देश के सरकारी बैंक 2 अक्टूबर से चलाने वाले हैं खास अभियान, इन वैकेंसीज पर करेंगे नियुक्ति
SC के लिए चिह्नित बैकलॉग भर्तियों को पूरा करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक 2 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक एक भर्ती अभियान चलाएंगे.
सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक (PSB) अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित पुरानी रिक्तियों पर भर्ती की प्रक्रिया गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर से शुरू करने जा रहे हैं. न्यूज एजेंसी PTI-भाषा के मुताबिक, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष विजय सांपला ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि PSB (Public Sector Banks), अनुसूचित जातियों (एससी) के लिए चिह्नित ‘बैकलॉग’ पदों पर भर्ती की प्रक्रिया दो अक्टूबर से शुरू करेंगे.
अनुसूचित जातियों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं एवं ऋण के मुद्दे पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक के बाद भर्ती अभियान चलाने का फैसला किया गया है. सांपला ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ इस बैठक की सह-अध्यक्षता की थी. इस बैठक में अनुसूचित जातियों से संबंधित लोगों को सार्वजनिक बैंकों से दिए जाने वाले कर्ज की स्थिति की समीक्षा की गई. इसके अलावा नौकरियों में आरक्षण एवं पहले से खाली पदों पर भर्तियों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई.
31 दिसंबर है डेडलाइन
अनुसूचित जाति आयोग के प्रमुख ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बैकलॉग भर्तियों को पूरा करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक 2 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक एक भर्ती अभियान चलाएंगे. इसके साथ ही इन बैंकों को एससी समुदाय से संबंधित शिकायतों का भी 31 दिसंबर तक निपटारा करने का निर्देश दिया गया है. सांपला ने कहा कि बैंक अपनी आरक्षण नीति के बारे में एक रिपोर्ट भी देंगे, जिसमें सभी योजनाओें में एससी समुदाय की भागीदारी और भर्ती का खास उल्लेख होगा. बैंकों को साल में दो बार यह रिपोर्ट भेजनी होगी.
इसके अलावा बैंकों को आउटसोर्सिंग पर रखे गए सभी कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन का भुगतान सुनिश्चित करने को भी कहा गया है. इसके साथ ही, स्वीकृत किए जाने के बाद भी वितरित नहीं किए गए कर्जों के बारे में भी बैंक समीक्षा कर रिपोर्ट सौंपेंगे.
बैंकों में भर्तियों के निकलने लगे विज्ञापन
वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को अपने रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया है. कोविड-19 महामारी के दौरान भर्ती प्रक्रिया पर असर पड़ा था लेकिन अब इस बैकलॉग या पुराने रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान घटकर 7.80 लाख रह गई. वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान यह संख्या 8.86 लाख थी, जो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों का सर्वाधिक स्तर है.
मंत्रालय से मिले निर्देशों पर अमल करते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने भर्तियों के विज्ञापन निकालने शुरू कर दिए हैं. देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 1,673 प्रशिक्षु अधिकारियों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किए हैं, जिनमें से 73 पद बैकलॉग श्रेणी के हैं. इसके अलावा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने भी विशेषज्ञ अधिकारियों के 110 पदों पर भर्ती करने के लिए विज्ञापन निकाले हैं.
IBPS ने 6,500 पदों के लिए शुरू की भर्ती प्रक्रिया
इसी के साथ विभिन्न पीएसबी के लिए भर्ती प्रक्रिया संचालित करने वाले आईबीपीएस ने करीब 6,500 प्रशिक्षु अधिकारियों एवं प्रबंध ट्रेनी की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है. IBPS बैंक ऑफ बड़ोदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के लिए भर्तियां करता है. बैंकिंग कर्मचारी चयन संस्थान (IBPS) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में प्रशिक्षु अधिकारियों की भर्ती करता है, जबकि विशेषज्ञ अधिकारियों के पदों पर भर्तियां बैंक अपने-अपने स्तर पर करते हैं. इसके अलावा लघु उद्योग विकास बैंक सिडबी जैसे वित्तीय संस्थान ने भी कार्यक्रम कर्मचारियों एवं कार्यक्रम अधिकारियों के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं.
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Edited by Ritika Singh