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लेंसकार्ट ने 32 अरब डॉलर में जापानी आईवियर कंपनी ओनडेज का अधिग्रहण किया

सॉफ्टबैंक ग्रुप द्वारा समर्थित भारतीय स्टार्टअप लेंसकार्ट ने कहा कि वह एल कैटरटन एशिया और मित्सुई एंड कंपनी प्रिंसिपल इन्वेस्टमेंट्स के स्वामित्व वाले ओनडेज शेयर खरीदने के लिए सहमत हो गया है. इस सौदे में जापानी कंपनी की कीमत करीब 40 करोड़ डॉलर

लेंसकार्ट ने 32 अरब डॉलर में जापानी आईवियर कंपनी ओनडेज का अधिग्रहण किया

Thursday June 30, 2022 , 3 min Read

देश की सबसे बड़ी आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट जापान के ओनडेज इंक में बहुमत हिस्सेदारी खरीद रहा है. इस सौदे के बाद लेंसकार्ट एशिया के सबसे बड़े आईवियर के ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं में से एक बन जाएगा.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टबैंक ग्रुप द्वारा समर्थित भारतीय स्टार्टअप लेंसकार्ट ने कहा कि वह एल कैटरटन एशिया (L Catterton Asia) और मित्सुई एंड कंपनी प्रिंसिपल इन्वेस्टमेंट्स (Mitsui & Co. Principal Investments) के स्वामित्व वाले ओनडेज शेयर खरीदने के लिए सहमत हो गया है. इस सौदे में जापानी कंपनी की कीमत करीब 40 करोड़ डॉलर (करीब 32 अरब रुपये) आंकी गई है.

ओनडेज, कंपनी के सह-संस्थापक शुजी तनाका और टेक उमियामा के नेतृत्व में एक अलग ब्रांड के रूप में काम करेगा, लेकिन प्रीमियम सेगमेंट को लक्षित करेगा, जबकि लेंसकार्ट मध्यम और बड़े बाजार क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा.

लेंसकार्ट के पास ओनडेज में बहुमत हिस्सेदारी होगी लेकिन सौदे को विलय के रूप में तैयार किया गया है. अधिग्रहण से लेंसकार्ट का विस्तार सिंगापुर, थाईलैंड, ताइवान, फिलीपींस, इंडोनेशिया, मलेशिया और जापान सहित एशिया के 13 बाजारों में हो जाएगा.

टोक्यो स्थित ओनडेज की स्थापना 1989 में हुई थी और इसने 2013 में अपना पहला विदेशी स्टोर खोला था. यह वर्तमान में जापान के अलावा एक दर्जन देशों में 460 स्टोर संचालित करता है.

लेंसकार्ट के 38 वर्षीय सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पीयूष बंसल ने कहा कि दुनियाभर में लगभग 4.5 अरब लोगों को प्रिस्क्रिप्शन के चश्मे पहनने की ज़रूरत है, लेकिन उनमें से केवल आधे ही ऐसा करते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हम 50 अरब डॉलर (39 खरब रुपये) से 100 अरब डॉलर (79 खरब रुपये) का कारोबार बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं जिससे हम आईवियर का सबसे बड़ा मार्केट बन सकते हैं.

बंसल का अनुमान है कि मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वर्ष में जब लेन्सकार्ट की बिक्री 32 अरब रुपये तक पहुंच जाएगी तो उसके लाभ में पहुंच जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि दोनों कंपनियों ने उस अवधि में 65 करोड़ डॉलर की संयुक्त बिक्री की योजना बनाई है. 2010 में स्थापित लेंसकार्ट भारत में आईवियर के लिए अग्रणी ई-कॉमर्स पोर्टल है जो पिछले साल 65 फीसदी बढ़ा था और इस साल इसे पार करने का अनुमान है.

लेंसकार्ट के सह-संस्थापक बंसल ने मॉन्ट्रियल के मैकगिल विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है और भारत लौटने से पहले माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के मुख्यालय में काम किया था.

उन्होंने 2010 में लिंक्डइन पर मिले तीन अन्य लोगों के साथ नई दिल्ली से सटे औद्योगिक शहर फरीदाबाद में लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट की सह-स्थापना की थी. लेसकार्ट की इंजीनियरिंग टीम में 300 लोग हैं और वित्त वर्ष 23 तक इसे 500 लोगों तक बढ़ाने का अनुमान है.

लेंसकार्ट ने टीपीजी, टेमासेक और केकेआर जैसे निवेशकों से लगभग 968 मिलियन डॉलर (76 अरब रुपये) की कुल फंडिंग जुटाई है. यह वारबी पार्कर, स्पेक्समेकर्स, टाइटन आईप्लस और जीकेबी जैसे आईवियर निर्माताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करता है.