पीएम मोदी ने की ‘मन की बात’, कहा- देश का इतिहास चुनौतियों से पार पाने का रहा है
पीएम मोदी ने कहा कोरोना संकट ने हमें जीवन जीने के नए तरीकों से रूबरू कराया है। अब हमें कोरोना को हराना भी है और अर्थव्यवस्था को बनाना भी है।
पीएम मोदी ने 28 जून रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 66वें संस्करण में देशवासियों से एक बार फिर से संवाद किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संवाद की शुरुआत कोरोना वायरस महामारी के साथ ही की। उन्होने कहा कि “6-7 महीने पहले हम कहाँ जानते थे कि यह संकट आयेगा, आज लोग कह रहे हैं कि यह साल कब खत्म होगा”
प्रधानमंत्री मोदी ने इसी के साथ टिड्डी हमले, एलएसी तनाव और साइक्लोन का भी जिक्र किया, लेकिन पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देश का इतिहास चुनौतियों से पार पाने का रहा है।
पीएम मोदी ने कहा,
“भारत में बाधाएं आईं तो सृजन भी हुआ। भारत पहले भी कई चुनौतियों से निकला है, देश ने संकट को सफलता में बदला है।”
एलएसी पर तनाव और चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष के संबंध में कहा, “लद्दाख में शहीद वीर जवानों को देश श्रद्धांजलि दे रहा है। भारत पर बुरी नज़र रखने वालों को करारा जवाब मिला है।"
कोरोना को हराने पर ज़ोर देते हुए पीएम मोदी ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। पीएम मोदी ने सोशल डिस्टेन्सिंग और मास्क को लेकर एक बार फिर से निवेदन किया है। पीएम मोदी लोगों से लापरवाही ना बरतने के लिए कहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि कमर्शियल ऑक्शन से माइनिंग सेक्टर को भी गति मिली है। साथ ही कृषि क्षेत्र में भी दशकों से लॉकडाउन में फसी चीजों को अनलॉक कर दिया गया है। इसके लिए किसानों को अब फसल बेंचने और ऋण में सहूलियत मिली है।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कोरोना संकट ने हमें जीवन जीने के नए तरीकों से रूबरू कराया है। अब हमें कोरोना को हराना भी है और अर्थव्यवस्था को बनाना भी है।
सम्बोधन में पीएम मोदी ने कहा कोरोना महामारी के दौरान एशिया के साथ ही पूरे विश्व में हल्दी और अदरख जैसे भारतीय मसालों की मांग बड़ी तेजी से उठी है। इसी के साथ पीएम मोदी ने लोगों को पारंपरिक खेलों से युवाओं को रूबरू कराने की अपील की है। इसी के साथ पीएम मोदी ने स्टार्टअप से लोकल खेलों को लेकर आगे बढ़ने की अपील की है।
बच्चों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपील की कि थोड़ा समय मिले तो माता-पिता से पूछकर अपने बुजुर्गों का इंटरव्यू मोबाइल पर रिकॉर्ड कीजिये। उनसे पूछिये कि बचपन में उनका रहन सहन कैसा था? उनके बचपन के बारे में पूछिए, आप इससे पुराने हिंदुस्तान को जान पाएंगे।
तमिलनाडु के कामेगौड़ा का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने जिक्र कि किस तरह उन्होने बारिश के पानी का संरक्षण करने के लिए अपने इलाके में 15-16 तालाबों का निर्माण किया है। पीएम मोदी ने आने वाले त्योहारो को ध्यान में रखते हुए लोगों से इको फ्रेंडली प्रतिमाओं का इस्तेमाल करने की अपील की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव का जिक्र करते हुए उन्हे याद किया। पीएम मोदी ने बताया कि आज उनकी जन्म शताब्दी की शुरुआत हुई है। पीएम मोदी ने बताया कि किस तरह नरसिम्हा राव महज 17 साल की उम्र में अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने लगे थे। पीएम मोदी ने देशवासियों से पूर्व पीएम को और अधिक जानने की अपील की है।
पीएम मोदी ने अबकी देशवासियों से अन्य सुझाव और इनोवेटिव आइडियाज़ मांगे हैं। साथ ही पीएम मोदी भरोसा जताया है कि यह साल भारत को नई दिशा देने वाला साबित होगा।
इसके पहले पीएम मोदी ने 31 मई को ‘मन की बात’ करते हुए कोरोना महामारी के समय योग की जरूरत पर ज़ोर डाला था। पीएम मोदी ने कहा था कि अब लोग हरिद्वार से लेकर हॉलीवुड तक योग को अपना रहे हैं और आयुर्वेद की ओर लौट रहे हैं।