SEBI ने कॉफी डे एंटरप्राइजेज पर 26 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया, इस वजह से उठाया कदम
कॉफी डे के चेयरमैन वीजी सिद्धार्थ ने कथित रूप से जुलाई, 2019 में आत्महत्या कर ली थी.
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने कैफे कॉफी डे की पेरेंट कंपनी कॉफी डे एंटरप्राइजेज (Coffee Day Enterprises) पर 26 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. कॉफी डे पर यह कार्रवाई सब्सिडियरीज के धन का उपयोग, प्रमोटर्स से जुड़ी एक कंपनी में करने के मामले में हुई है. सेबी ने एक आदेश में कहा है कि कंपनी को यह जुर्माना 45 दिन के अंदर जमा करने का निर्देश दिया गया है.
सेबी ने कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड को मैसूर एमल्गमेटेड कॉफी एस्टेट्स लिमिटेड (एमएसीईएल) व उसकी संबंधित इकाइयों से पूरे बकाए की रिकवरी के साथ-साथ सब्सिडियरीज पर बकाया ब्याज की रिकवरी के लिए हर जरूरी कदम उठाने का निर्देश भी दिया है.
ये है मामला
कंपनी को बकाया राशि की वसूली के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए एनएसई से परामर्श कर एक स्वतंत्र लॉ फर्म नियुक्त करनी होगी. सेबी के 43 पृष्ठ के आदेश के अनुसार, उसने पाया कि कॉफी डे एंटरप्राइजेज लिमिटेड (सीडीईएल) की 7 सब्सिडियरी कंपनियों से 3,535 करोड़ रुपये मैसूर एमल्गमेटेड कॉफी एस्टेट्स लिमिटेड में डायवर्ट किए गये. यह कंपनी सीडीईएल के प्रमोटर्स से जुड़ी है.
ये 7 अनुषंगी कंपनियां हैं- कॉफी डे ग्लोबल, टेंग्लिन रिटेल रियलिटी डेवलपमेंट्स, टेंग्लिन डेवलपमेंट्स, गिरि विद्युत (इंडिया) लिमिटेड, कॉफी डे होटल्स एंड रिजॉर्ट, कॉफी डे ट्रेडिंग और कॉफी डे एकॉन. सेबी ने कहा है, '7 अनुषंगियों से एमएसीईएल को भेजा गया पैसा वीजीएस (वीजी सिद्धार्थ), उनके परिवार और संबंधित इकाइयों के निजी खातों में है और इसलिए व्यवस्था में बना रहा.'
सेबी का कहना है कि 31 जुलाई 2019 तक बकाया कुल 3,535 करोड़ रुपये था. सब्सिडियरी कंपनियां 30 सितंबर 2022 तक इसमें से 110.75 करोड़ रुपये की मामूली राशि की वसूली करने में सफल रही हैं. पैसों के डायवर्जन को ध्यान में रखते हुए सेबी ने एंटरप्राइजेज पर धोखाधड़ी और अनुचित बिजनेस प्रैक्टिसेज से संबंधित उल्लंघनों के लिए कॉफी डे 25 करोड़ रुपये और एलओडीआर (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) नियमों से संबंधित नियमों के उल्लंघन के लिए 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.
साल 2019 में हुई थी वीजी सिद्धार्थ की मौत
कॉफी डे के चेयरमैन वीजी सिद्धार्थ ने कथित रूप से जुलाई, 2019 में आत्महत्या कर ली थी. खबर है कि उन्होंने एक आत्महत्या से पहले निदेशक मंडल और कॉफी डे परिवार को संबोधित एक पत्र (सुसाइड नोट) भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुलासा किया था कि वे भारी कर्ज तले दबे हैं. आदेश के अनुसार, एमएसीईएल लगभग वीजीएस के परिवार के स्वामित्व में है. परिवार की हिस्सेदारी 91.75 प्रतिशत है. साथ ही वीजीएस परिवार सीडीईएल का प्रमोटर भी है.
Edited by Ritika Singh