घिसट-घिसट कर क्रिकेट खेलता पोलियो पीड़ित मड्डा कभी हार नहीं मानेगा, मास्टर ब्लॉस्टर सचिन तेंदुलकर भी हुए भावुक
मड्डा अभी बहुत छोटा है। सातवीं में पढ़ता है। पोलियो ने उसके दोनो पैर अपाहिज कर दिए हैं, फिर भी वह फुर्ती से क्रिकेट खेलता है। जब उसके हौसले पर मास्टर ब्लॉस्टर सचिन तेंदुलकर निगाह पड़ी, भावुक कमेंट किया, तब दुनिया को पता चला कि दंतेवाड़ा के आदिवासी परिवार का यह बच्चा क्यों हर किसी के लिए प्रेरक है।
टैलेंट जब हमारे आसपास तैर रहा हो और हमे नहीं दिखाई दे, तो यह किसी व्यक्ति की नहीं, पूरे सामाजिक परिवेश की असफलता और अयोग्यता होती है कि उसे जैसा चाहिए, अपनी स्थानीयता में विकसित होने का वैसा अवसर नहीं मिल पा रहा है। भगवान का भी चेहरा गढ़ने के लिए पत्थर पर छेनी-हथौड़ी चलानी पड़ती है।
दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़) के दिव्यांग मड्डा राम को पैर घिसट-घिसटकर क्रिकेट खेलते देख स्टार क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर अचंभित होकर जब ट्विटर पर उसे दुनिया के सामने ले आते हैं, तब पता चलता है कि अच्छा, तो ऐसे भी बच्चे हैं, जो चल-फिर नहीं सकते, फिर भी क्रिकेट खेलते हैं। सचिन अपने ट्विट में मड्डा राम के हौसले को सलाम करते हुए लिखते हैं -
'साल 2020 की शुरुआत मड्डा राम के क्रिकेट खेलते प्रेरणात्मक वीडियो से कीजिए। यह मेरे दिल को छू गया। आपके दिल को भी छू जाएगा।'
कुछ ही देर में 40 हजार से ज्यादा लोगों ने इस वीडियो को लाइक किया।
फर्श से दुनिया के अर्श पर पहुंचने से पहले क्रिकेट में महारत हासिल करने वाले सचिन अच्छी तरह जानते हैं कि कितनी तरह की मुश्किलों से उनको गुजरना पड़ा था, उन्हे रात-दिन एक करते हुए कितनी मशक्कतें करनी पड़ी थीं। विपरीत परिस्थितियों में खुद को रच लेने का जुनून ही किसी को फर्श से अर्स पर पहुंचाता है और उसमें सचिन जैसे लोगों का भी इस तरह का योगदान होता है। अगर सचिन मड्डा राम को ट्विट नहीं करते तो आज भी दुनिया नहीं जान पाती कि दंतेवाड़ा का वह फटेहाल मड्डा किस खेत की मूली है।
दंतेवाड़ा के कटेकल्याण विकासखंड की बेंगलुर पंचायत का मड्डा राम सातवीं क्साल में पढ़ता है। वह अक्सर दोस्तों के साथ स्कूल के ग्राउंड में क्रिकेट खेलता रहता है। पोलियो की वजह से उसके पैरों का विकास नहीं हो सका, मगर अब अपनी कमजोरी को वह अपने हौसलों से हराने में जुटा हुआ है। मड्डा के पिता डोमा राम किसान हैं। गांव में एक छोटी सी झोपड़ी में यह आदिवासी परिवार रहता है।
कुछ वक्त पहले मड्डा का क्रिकेट खेलते हुए वीडियो वायरल हुआ था। यही वायरल वीडियो सचिन तेंदुलकर के पास पहुंचा। सचिन के ट्वीट के बाद इस पर देश के कई लोगों ने रिएक्ट किया। कैलेंडर फोटो शूट के लिए मशहूर फोटो ग्राफर अतुल कासबेकर ने इसपर सचिन से कहा कि, चलिए इस मास्टर से मिलते हैं, तस्वीरें मैं खींच लूंगा।
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर ने जैसे ही उसका विडियो ट्विटर पर शेयर किया, उनका मार्मिक संदेश लाखों दिलों में उतर गया। मड्डा राम के दोनों पैर लकवाग्रस्त हैं। इसके बावजूद वह विकेट पर घुटनों के बल खड़ा होता है और गेंद परकड़ा प्रहार करता है। वह शॉट लगाने के बाद घुटनों के बल घिसटते हुए दूसरे छोर तक पहुंच जाता है और खुद को रन आउट होने से बचाता है।
दोस्तों के साथ मड्डा राम को इस तरह क्रिकेट खेलते देख मास्टर ब्लास्टर भावुक होते हुए लोगों को उससे प्रेरणा लेने को कहते हैं। सचिन के ट्विट विडियो को फैन्स की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।
एक यूजर ने लिखा कि 'दिल में जज्बा और होंठों पर सचिन हों तो क्या मुमकिन नहीं!' दूसरी ओर, एक अन्य यूजर ने मड्डा राम की तारीफ करते हुए लिखा- 'हार तब होती है जब मान ली जाती है, जीत तब होती है जब ठान ली जाती है।'
मड्डा अभी नहीं जानता कि दुनिया कैसी है लेकिन एक सच जान चुका है कि किसी भी कीमत पर अपनी जिंदगी में वह हार नहीं मानना चाहता है।