भारत पर कर्ज के बढ़ते स्तर को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने जताई चिंता, भारत को महत्वाकांक्षी रणनीतिक, वित्तीय सुधारों की तत्काल जरूरत: आईएमएफ
By भाषा पीटीआई
February 15, 2020, Updated on : Sat Feb 15 2020 05:01:31 GMT+0000
February 15, 2020, Updated on : Sat Feb 15 2020 05:01:31 GMT+0000

आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इस महीने पेश किए गए बजट के बारे में पूछे जाने पर कहा कि भारत की आर्थिक परिस्थितियां आईएमएफ के पहले के पूर्वानुमानों की तुलना में कमजोर हैं।
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वाशिंगटन, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा है कि कर्ज के बढ़ते स्तर को देखते हुए भारत को मध्यम अवधि में राजकोषीय स्थिति सही करने की रणनीति अपनाने तथा अधिक महत्वाकांक्षी रणनीतिक एवं वित्तीय सुधारों पर अमल करने की तत्काल जरूरत है।

आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस (दाएं)
आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इस महीने पेश किए गए बजट के बारे में पूछे जाने पर कहा कि भारत की आर्थिक परिस्थितियां आईएमएफ के पहले के पूर्वानुमानों की तुलना में कमजोर हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा,
‘‘बजट में विभिन्न क्षेत्रों पर किये जा रहे प्रयासों पर ध्यान दिया गया है, लेकिन कर्ज के बढ़ते स्तर को देखते हुए भारत को मध्यम अवधि में राजकोषीय स्थिति सही करने की रणनीति अपनाने तथा अधिक महत्वाकांक्षी रणनीतिक एवं वित्तीय सुधारों पर अमल करने की तत्काल जरूरत है।’’
राइस ने कहा,
‘‘परिस्थितियां हमारे पहले के पूर्वानुमानों की तुलना में कमजोर हैं। अत: इस साल अधिक उदार राजकोषीय रुख की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा,
‘‘हालांकि मध्यम अवधि में राजकोषीय स्थिति सही करने पर ध्यान देना होगा।’’
आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर का अनुमान जनवरी में घटाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया है।
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