भारत की सबसे अमीर महिला हैं सावित्री जिंदल, जिन्होंने खुद कभी कॉलेज का मुंह भी नहीं देखा
फोर्ब्स बिलियनेयर लिस्ट, 2022 के मुताबिक सावित्री जिंदल 17.7 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ भारत की सबसे अमीर महिला हैं.
जिंदल समूह की चेयरपर्सन 72 वर्षीय सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला हैं. फोर्ब्स बिलियनेयर लिस्ट, 2022 (Forbes Billionaire List 2022) के मुताबिक आज की तारीख में सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 17.7 अरब डॉलर है. उनकी कुल संपत्ति में पिछले दो सालों में तीन गुना बढ़ गई है. दो सालों में ही उनकी संपदा में 12 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है.
दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं की सूची में 126वें नंबर पर
भारत की सबसे अमीर महिला बनने के साथ-साथ सावित्री जिंदल दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं की सूची में 126वें स्थान पर पहुंच गई हैं. दुनिया भर की अरबपति महिलाओं की इस सूची में कुल 11 भारतीय महिलाओं का नाम है, जिनमें से चार महिलाएं ऐसी हैं, जिनका नाम पहली बार इस लिस्ट में आया है.
नए चेहरों में ब्यूटी और फैशन कंपनी नायका की सीईओ फाल्गुनी नायर का नाम है. इस लिस्ट में दुनिया की सबसे अमीर महिला के रूप में कॉस्मेटिक्स की दिग्गज कंपनी L'Oréal के संस्थापक की पोती फ्रेंकोइस बेटेनकोर्ट मेयर्स का नाम है, जिसकी कुल संपत्ति $ 74.8 बिलियन डॉलर है.
भारतीय महिलाओं की बात करें तो सावित्री जिंदल के अलावा इस लिस्ट में लीना तिवारी, किरण मजूमदार शॉ, स्मिता कृष्णा गोदरेज, अनु आगा, राधा वेंबू और कविता सिंघानिया का नाम है.
20 साल की उम्र में विवाह
सावित्री जिंदल का जन्म 20 मार्च 1950 को असम के तिनसुकिया में हुआ था. उनका शुरुआती जीवन वहीं बीता. 1970 में उनका विवाह ओम प्रकाश जिंदल से हुआ. 1930 में जन्मे ओम प्रकाश जिंदल की उम्र उस वक्त 40 साल थी और वे बड़े बिजनेसमैन के रूप में नाम और पैसा दोनों बना चुके थे. सावित्री तब महज 20 साल की थीं. सावित्री के माता-पिता के घर और ससुराल में भी लड़कियों के नौकरी और काम करने का रिवाज नहीं था. पुरुष बाहर की दुनिया संभालते थे और स्त्रियां घर की.
शादी के बाद तकरीबन 35 साल तक सावित्री जिंदल ने घरेलू महिला की तरह घर की जिम्मेदारियां पूरी करने में अपना जीवन लगाया. इस बीच उन्होंने 9 बच्चों को जन्म दिया.
इन 35 सालों में ओम प्रकाश जिंदल बिजनेस के साथ-साथ राजनीति में भी ऊंचा मकाम हासिल कर चुके थे. वे हिसार विधानसभा से निर्वाचित विधायक थे और हरियाणा सरकार में मंत्री भी थे. 2005 में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में उनके आकस्मिक निधन के बाद सावित्री जिंदल ने राजनीति और बिजनेस दोनों दुनिया में पहला कदम रखा.
कभी कॉलेज का मुंह नहीं देखा
शुरू-शुरू में सावित्री जिंदल को बहुत मुश्किलें आईं. उनके लिए ये सब आसान नहीं था. सावित्री ने तो कभी कॉलेज का मुंह भी नहीं देखा था. 20 साल की उम्र में शादी हो गई थी. और अचानक पति की मौत के बाद इतनी बड़ी जिम्मेदारी उनके सिर आ पड़ी. उन्हें जीरो से शुरुआत करनी थी. उन्होंने शुरू से सीखना शुरू किया.
कोविड महामारी के दौरान जिंदल समूह के बिजनेस पर काफी नकारात्मक असर पड़ा था. ग्रुप का टर्नओवर 50 फीसदी कम हो गया था. लेकिन पिछले दो सालों में उन्होंने इतनी मेहनत की कि न सिर्फ पुराने नुकसान की भरपाई की, बल्कि कुल संपत्ति में 12 अरब डॉलर का इजाफा भी कर लिया.
जिस हिम्मत, विजन और बुद्धिमत्ता के साथ सावित्री जिंदल ने शून्य से शुरू करके अपने पति के बिजनेस को न सिर्फ संभाला, बल्कि उसे सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, वह काबिले तारीफ है.
Edited by Manisha Pandey