सिगरेट बट से खिलौने और कुशन तैयार कर रहे हैं ट्विंकल कुमार, साथ ही स्थानीय महिलाओं को दे रहे हैं रोजगार
सिगरेट एक ओर जहां स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है वहीं दूसरी तरफ सिगरेट जल जाने के बाद फेंक दिये जाने वाले उसके बट बड़े स्तर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का काम भी करते हैं। आमतौर पर सड़कों पर या कचरे में नज़र आने वाली ये सिगरेट बट जानवरों के साथ ही इंसानों के लिए भी उतने ही खतरनाक हैं, हालांकि अब कुछ आंत्रप्रेन्योर इस समस्या से निपटने के लिए बड़े ही अनूठे समाधान पेश कर रहे हैं।
मोहाली के रहने वाले आंत्रप्रेन्योर ट्विंकल कुमार ने भी कुछ ऐसा ही काम किया है। ट्विंकल अब सिगरेट बट को रिसाइकल करते हुए उनसे खिलौने, कुशन और यहाँ तक कि मच्छर भगाने वाले उत्पादों का निर्माण कर रहे हैं।
कोरोना महामारी ने छीन ली नौकरी
ट्विंकल कुमार ने पिछले साल कोरोनवायरस लॉकडाउन के बीच अपनी नौकरी खो दी थी और इस दौरान अब वे नई शुरुआत करना चाह रहे थे। ट्विंकल ने तभी यूट्यूब पर तमाम वीडियो देखने शुरू किए जहां पर लोग क्रिएटिव तरीकों से समस्याओं को हल करने का प्रयास कर रहे थे। तभी उनकी नज़र एक ऐसे वीडियो पर पड़ी जिसमें सिगरेट बट को रिसाइकल कर उससे तमाम तरह के उत्पाद बनाए जा रहे थे।
इस बारे में न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ट्विंकल बताया कि उन्हें सिगरेट रीसाइक्लिंग के कॉन्सेप्ट के बारे में पता चला और इसने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया। इसके बाद ट्विंकल ने उस कंपनी से संपर्क किया जो पहले से ही इस दिशा में काम कर रही थी और फिर उन्होने इस पूरी प्रक्रिया को सीखा। इसके बाद ही ट्विंकल ने यह तय कर लिया था कि मोहाली में इसका कारोबार करेंगे।
मिल रही है अच्छी प्रतिक्रिया
ट्विंकल के अनुसार व्यवसाय को शुरू करने के दौरान भले ही कुछ गलतियाँ हुई हों लेकिन अब स्थानीय लोगों द्वारा उनके बनाए उत्पादों को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इतना ही नहीं, ट्विंकल ने उत्पादों के निर्माण के लिएन स्थानीय महिलाओं को भी नौकरी पर रखा हुआ है, ये सभी महिलाएं सिगरेट बट के कलेक्शन, प्रोसेसिंग और उत्पाद निर्माण में हिस्सा ले रही हैं।
उत्पाद निर्माण के लिए बुनियादी कच्चे माल यासिगरेट बट के कलेक्शन के लिए ट्विंकल और उनकी टीम ने धूम्रपान वाले अधिकांश सार्वजनिक स्थानों पर बट कलेक्शन बॉक्स स्थापित किए हुए हैं। ट्विंकल के अनुसार वे शहर भर में सार्वजनिक स्थानों पर सभी धूम्रपान क्षेत्रों में डिब्बे स्थापित करके बट इकट्ठा कर रहे हैं। फिर वे और उनकी टीम उन बटों को रासायन के जरिये साफ करते हैं। इसके बाद ही उनका उपयोग खिलौनों, कुशन और मच्छर भगाने वाले उत्पादों के निर्माण के लिए किया जाता है।
पर्यावरण के लिए श्राप हैं सिगरेट बट
सिगरेट के बट दरअसल सेल्युलोज एसीटेट से बने होते हैं, जो सबसे शुरुआती सिंथेटिक फाइबर में से एक है और जब इसे फेंक दिया जाता है तो इसे पूरी तरह खत्म होने में 10 साल लगते हैं। इन्हें सड़कों और नालों पर फेंकने से न केवल कचरा जमा होता है बल्कि इससे निकलने वाला निकोटिन भी प्रदूषण का कारण बनता है।
ट्विंकल आज मोहाली शहर के लोगों से पर्यावरण को बचाने की अपील करते हुए सिगरेट बट को उनके द्वारा स्थापित किए गए कलेक्शन बॉक्स में डालने के लिए कह रहे हैं।
Edited by Ranjana Tripathi