ये है भारत का एकमात्र कोरोना वायरस-मुक्त राज्य
गंगटोक, भारत समेत दुनिया भर में इन दिनों कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है और अब तक लाखों लोगों की जान ले चुका है, लेकिन राहत की बात यह है कि हमारा एक राज्य सिक्किम अभी भी कोरोना वायरस से अछूता है। छोटे से इस सीमावर्ती राज्य में कोविड-19 का एक भी मामला नहीं है, जो इस राज्य के लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है।
अधिकारियों ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि का श्रेय पांच मार्च के बाद से उठाए गए सक्रिय कदमों को दिया है, जिसमें पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना और लोकप्रिय नाथू-ला यात्रा के लिए परमिट के साथ ही विदेशी यात्रियों के लिए इनर-लाइन परमिट को निलंबित करना शामिल है।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व वाली सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) की सरकार ने नाथू-ला अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास चीन-भारत व्यापार पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया,
‘‘राज्य सरकार ने कोविड-19 के प्रकोप को रोकने के लिए कड़े और समयबद्ध उपाय किए और परिणाम सबके सामने हैं।’’
उन्होंने बताया कि सुव्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ते हुए, सिक्किम सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किये जाने वाले उपायों की निगरानी करने के लिए शीघ्र ही मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कार्य बल गठित किया, जिसमें स्वास्थ्य, पर्यटन और कुछ अन्य प्रमुख विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा सभी जिलाधिकारी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए जमीनी स्तर पर भी इसी तरह का कार्य बल बनाया गया।
अधिकारी ने कहा,
‘‘यह समाज के सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयासों का ही नतीजा है कि सिक्किम अभी भी घातक कोरोना वायरस से मुक्त है। राज्य के सभी चार जिले ग्रीन जोन में हैं।’’
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बृहस्पतिवार को भारत में कोविड-19 से हुई मौतों की संख्या बढ़कर 2,549 हो गई है और संक्रमण के मामलों की संख्या 78,000 के पार हो गई है।
उन्होंने बताया कि सिक्किम सरकार ने भी लॉकडाउन के कारण देश के अन्य हिस्सों में फंसे राज्य के हजारों लोगों को निकालने की पहल की है।
उन्होंने बताया कि 6,922 लोगों ने सरकार के आधिकारिक पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है, जिनमें से अब तक कुल 1,122 लोग राज्य में वापस आ चुके हैं।
अधिकारी ने बताया कि इसी तरह, पूर्वी सिक्किम में फंसे अन्य राज्यों के 686 लोगों को उनकी आगे की यात्रा के लिए बसों द्वारा न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पहुँचाया गया।
Edited by रविकांत पारीक