से 1964 के बीच जन्मे 59 से 77 साल के केवल 16 फीसदी बेबी बूमर्स ने दो से ज्यादा जगहों पर घूमने का प्लान किया.^
जब यात्रा में हमसफर की बात आती है. ज्यादातर भारतीय (पांच में से चार लोग) इस फेस्टिव सीजन में अपने परिवार के साथ घूमना चाहते हैं. 93 फीसदी बेबी बूमर्स भी परिवार के साथ ही सैर सपाटा करना चाहते हैं. 1990 के अंत और 2010 की शुरुआत के बीच पैदा हुए जेनरेशन जेड के लोग अपने दोस्तों (59 फीसदी) के साथ छुट्टियां बिताना चाहते हैं.
आगामी फेस्टिव सीजन में परिवार के साथ यात्रा करने या अकेले सफर के लिए आसानी से बुकिंग को बढ़ावा देने के लिए, कायक ने भारतीय फिल्म अभिनेता मृणाल ठाकुर से साझेदारी की है.
अभिनेता और इस कैंपेन की एम्बेसेडर मृणाल ठाकुर ने कहा, “त्योहार और दिवाली की परंपराएं भारतीयों के लिए बेहद आवश्यक हैं. मेरे और मेरे परिवार के लिए यह फेस्टिव सीजन हमेशा से शानदार छुट्टियों के समान रहा है. यह त्योहार के मौसम में सकारात्मक भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है. इस बार यह उत्साह और भी ज्यादा है. कायक एक ऐसा हमसफर है, जिससे मुझे फ्लाइट्स और होटलों के साथ कारों की बुकिंग पर बेहतरीन छूट देने वाली डील हासिल करने में मदद मिलती है. अब जब दिवाली का त्योहार नजदीक ही है, मैं कायक के साथ अपनी अगली ट्रिप प्लान कर बेहद उत्साहित हूं.”
इस फेस्टिव सीजन में भारतीय यात्रियों के लिए टॉप डेस्टिनेशन
इस फेस्टिव सीजन में विदेश में घूमने की योजना बनाने वाले में एशिया की विभिन्न जगहों की यात्रा टॉप ट्रेंड में रही (इसमें भारत की घरेलू फ्लाइट्स शामिल नहीं है) पिछले साल की तुलना में इस साल एशिया के विभिन्न जगहों की यात्रा करने की योजना बनाने वाले यात्रियों में 133 फीसदी का इजाफा हुआ. दक्षिण अमेरिका और दक्षिणा प्रशांत के देशों (ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) के लिए फ्लाइट्स और होटलों की खोज में पिछले साल की तुलना में क्रमश: 95 और 16 फीसदी का उल्लेखनीय इजाफा हुआ.
कुल मिलाकर त्योहार के मौसम में घूमने फिरने के लिए इंटरनैशनल डेस्टिनेशंस में से दुबई के लिए फ्लाइट्स की सबसे ज्यादा खोज भारतीयों ने की. इसके बाद उन्होंने बैंकॉक, बाली और सिंगापुर* घूमने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई. देश में घूमने-फिरने के लिए गोवा के लिए फ्लाइट्स की खोज सबसे ज्यादा यात्रियों ने की. इसके बाद दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और श्रीनगर घूमने में भारतीयों की ज्यादा दिलचस्पी दिखाई दी.
कायक के इंडिया कंट्री मैनेजर तरुण तहिलियानी ने कहा, “यह फेस्टिव सीजन निश्चित रूप से भारतीयों के लिए काफी उत्साहजनक होगा. सर्वे में शामिल ज्यादातर लोग अपनी बहुप्रतीक्षित यात्रा पर जाने के लिए तैयार हैं. आंकड़ों के हिसाब से इनमें से कुछ यात्री एक से ज्य़ादा जगहों की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं. यात्रियों को फ्लाइट्स, होटल और कार की बुकिंग कराने के विकल्प प्रदान कर कायक में हम भारतीयों की मदद करने के मिशन में हैं, जिससे वह कम कीमत में शानदार तरीके से अपनी छुट्टियों का मजा उठा सकें.”
खान-पान और यात्रा: त्योहार के मौसम में छुट्टियां बिताने के लिए परफेक्ट मैच
तो, इस दिवाली की छुट्टियों में भारतीय किस चीज को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं. इसमें कोई हैरत नहीं होनी चाहिए कि 72 फीसदी भारतीय यात्रा के दौरान अलग-अलग जगहों के शानदार व्यंजनों को चखना चाहते हैं और स्वादिष्ट भोजन को आनंद लेना चाहते हैं. इसके साथ ही उनकी लोकल मार्केट में शॉपिंग और खास और उस जगह के मशहूर सामान की खोज में भी दिलचस्पी है. 45 फीसदी लोगों ने होटल चुनने के समय पांच सितारा होटल जैसे बेहतरीन खाने को सबसे ज्यादा अहमियत दी.
घूमने फिरने की जगहों पर खाने के अलावा भारतीय यात्रियों के लिए किसी खास जगह की संस्कृति का आनंद लेना काफी मायने रखता है. फेस्टिव सीजन पर भारतीय तरह-तरह के उन ऐतिहासिक और धार्मिक स्थानों की यात्रा करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जो हमारी संस्कृति में अच्छी तरह से रच-बस चुके हैं. जेन एक्स (72 फीसदी) और बेबी बूमर्स (75 फीसदी) ने जेन जेड (64 फीसदी) की तुलना में शानदार संस्कृति, परंपरा और विरासत से लबरेज जगहों की ज्यादा यात्राएं करने में दिलचस्पी दिखाई है. हालांकि युवा भारतीय- जेन जेड (58 फीसदी) और मिलेनियल्स (56 फीसदी) ने बेबी बूमर्स (36 फीसदी) की तुलना में उन जगहों की यात्रा करने में रुचि ली है, जहां वह जोश और जुनून से भरपूर उत्साहवर्धक एडवेंचर को अंजाम दे सकें.
AI टूल को अपनी यात्रा में मदद का मौका दीजिए
यात्रा की योजना बनाने की प्रक्रिया में तकनीक काफी उल्लेखनीय भूमिका अदा करती है. सर्वे में शामिल 49 फीसदी बेबी बूमर्स की तुलना में करीब 60 फीसदी जेनरेशन जेड और मिलेनियल्स ने कहा कि वह अगले दो सालों में यात्रा की योजना बनाने में एआई का इस्तेमाल करेंगे.
कायक के इंडिया कंट्री मैनेजर तरुण तहिलियानी ने कहा, “सफर वह अहसास नहीं है, जहां एक जैसी चीजें सभी वर्ग के यात्रियों को पसंद आए. कायक की व्यक्तिगत सिफारिशें किसी जगह की कम खर्च में यात्रा करने के लिए सबसे बेहतर जगह की पहचान करती है. चैट जीपीटी की सुविधा से लैस हमारी नई लॉन्च की गई साइट बेस्ट टाइम टु ट्रैवेल आंकड़ों का विश्लेषण करती है. इसके साथ ही आपको यह पता चलता है कि आपकी चुनी गई साइट पर कौन-कौन सी घूमने-फिरने की अच्छी जगहें हैं.”
Edited by रविकांत पारीक