मेडिकल एजुकेशन को बढ़ावा देने से अगले 10 सालों में देश को मिलेंगे रिकॉर्ड संख्या में नए डॉक्टर: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने भुज में के.के. पटेल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा, "देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का लक्ष्य हो या फिर मेडिकल एजुकेशन को सबकी पहुंच में रखने के प्रयास, इससे आने वाले 10 सालों में देश को रिकॉर्ड संख्या में नए डॉक्टर मिलने वाले हैं।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के भुज में के.के. पटेल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल राष्ट्र को समर्पित किया। अस्पताल का निर्माण श्री कच्छी लेवा पटेल समाज, भुज द्वारा किया गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य लोगों में शामिल थे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सराहना करते हुए कहा कि भूकंप से मची तबाही को पीछे छोड़कर भुज और कच्छ के लोग अब अपने परिश्रम से इस क्षेत्र का नया भाग्य लिख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, "आज इस क्षेत्र में अनेक आधुनिक मेडिकल सेवाएं मौजूद हैं। इसी कड़ी में भुज को आज एक आधुनिक, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मिल रहा है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अस्पताल क्षेत्र का पहला धर्मार्थ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है, जो कच्छ के लोगों के साथ-साथ लाखों सैनिकों, सेना के जवानों और व्यापारियों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा उपचार की गारंटी करेगा।
प्रधानमंत्री ने विस्तारपूर्वक बताया कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सिर्फ बीमारी के इलाज तक ही सीमित नहीं होती हैं, ये सामाजिक न्याय को प्रोत्साहित करती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “जब किसी गरीब को सस्ता और उत्तम इलाज सुलभ होता है, तो उसका व्यवस्था पर भरोसा मज़बूत होता है। इलाज के खर्च की चिंता से गरीब को मुक्ति मिलती है तो वो निश्चिंत होकर गरीबी से बाहर निकलने के लिए परिश्रम करता है।” प्रधानमंत्री ने बताया कि बीते सालों में हेल्थ सेक्टर की जितनी भी योजनाएं लागू की गई हैं, उनकी प्रेरणा यही सोच है।
आयुष्मान भारत योजना और जनऔषधि योजना से हर साल गरीब और मिडिल क्लास परिवारों के लाखों करोड़ रुपए इलाज में खर्च होने से बच रहे हैं। स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र और आयुष्मान भारत स्वास्थ्य सुविधा योजना जैसे अभियान सभी के लिए उपचार को सुलभ बनाने में मदद कर रहे हैं।
आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन मरीजों के लिए सुविधाओं का विस्तार कर रहा है। जिले में आयुष्मान स्वास्थ्य सुविधा मिशन के माध्यम से आधुनिक तथा महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया गया है और इसे ब्लॉक स्तर तक ले जाया जा रहा है। हर जिले में अस्पताल बन रहे हैं। इसी तरह देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का लक्ष्य हो या फिर मेडिकल एजुकेशन को सबकी पहुंच में रखने के प्रयास, इससे आने वाले 10 सालों में देश को रिकॉर्ड संख्या में नए डॉक्टर मिलने वाले हैं।
गुजराती के बारे में, प्रधानमंत्री ने कहा कि 'एक ऐसी स्थिति आ गई है कि न तो मैं कच्छ छोड़ सकता हूं और न ही कच्छ मुझे छोड़ सकता है।' उन्होंने गुजरात में मूलभूत चिकित्सा सुविधा और शिक्षा के क्षेत्र में हाल के विस्तार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज नौ एम्स हैं, तीन दर्जन से अधिक मेडिकल कॉलेज हैं, जबकि पहले केवल 9 कॉलेज थे। उन्होंने कहा कि मेडिकल सीटों की संख्या 1100 से बढ़कर 6000 हो गई है। राजकोट एम्स में काम शुरू हो गया है और अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में माता और शिशु की स्वास्थ्य सेवा के लिए 1500 बिस्तरों का बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। कार्डियोलॉजी और डायलिसिस की सुविधाएं कई गुना बढ़ गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य के प्रति रोकथाम के अपने दृष्टिकोण पर को फिर से जोर दिया और स्वच्छता, व्यायाम और योग पर ध्यान देने का अनुरोध किया। उन्होंने अच्छे आहार, स्वच्छ पानी और पोषण के महत्व के बारे में भी बताया। उन्होंने कच्छ क्षेत्र से योग दिवस को बड़े पैमाने पर मनाने का आह्वान किया। उन्होंने पटेल समुदाय से विदेशों में कच्छ त्योहार को बढ़ावा देने और इसके लिए विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा। उन्होंने हर जिले में 75 अमृत सरोवर के लिए अपना आह्वान भी दोहराया।
Edited by Ranjana Tripathi