प्रवासी भारतीय दिवस 2019: अतिथियों के स्वागत के लिए काशी है तैयार
वाराणसी में 21 जनवरी से प्रारम्भ होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस 2019 में शामिल होने के लिए दुनिया भर के विदेशी अतिथि वाराणसी पहुंचने लगे हैं। अतिथियों के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन के बाद विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जा रहा है। काशी पहुंचने वाले अधिकांश लोगों की पहली प्राथमिकता बाबा विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करना है। विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए नतमस्तक विशेष रूप से इंडोनेशिया, मलेशिया, मॉरीशस, अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों के अतिथि आध्यात्मिक रूप से मंत्रमुग्ध दिखाई देते है।
वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और प्रवासी भारतीय मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था की देखरेख करने वाले नोडल अधिकारी वी.डी.ए राजेश कुमार ने बताया कि आम धारणा के विपरीत, प्रवासी भारतीय दिवस 2019 के लिए पंजीकरण करने वाले अधिकांश मेहमान मॉरीशस और अन्य ऐसे देशों से न होकर अमेरिका से हैं। उन्होंने कहा हालांकि मॉरीशस और अन्य ऐसे देशों के लिए भारतीय सदियों पहले पलायन कर गए थे। उन्होंने बताया कि प्रवासी भारतीय मेहमानों के लिए तीन स्तर पर ठहरने की व्यवस्था है। अतिथियों के लिए प्रथम व्यवस्था 'टेंट सिटी' के नाम से लोकप्रिय ऐढ़े गाँव में की गई है जिसे 'श्री बालेश्वर अग्रवाल प्रवासी नगर' जाता है। यहां 1480 मेहमानों को ठहराने की व्यवस्था है। दूसरी व्यवस्था वाराणसी के होटल कक्ष हैं जहाँ लगभग पाँच हज़ार मेहमानों को मानक आवास उपलब्ध कराया जाएगा और तीसरी व्यवस्था 'काशी आतिथ्य योजना' है जिसके तहत लगभग 400 अतिथि काशी के नागरिकों के साथ उनके घरों में ठहरेंगे।
प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी से संबंधित अधिकारियों ने बताया कि 125 से अधिक देशों के 5800 से अधिक एनआरआई मेहमान हैं जिन्हें पीबीडी भागीदारी के लिए पंजीकृत किया गया है। इस आयोजन को और अधिक भव्य बनाने के लिए, विदेश मंत्रालय ने एक विशेष ट्विटर हैंडल #MyPBDMoment और #PravasiAtVaranasi तैयार किया है। इस विशाल आयोजन के लिए इन्हें विदेश मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल #PBDConvention पर साझा किया गया है।
भारतीय दिवस-2019 के उपलक्ष्य में, सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौर 20 जनवरी, रविवार को बीएचयू परिसर में शिव मंदिर के विज्ञान छात्रावास के सामने सांय 7:30 बजे "एक भारत: स्वच्छ और सक्षम भारत- बापू और पटेल के सपनो का भारत" नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
यह भी पढ़ें: पढ़ना-लिखना नहीं जानतीं लेकिन आदिवासियों की खबर दुनिया तक पहुंचा रहीं जानकी अम्मा