सरकार ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के तहत शुरू की स्कॉलरशिप स्कीम, क्या है खास बातें?
इस योजना के तहत, ऐसे बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए फरवरी 2022 में एक पहल शुरू की गई थी, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता या जीवित माता या पिता खो दिए हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत लाभ जारी किए. इस कार्यक्रम से जुड़े लोगों में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मंत्रिमंडल के कई अन्य सदस्य और मुख्यमंत्री शामिल थे.
उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उन बच्चों के जीवन में आ रही कठिनाइयों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की जिन्होंने कोरोना के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया. “हर दिन का संघर्ष और हर दिन की चुनौतियां. आज जो बच्चे हमारे साथ हैं और जिनके लिए यह कार्यक्रम हो रहा है, उनके दर्द को शब्दों में बयान करना मुश्किल है.” उन्होंने बच्चों से कहा कि वह प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के तौर पर बोल रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ”इन परिस्थितियों में, 'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलों को कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया. पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है.”
प्रधानमंत्री ने बताया कि अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन की जरूरत है तो उसमें भी पीएम केयर्स मदद करेगा. अन्य दैनिक जरूरतों के लिए भी अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए हर माह 4 हजार रुपये की व्यवस्था की गई हैI 23 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर 10 लाख रुपये के अलावा मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक मदद के लिए बच्चों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा और संवाद हेल्पलाइन के माध्यम से भावनात्मक परामर्श भी दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री ने महामारी के सबसे दर्दनाक प्रभाव का इतनी बहादुरी से सामना करने के लिए बच्चों को सलाम किया और कहा कि माता-पिता के प्यार की भरपाई कोई नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि "संकट की इस घड़ी में मां भारती आप सभी बच्चों के साथ हैं."
उन्होंने आगे कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के जरिए देश अपनी जिम्मेदारी निभाने की कोशिश कर रहा है. प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान मानवीय करुणा के उन उदाहरणों को याद किया जब विशेष रूप से लोगों ने प्रभावित लोगों के कल्याण में किस प्रकार अपना योगदान दिया था. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कोष ने कोरोना काल में अस्पतालों को तैयार करने, वेंटिलेटर खरीदने और ऑक्सीजन प्लांट लगाने में भी काफी मदद की. इससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी और कई परिवारों का भविष्य बचाया जा सका.
अंत में उन्होंने कहा कि "अपने सपनों के लिए बस अपना जीवन समर्पित कर दो, वे साकार हो जाएंगे.”
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 मई, 2021 को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना शुरू की है. इस योजना के तहत, ऐसे बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए फरवरी 2022 में एक पहल शुरू की गई थी, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता या जीवित माता या पिता खो दिए हैं.
इस स्कीम के अनुरूप, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने ऐसे बच्चों को बिना किसी बाधा के अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए छात्रवृत्ति सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है, जिन्होंने कोविड-19 महामारी में माता-पिता या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता या जीवित माता या पिता को खो दिया है.
तदनुसार, इस उद्देश्य के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में स्कॉलरशिप फॉर पीएम केयर्स चिल्ड्रन नाम से एक नई योजना तैयार की गई है.
- इस योजना के तहत छात्रवृत्ति भत्ता 20,000/- रुपये प्रति बच्चा प्रति वर्ष होगा जिसमें 1,000 रुपये प्रति माह मासिक भत्ता और स्कूल की फीस, किताबों व वर्दी की लागत, जूते और अन्य शैक्षिक उपकरण के लिए 8000 रुपये का वार्षिक शैक्षणिक भत्ता शामिल होगा.
- पहली कक्षा से 12वीं कक्षा पास करने तक बच्चों को छात्रवृत्ति डीबीटी के माध्यम से वितरित की जाएगी.
- योजना के तहत 2022-23 के दौरान 7.89 करोड़ रुपये की राशि से 3,945 बच्चों को लाभान्वित किया गया है.