टाटा ग्रुप गुजरात में लगाएगा 13,000 करोड़ रुपये की लिथियम-आयन बैटरी गीगा फैक्ट्री
2 जून को टाटा समूह समर्थित सहायक अग्रतास एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशन और गुजरात सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
भारत के दिग्गज बिजनेस ग्रुप, टाटा ग्रुप ने शुक्रवार को गुजरात में लिथियम-आयन सेल मैन्युफैक्चरिंग गीगा फैक्ट्री स्थापित करने की अपनी योजना की घोषणा की. परियोजना के प्रारंभिक चरण में, रतन टाटा समर्थित समूह ₹13,000 करोड़ का निवेश करेगा. यह विकास देश की अपनी इलेक्ट्रिक वाहन आपूर्ति श्रृंखला बनाने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है.
2 जून को टाटा समूह समर्थित सहायक अग्रतास एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशन (Agratas Energy Storage Solution) और गुजरात सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
गुजरात राज्य सरकार के एक अधिकारी विजय नेहरा ने रॉयटर्स को बताया, "यह प्लांट गुजरात और भारत में ईवी इकोसिस्टम के विकास में योगदान देने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा."
उत्तरी गुजरात के साणंद क्षेत्र में स्थित योजना पर काम होगा. पहले चरण में, प्लांट की प्रारंभिक निर्माण क्षमता 20 गीगावाट घंटे (GWh) होगी.
दूसरे चरण में मैन्युफैक्चरिंग क्षमता दोगुनी होने की उम्मीद है.
कुल मिलाकर, परियोजना के तीन साल से कम समय में शुरू होने की उम्मीद है.