युनिवर्सिटीज और कॉलेजों को ऑनलाइन एग्जाम कराने में मदद कर रहा है पुणे स्थित यह SaaS स्टार्टअप
2011 में स्थापित, पुणे स्थित SaaS स्टार्टअप WeShine Tech यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को एग्जाम प्रोसेस ऑटोमैटिक करने के लिए सल्यूशन प्रदान करता है।
"आंत्रप्रेन्योर अनुपम मंगुडकर 2011 से ही कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को डिजिटल बदलाव में मदद करने के लिए काम कर रहे हैं। अनुपम ने अपने भाई उत्कर्ष मंगुडकर और पूर्व सहयोगी रामकृष्ण कुलकर्णी के साथ परीक्षा प्रक्रिया यानी एग्जाम प्रोसेस ऑटोमेशन सल्यूशन प्रदान करने के लिए पुणे स्थित WeShine Tech Pvt Ltd की शुरुआत की।"
देखा जाए तो भारत में एजुकेशन इंडस्ट्री के अंदर डिजिटलीकरण पहले से ही चल रहा था, लेकिन COVID-19 महामारी के बीच जब स्कूल और कॉलेज लगभग रातोंरात ऑनलाइन हो गए तो इसने और तेज रफ्तार पकड़ी।
लेकिन आंत्रप्रेन्योर अनुपम मंगुडकर 2011 से ही कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को डिजिटल बदलाव में मदद करने के लिए काम कर रहे हैं।
अनुपम ने अपने भाई उत्कर्ष मंगुडकर और पूर्व सहयोगी रामकृष्ण कुलकर्णी के साथ परीक्षा प्रक्रिया यानी एग्जाम प्रोसेस ऑटोमेशन सल्यूशन प्रदान करने के लिए पुणे स्थित WeShine Tech Pvt Ltd की शुरुआत की।
इसका फ्लैगशिप प्रोडक्ट है UniApps, जो एप्लीकेशन्स का एक पूरा सूइट प्रदान करता है। यह युनिवर्सिटी के लिए एग्जामिनेशन प्रोसेस को ऑटोमैटिक करने में मदद करता है। यह छात्र नामांकन से लेकर सर्टिफिकेट जारी करने तक, कंप्लीट स्टूडेंट स्कूल मैनेजमेंट को भी सक्षम बनाता है।
अनुपम, जो 2008 में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे, बताते हैं कि उन्हें अपने इंटरनल ट्रेनिंग असेसमेंट इवैल्यूशन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते समय कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
वह YourStory को बताते हैं, “उसी साल, प्रतिष्ठित कैट एग्जाम ऑनलाइन हुआ और कई अड़चनें आईं। मुझे एहसास हुआ कि एक समस्या मौजूद थी और मैं इसे हल करने के लिए एक समाधान बनाना चाहता था।”
शैक्षणिक संस्थानों के लिए SaaS समाधान
अपनी शुरुआती यात्रा के बारे में बोलते हुए, अनुपम कहते हैं कि टीम ने एक ऑनलाइन परीक्षा समाधान पर काम करना शुरू किया।
वह कहते हैं, “उसी समय, संयोग से, पुणे विश्वविद्यालय ने अपने कुछ पाठ्यक्रमों के लिए एमसीक्यू परीक्षा (MCQ exams) आयोजित करना शुरू कर दिया और हमें अपने इनोवेशन को वहां दिखाने करने का अवसर मिला। हमने समाधान पर काम करना शुरू किया और अपना पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया, जो एमसीक्यू-आधारित परीक्षाओं पर केंद्रित था।”
इसके बाद, टीम कई शैक्षणिक संस्थानों के साथ जुड़ी और उन्हें प्रश्न पत्र बनाने और मैनेज करने, छात्रों के रिजल्ट मैनेज करने, प्रश्नपत्रों के ऑनलाइन मूल्यांकन से संबंधित मुद्दों आदि के बारे में और अधिक समझने के लिए उनके साथ काम किया और उन्हें हल करने के लिए तकनीकी समाधान के साथ आए। अब, इन सभी एप्लीकेशन्स को एक जगह इकट्ठा कर दिया गया है और उन्हें UniApps सुइट के अंतर्गत प्रदान किया गया है।
