स्टार्टअप कंपनियों से पीयूष गोयल की अपील: ‘भारत में इन्कॉर्पोरेट करें; टैक्स हैवन में नहीं जाएं’
पीयूष गोयल ने कहा, “स्टार्टअप्स को भारत में इन्कॉर्पोरेट करना चाहिए और भारत में लिस्ट होना चाहिए और टैक्स हैवन में नहीं जाना चाहिए।” उन्होंने स्टार्टअप्स से किसी भी मुद्दे का सामना करने पर सरकार से संपर्क करने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि सरकार उन समस्याओं को हल करने का प्रयास करेगी।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री, पीयूष गोयल ने गुरुवार को स्टार्टअप्स में नैतिकता और कॉर्पोरेट प्रशासन मानदंडों को और मजबूत करने का आह्वान किया।
वह नई दिल्ली में 'भारतीय उद्योग परिसंघ (CII)- ग्लोबल यूनिकॉर्न समिट- 2030 तक 1,000 यूनिकॉर्न को आकार देने' को संबोधित कर रहे थे।
जैसा कि भारत 95 यूनिकॉर्न्स का घर है, गोयल ने कहा, “हमें यूनिकॉर्न के शतक को हिट करने के लिए सिर्फ एक और छक्के की जरूरत थी। नियामक अनुपालन (regulatory compliance) बोझ को कम करने के सरकार के प्रयासों ने इनोवेशन को प्रोत्साहित किया है और IPR के व्यावसायीकरण को बढ़ावा दिया है और व्यवसायों को शुरू करना, संचालित करना, विकसित करना और बाहर निकलना आसान बना दिया है।”
पीयूष गोयल ने भारत के टियर 2, 3 शहरों और छोटे गांवों में मौजूद जबरदस्त प्रतिभा की बात की और कहा कि उस दिशा में स्टार्टअप क्रांति की जाए। उन्होंने कहा कि
जैसे स्टार्टअप ग्रामीण क्षेत्रों से कोडर्स की भर्ती करते हैं और इस तरह सिलिकॉन वैली को ग्रामीण भारत में लाते हैं।अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कि स्टार्टअप्स को भारत में इन्कॉर्पोरेट करना चाहिए और भारत में लिस्ट होना चाहिए और टैक्स हैवन में नहीं जाना चाहिए, गोयल ने स्टार्टअप्स से किसी भी मुद्दे का सामना करने पर सरकार से संपर्क करने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि सरकार उन समस्याओं को हल करने का प्रयास करेगी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि रेवेन्यू में हेराफेरी, डेटा धोखाधड़ी, कर चोरी और अन्य कदाचार की घटनाओं को शुरुआती चरण में रोकना होगा या यह युवा स्टार्टअप की आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना को मार देगा और स्टार्टअप इकोसिस्टम पर बहुत हानिकारक प्रभाव डालेगा।
फिनटेक, एडटेक, हेल्थटेक, ई-कॉमर्स और मीडिया सहित अन्य क्षेत्रों में उभरने वाली तकनीकी क्रांति के बारे में बोलते हुए, मंत्री ने याद दिलाया कि Startup India Global VC Summit 2019 के 2-3 महीनों के भीतर National Startup Advisory Council (NSAC) का गठन किया गया था, जिसने कि इनोवेशन और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने में शानदार काम किया है।
गोयल ने जोर देकर कहा कि भारतीय स्टार्टअप अब समाज के सामने आने वाली आधुनिक समस्याओं के लिए कुछ उत्कृष्ट, उच्च गुणवत्ता वाले समाधान पेश कर रहे हैं। उन्होंने
के उदाहरणों का हवाला दिया, मुंबई स्थित स्टार्टअप जो सेकंड में एक्स-रे और सीटी स्कैन की इंटरप्रेट करने के लिए डीप लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करता है। उन्होंने बेंगलुरु स्थित टेक्नोलॉजी, जो किसानों को वन-स्टॉप SaaS आधारित समाधान प्रदान करता है जैसे कि वास्तविक समय पर मौसम की अपडेट और फसल की पैदावार भविष्यवाणी बताता है, का भी जिक्र किया।इंजीनियरिंग, डिफेंस या महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रगति में हाई टेक इनोवेशंस पर आधारित स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता के बारे में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी असंभव को संभव बनाती है! उन्होंने कहा कि डिजिटल कॉमर्स मेटावर्स के उदय के साथ उपयोगकर्ताओं और प्रदाताओं के लिए कनेक्ट होने के नए अवसर अनलॉक हो जाएंगे, उन्होंने व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए मेटावर्स का लाभ उठाने के लिए कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए, गोयल ने कहा, "अपने सपनों को स्थानीय न रखें, उन्हें वैश्विक बनाएं। भारत के कई स्टार्टअप पहले से ही भारत की सीमाओं से बाहर निकल रहे हैं और उभरती अर्थव्यवस्थाओं और स्केलेबल और सस्ती होने के कारण विकसित दुनिया, दोनों में अपने लिए एक पहचान बना रहे हैं।"
राष्ट्र को स्टार्टअप से खरीदने और स्टार्टअप से B2B खरीद को प्रोत्साहित करने के लिए कहते हुए, गोयल ने आगे कहा, "स्टार्टअप्स को अपने IPO की सदस्यता लेने और उन्हें घरेलू पूंजी तक पहुंच प्रदान करके भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।"
मंत्री ने एक Gen-next National Council के निर्माण का भी आह्वान किया जो हमारे युवाओं की आंत्रप्रेन्योरियल टैलेंट और क्षमता का पोषण करने के लिए एक सलाहकार निकाय के रूप में काम करेगी और इसकी संरचना और कामकाज के माध्यम से स्टार्टअप इकोसिस्टम को निरंतरता और परिवर्तन दोनों देगी।
Edited by Ranjana Tripathi