Startup Conclave: DoITC राजस्थान की Hackathon में विजेताओं को मिले 60 लाख रुपये
इस इवेंट में कॉन्फ्रेंस, मेगा जॉब फेयर, कार्निवल एंड रन, मेगा हैकथॉन, स्टार्टअप एक्सपो, स्टार्टअप बाजार आदि कार्यक्रम आयोजित हुए. लेकिन मेगा हैकथॉन ने राज्य में सफलता की नई इबारत लिखी. 36 घंटे तक चली इस हैकथॉन में देश भर से आए युवाओं, छात्रों और आंत्रप्रेन्योर्स ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.
हाइलाइट्स
- राजस्थान सरकार के DoITC और iSTART ने राजस्थान आईटी दिवस के मौके पर तीन दिवसीय इवेंट की मेजबानी की
- Startup Conclave इवेंट में मेगा हैकथॉन ने राज्य में सफलता की नई इबारत लिखी
- 36 घंटे तक चली इस हैकथॉन में देश भर से 3177 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया
- हैकथॉन के विजेताओं को 60 लाख रुपये मिले
राजस्थान सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड कम्यूनिकेशन (DoITC) और iSTART ने हाल ही में राजस्थान आईटी दिवस (Rajasthan IT Day) के मौके पर तीन दिवसीय इवेंट की मेजबानी की. गुलाबी नगरी जयपुर में 19 मार्च से शुरू हुई इवेंट 21 मार्च तक चली. इस इवेंट में देश भर के युवा, स्टार्टअप्स, निवेशक, कंपनियां, शिक्षाविद, इंडस्ट्री के एक्सपर्ट, मशहूर हस्तियां एक साथ एक मंच पर आए, ताकि राजस्थान के लोगों को भी फायदा मिल सके.
इस इवेंट में कॉन्फ्रेंस, मेगा जॉब फेयर, कार्निवल एंड रन, मेगा हैकथॉन, स्टार्टअप एक्सपो, स्टार्टअप बाजार आदि कार्यक्रम आयोजित हुए.
लेकिन मेगा हैकथॉन ने राज्य में सफलता की नई इबारत लिखी. 36 घंटे तक चली इस हैकथॉन में देश भर से आए युवाओं, छात्रों और आंत्रप्रेन्योर्स ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.
PW Skills द्वारा आयोजित हैकथॉन दो भाग में हुई - एक ऑफ़लाइन और एक ऑनलाइन.जहां कोडर्स, डेवलपर्स और डिजाइनरों ने अपनी कोडिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स का हुनर दिखाया.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 3177 प्रतिभागियों ने इस हैकथॉन में हिस्सा लिया.
हैकथॉन की जूरी
PW Skills के 12 डेटा साइंटिस्ट की अनुभवी टीम ने इस मेगा हैकथॉन को जज किया. इनमें शामिल हैं - कृष नाइक, संजीवन थोराट, दीपरंजन कुमार गुप्ता, शुभम शर्मा, ऋषिकेश नियोगी, जीशान खान, जयदीप दीक्षित, ईशवंत कुमार, विशाल सिंह, भरत जेपीवी, आदित्य शिंदे और सूरज बी.
हैकथॉन (ऑफलाइन) के विजेता
उज्ज्वल कसेरा, विशाल मिश्रा, आकाश कुमार यादव, तनिष्क श्रीवास्तव और शिरशेंदु लाहिड़ी (सभी छात्र हैं) की टीम इस हैकथॉन की पहली विजेता रही. इन्हें बतौर इनाम 25 लाख रुपये मिले. इस टीम ने IoT (Internet of Things) और मशीन लर्निंग का उपयोग करके सटीक खेती को बढ़ावा देकर भारत के कृषि क्षेत्र को बढ़ाने के लिए समाधान तैयार किया.
अभिषेक शर्मा, राधिका रूंगटा, स्वप्निल, अमित सरकार और विवेक कुमार (सभी छात्र) की टीम दूसरी विजेता रही. इन्हें 20 लाख रुपये मिले. इस टीम ने देश की इकोनॉमी और इन्वेस्टमेंट ग्रोथ के लिए एंड्राइड ऐप डेवलप की.
कृष्णकांत यादव, नरेश सुमन, नकुल शर्मा, खुशी वर्मा और दिशा चौधरी PW Skills द्वारा आयोजित हैकथॉन की तीसरी विजेता बनीं. इस टीम को 15 लाख रुपये मिले. इस टीम ने चेहरे की पहचान (Face Recognition) टेक्नोलॉजी सेक्टर समाधान तैयार किया.
हैकथॉन (ऑनलाइन) के विजेता
इश्विन खत्री, चैतन्य राय, शानिल खत्री, मनीष शंभू साह और मोहित कदवे (सभी छात्र) की टीम पहली विजेता रही. इस टीम ने ग्रीन एनर्जी सेक्टर के लिए समाधान तैयार किया है. टीम द्वारा बनाया गया प्रोडक्ट किसी भी पदार्थ को जलाने से उत्पन्न ऊष्मा ऊर्जा (heat energy) को विद्युत ऊर्जा (electrical energy) में परिवर्तित करने में सक्षम है.
आकाश श्रीनिवासन, शशांक सिंह, जगदीश, इंद्रतेज रेड्डी और रक्षित कोयनी (सभी छात्र) की टीम दूसरे नंबर की विजेता रही. इस टीम ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से सबटाइटल जनरेट करने वाली वेबसाइट बनाई है.
अनिमेश, शिव सार्थक सबलोक और पुष्पेंद्र सैनी (सभी छात्र) की टीम ने इस हैकथॉन में तीसरे नंबर की विजेता रही. इस टीम ने एजुकेशन सेक्टर में स्टूडेंट्स द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं के लिए समाधान तैयार किया है, ताकि स्टूडेंट्स का भविष्य संवारा जा सके.
आपको बता दें कि राज्य सरकार आईटी और ई-गवर्नेंस पहलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. यह हैकथॉन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस हैकथॉन में कोडर्स, डेवलपर्स और डिजाइनरों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एआर/वीआर, ब्लॉकचैन, मशीन लर्निंग, बायोइनफॉरमैटिक्स, डेटा वेयरहाउस और डेटा मोबिलिटी सेक्टर में इनोवेट करते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.