ऑनलाइन एग्जामिनेशन सिस्टम के अलावा, UniApps सुइट संस्थानों को छात्रों के ऑनलाइन एडमिशन, प्रश्न पत्रों को मैनेज करने, टेस्ट की ऑनलाइन मार्किंग और अन्य रिजल्ट्स को प्रोसेस करने में मदद करता है।
वह कहते हैं, “छात्रों, परीक्षाओं आदि का डेटा अमेजॉन क्लाउड पर सुरक्षित रूप से होस्ट किया जाता है। हम Amazon के निजी क्लाउड सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं और डेटा हमेशा हमारे लिए ग्राहक के स्वामित्व वाला होता है। इसके अलावा, एक सेसन या परीक्षा समाप्त होने के बाद, हम बैकअप के लिए पूरे डेटा को वे जिस भी प्रारूप में चाहते हैं, सौंप देते हैं।”
बिजनेस और उससे आगे
सह-संस्थापक बताते हैं कि सास स्टार्टअप शैक्षिक संस्थानों को सब्सक्रिप्शन के आधार पर अपने एप्लीकेशन का सूइट ऑफर करता है। उन्होंने खुलासा किया कि चार्जेस स्केल के आधार पर निर्भर करते हैं - छात्रों, परीक्षा के प्रश्नपत्रों की संख्या आदि। कॉलेज और विश्वविद्यालय या तो पूरे सूइट का सब्सक्रिप्शन ले सकते हैं या विशेष मॉड्यूल का विकल्प चुन सकते हैं।
वह कहते हैं, “हम पांच राज्यों में 20 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ काम कर रहे हैं। हम अपनी उपस्थिति पैन-इंडिया बढ़ा रहे हैं और अब COVID-19 के कारण और भी ज्यादा तेजी से काम कर रहे हैं। हम मुंबई विश्वविद्यालय, गोवा विश्वविद्यालय, पुणे विश्वविद्यालय, गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के साथ काम कर रहे हैं।”
वेरीफाइड मार्केट रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल ऑनलाइन एग्जाम सॉफ्टवेयर मार्केट 8.53 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ रहा है और 2027 तक 8,851.69 मिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
सूरत स्थित एडटेक स्टार्टअप ग्रेडाजी इसी तरह की सेवाएं प्रदान करता है। यह शैक्षिक संस्थानों को एमसीक्यू से लेकर सब्जेक्टिव टेस्ट तक किसी भी प्रकार के टेस्ट कंडक्ट करने के लिए एक सहज परफॉर्मेंस असेसमेंट प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। राजकोट स्थित कंडक्टएग्जाम भी परीक्षा के लिए ऑनलाइन सॉफ्टवेयर प्रदान करता है।
अनुपम ने खुलासा किया कि स्टार्टअप को 1.5 लाख रुपये के शुरुआती निवेश के साथ लॉन्च किया गया था और तब से बूटस्ट्रैप है और यह व्यवस्थित रूप से बढ़ने का दावा करता है। WeShine अब इक्विटी निवेशकों से रणनीतिक फंडिंग की तलाश में है जो व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करेगा।
भविष्य की योजनाओं के बारे में बोलते हुए, अनुपम कहते हैं कि स्टार्टअप भारत भर में रणनीतिक साझेदारों की तलाश कर रहा है ताकि अपने पदचिह्न का विस्तार किया जा सके।
सह-संस्थापक बताते हैं कि प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल स्कूलों द्वारा भी किया जा सकता है और यह भी खुलासा किया कि स्टार्टअप इसके लिए आईसीएसई और सीबीएसई बोर्डों के साथ बातचीत कर रहा है। हालांकि, उन्होंने दोहराया कि स्टार्टअप अभी ज्यादातर हायर एजुकेशन सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित करेगा।
Edited by Ranjana Tripathi