45 साल बाद अपने सबसे फेमस प्रोजेक्ट को बंद करेगा NASA
साढ़े चार दशकों (45 साल) की सेवा के बाद, ऐसा लग रहा है कि वोयाजर 1 (Voyager 1) और वोयाजर 2 (Voyager 1) बंद होने जा रहे हैं.
Scientific American की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) दो स्पेसक्राफ्ट में लगे सिस्ट्म को बंद कर करने जा रही है. यदि सब कुछ प्लान के मुताबिक रहा, तो चुनिंदा इंस्ट्रूमेंट्स को बंद करने के बावजूद, जांच के लिए 2030 या उसके बाद तक डेटा रिले करना जारी रहेगा. इंस्ट्रूमेंट्स में किसी भी बदलाव के बिना, यह उम्मीद की जाती है कि स्पेसक्राफ्ट 2025 में चलन से बाहर हो जाएंगे.
भौतिक विज्ञानी राल्फ मैकनट (Ralph McNutt) ने एक मैगजीन को बताया, "हमने साढ़े 44 साल तक इनके साथ काम है. ऐसे में हमने रफ़ू चीजों पर वारंटी का 10 गुना किया है."
वोयाजर स्पेसक्राफ्ट्स को पहले हमारे सौर मंडल की सबसे दूर की पहुंच का पता लगाने के लिए असेंबल किया गया था. इससे वैज्ञानिकों को शनि (Saturn), बृहस्पति (Jupiter), नेपच्यून (Neptune) और यूरेनस (Uranus) की झलक देखने की उम्मीद थी. 1977 की गर्मियों में लॉन्च किए गए दोनों अंतरिक्ष यान और वोयाजर 1 और वोयाजर 2 दोनों ने शोधकर्ता की बेतहाशा उम्मीदों को पूरा किया है.
शोध ने वैज्ञानिकों को दूर-दराज के ग्रहों के चंद्रमाओं पर अपना पहला नज़रिया दिया है. वोयाजर 2 यूरेनस और नेपच्यून को पार करने वाला पहला अंतरिक्ष यान बन गया है. आज तक, इस तरह की यात्रा करने वाला यह एकमात्र स्पेसक्राफ्ट है.
"चार साल - वह प्रमुख मिशन था," वोयाजर लॉन्च के एक प्रोजेक्ट मैनेजर सुज़ैन डोड (Suzanne Dodd ) ने कहा. लेकिन अगर एक इंजीनियर के पास एक ऐसा हिस्सा लगाने का विकल्प था जो 10 प्रतिशत अधिक महंगा था, लेकिन चार साल के मिशन के लिए जरूरी नहीं था, तो उन्होंने आगे बढ़कर ऐसा किया. और वे मैनेजमेंट को जरूरी नहीं बताते थे.
लॉन्च के 45 साल बाद भी दोनों स्पेसक्राफ्ट सही तरह से काम कर हैं. 2012 में, वोयाजर 1 इंटरस्टेलर स्पेस (हमारे सौर मंडल के बाहर ब्रह्मांड का एक हिस्सा) में प्रवेश करने वाला पहला स्पेसक्राफ्ट बना था. वोयाजर 2 छह साल बाद इंटरस्टेलर स्पेस में पहुंचा, फिर भी डेटा को वापस पृथ्वी पर वैज्ञानिकों तक पहुंचा रहा है.
सबसे फेमस वोयाजर प्रोजेक्ट्स में डेटा के साथ एम्बेडेड दो रिकॉर्ड भी शामिल थे. उन शोधों में मानव जाति के विभिन्न सदस्यों सहित पृथ्वी के विभिन्न वन्यजीवों की तस्वीरें शामिल हैं.