जानिए IMF के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनने वाले कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम कौन हैं?
मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने मुद्राकोष में सुब्रमण्यम को कार्यकारी निदेशक (भारत) पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है. उनकी नियुक्ति एक नवंबर, 2022 से तीन साल या अगले आदेश तक के लिये की गयी है.
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) में कार्यकारी निदेशक (भारत) नियुक्त किया गया है. कार्मिक मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक आदेश में यह कहा. सुब्रमण्यम फिलहाल इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर (वित्त) हैं.
मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने मुद्राकोष में सुब्रमण्यम को कार्यकारी निदेशक (भारत) पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी है. उनकी नियुक्ति एक नवंबर, 2022 से तीन साल या अगले आदेश तक के लिये की गयी है. वह डॉ. सुरजीत एस. भल्ला का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल 31 अक्टूबर, 2022 तक है. भल्ला को मुद्राकोष में कार्यकारी निदेशक (भारत) पद पर तीन साल के लिये नियुक्त किया गया था.
इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में फाइनेंस के प्रोफेसर सुब्रमण्यम ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद पिछले साल के अंत में सीईए के रूप में पद छोड़ दिया. वह COVID-19 महामारी के दौरान पैदा हुई परिस्थितियों में पॉलिसी मेकिंग का हिस्सा थे.
बता दें कि, मुख्य आर्थिक सलाहकार का प्रमुख काम विदेश व्यापार और औद्योगिक विकास के मुद्दों पर नीतिगत सलाह देना होता है. साथ ही इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के रुखों का आकलन और अहम आर्थिक संकेतकों पर सांख्यिकी जानकारी जारी करना है.
शिकागो विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले सुब्रमण्यम ने बैंकिंग, कानून और फाइनेंस, इनोवेशन और आर्थिक विकास और कॉर्पोरेट प्रशासन पर शोध किया है और उनके शोध दुनिया की प्रमुख पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं. उन्होंने IIT-कानपुर और IIM-कलकत्ता से पढ़ाई की है और दोनों शैक्षणिक संस्थाओं ने उन्हें विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया है.
वह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के लिए कारपोरेट गर्वनेंस समिति और भारतीय रिजर्व बैंक के लिए बैंक गवर्नेंस समिति में विशेषज्ञ के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इसके अलावा वह सेबी की वैकल्पिक निवेश नीति, प्राथमिक बाजार, द्वितीयक बाजार एवं शोध पर स्थायी समितियों के सदस्य रह चुके हैं. वह बंधन बैंक, राष्ट्रीय बैंक प्रबंधन संस्थान और आरबीआई अकादमी के निदेशक मंडल के भी सदस्य रह चुके हैं.
अकेडमिक लाइन में आने से पहले सुब्रमण्यम ने न्यूयॉर्क में जेपी मॉर्गन चेस के साथ सलाहकार के रूप में काम किया था. उन्होंने आईसीआईसीआई लिमिटेड में एलीट डेरिवेटिव रिसर्च ग्रुप में एक प्रबंधन भूमिका में भी काम किया, जो उस समय भारत की टॉप प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग इंस्टिट्यूशन थी.
मुख्य आर्थिक सलाहकार रहते हुए सुब्रमण्यम ने कहा था कि सरकार की तरफ से किए जा रहे आर्थिक सुधारों और कोविड टीकाकरण में तेजी को देखते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की वृद्धि दर 6.5 से 7 प्रतिशत के बीच रह सकती है.
Edited by Vishal Jaiswal