इंडिया टेकेड में सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण होगी: राजीव चंद्रशेखर
भारत सरकार ने भारत में सेमीकंडक्टरों तथा डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग इको-सिस्टम विकसित करने के उद्देश्य से 10 बिलियन डॉलर के सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की घोषणा की.
सेमीकॉन सम्मेलन विश्व के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में सेमी द्वारा आयोजित किए जाते हैं और इसे सेमीकॉन यूरोपा, अमेरिका में वेस्ट एंड ईस्ट, ताइवान, कोरिया, जापान आदि कहा जाता है. इन सम्मेलनों का उद्देश्य सेमीकंडक्टर डोमेन में टेक्नोलॉजी प्रगति के साथ-साथ विभिन्न देशों की नीतियों को उनके सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए आउटरीच को अधिकतम करना है.
भारत सरकार ने भारत में सेमीकंडक्टरों तथा डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग इको-सिस्टम विकसित करने के उद्देश्य से 10 बिलियन डॉलर के सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की घोषणा की. इसका उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और सेमीकंडक्टर डिजाइन, मैन्यूफैक्चरिंग, अनुसंधान एवं विकास और मानवशक्ति विकास के लिए भारत को संभावित हब के रूप में दिखाना है. सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन 2022, 29 अप्रैल से 01 मई, 2022 तक बेंगलुरु में आयोजित किया गया था. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था.
सेमीकॉन इंडिया 2022 की सफलता को देखते हुए डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन का एक स्वतंत्र व्यवसाय प्रभाग, इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन 28 जुलाई से 30 जुलाई, 2023 तक महात्मा मंदिर, गांधीनगर में अपने प्रमुख सेमीकंडक्टर मिशन का आयोजन करने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी करेंगे और इसका उद्देश्य भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करना है.
इसके कर्टेन रेजर के भाग के रूप में सेमीकंडक्टर उद्योग में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी दिखाने के लिए महात्मा मंदिर, गांधीनगर में एक प्रदर्शनी आयोजित की गई. इसका उद्घाटन 25 जुलाई, 2023 को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी तथा कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर की उपस्थिति में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल ने किया.
कौशल विकास और उद्यमिता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सेमीकॉन इंडिया प्रदर्शनी के माध्यम से, भारतीय युवा तथा टेक्नोलॉजी से जुड़े लोग बहुत कुछ सीख सकते हैं. भारत के टेकेड यात्रा में सेमीकंडक्टरों और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहली बार इस तरह का प्रयास केवल 15 महीने में सफल हुआ है. हमारे देश ने पिछले 70 वर्षों में या तो इस अवसर की अनदेखी की या असफलता रही. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के इस इकोसिस्टम में डिजाइन नवाचार, अनुसंधान, प्रतिभा एवं पैकेजिंग तथा फैब शामिल हैं और हम उनसे जुड़ी आपूर्ति श्रृंखला लाने की कोशिश कर रहे हैं, जो भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को और आगे ले जाए.
यह प्रदर्शनी 30 जुलाई, 2023 तक चलेगी. इसमें सेमीकंडक्टर डिज़ाइन स्टार्ट-अप तथा स्थापित बहुराष्ट्रीय कंपनियों, सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन, उपकरण निर्माता, इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता, शिक्षा जगत; सरकारी/राज्य लैब के 80 से अधिक प्रदर्शक अत्याधुनिक तकनीकी प्रगति दिखाएंगे. प्रर्दशनी में माइक्रोन, एप्लाइड मैटेरियल्स, एलएएम रिसर्च, इंटेल, क्वालकॉम, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स, एसटीमाइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स, इनफिनॉन, एएमडी, एनवीआईडीआईए, एनालॉग डिवाइसेज, रेनेसा, सैमसंग, कैडेंस डिजाइन सिस्टम, मॉर्फिंग मशीन, इनकोर सेमीकंडक्टर्स, सांख्य लैब्स, विस्ट्रॉन, फॉक्सकॉन, लावा, डेल, वीवीडीएन, आईआईएससी, बेंगलुरु और देशभर के आईआईटी भाग लेंगे.
सेमीकॉन इंडिया 2023 वैश्विक निगमों के लिए एक जीवंत और दीर्घकालिक मैन्यूफैक्चरिंग केन्द्र के रूप में भारत की विभिन्न क्षमताओं को दिखाएगा. उद्योग, सरकार, शिक्षा जगत तथा अनुसंधान एवं विकास संस्थानों के शीर्ष नेतृत्व व्यवसाय करने में सुगमयता, विश्वसनीय मूल्य श्रृंखलाओं के निर्माण, विकास प्रेरकों, नवाचार तथा स्टार्टअप और टैलेंट पाइपलाइन सहित प्रमुख पहलुओं को प्रतिबिंबित करने और आगे बढ़ाने के लिए इस मंच का लाभ उठाएंगे.
इस कार्यक्रम के लिए 6,500 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए हैं, जिनमें उद्योग जगत से 1,100 से अधिक, 250 से अधिक स्टार्टअप, 2500 से अधिक विद्यार्थी और 23 देशों के 228 से अधिक प्रतिभागी शामिल हैं. व्यापक स्तर पर लगाई जाने वाली प्रदर्शनियों में प्रतिदिन लगभग 7,000 से अधिक दर्शकों के आने की उम्मीद है.