आधी रह जाएंगी SpiceJet की उड़ानें! DGCA का सख्त आदेश
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 6 जुलाई को स्पाइसजेट को 19 जून से उसके विमान में तकनीकी खराबी की कम से कम आठ घटनाओं के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
स्पाइसजेट (SpiceJet) के विमानों में पिछले कुछ समय में एक के बाद एक तकनीकी खराबी आने के बाद विमानन नियामक DGCA ने बुधवार को स्पाइसजेट को आगामी आठ सप्ताह तक केवल अधिकतम 50 प्रतिशत उड़ानें संचालित करने का आदेश दिया. इन्हें गर्मियों के लिए मंजूरी दी गई थी.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 6 जुलाई को स्पाइसजेट को 19 जून से उसके विमान में तकनीकी खराबी की कम से कम आठ घटनाओं के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा कि विभिन्न स्पॉट चेक, इंस्पेक्शन के बाद निकले नतीजों और स्पाइसजेट द्वारा कारण बताओ नोटिस के जवाब को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित और विश्वसनीय परिवहन सेवा को जारी रखने के लिए, स्पाइसजेट की उड़ानों की संख्या 8 सप्ताह की अवधि के लिए गर्मियों के लिए मंजूर की गई उड़ानों की संख्या की 50 फीसदी की जाती है.
स्पाइसजेट के विमानों में 19 जून से 18 दिनों की अवधि के दौरान तकनीकी खराबी के कम से कम आठ मामले आए जिसके बाद डीजीसीए ने छह जुलाई को एयरलाइन को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
नोटिस में कहा गया था कि घटना की समीक्षा से पता चलता है कि आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण खराब है और रखरखाव को लेकर पर्याप्त कदम नहीं (चूंकि ज्यादातर घटनाएं कलपुर्जों या प्रणाली के काम न करने से संबंधित हैं) उठाये जाने से सुरक्षा में कमी आयी है.
डीजीसीए ने यह भी कहा था कि स्पाइसजेट एयरलाइन विमान नियम, 1937 की 11वीं अनुसूची और नियम 134 की शर्तों के तहत सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाओं को सुनिश्चित करने में नाकाम रही है.
डीजीसीए के नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है.
उन्होंने ट्वीट किया था कि ‘यहां तक कि सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा करने वाली छोटी से छोटी त्रुटि की भी गहन जांच की जाएगी और इसे ठीक किया जाएगा.’