चिकित्सा का नोबेल पाने वाले स्वीडिश वैज्ञानिक ने कौन सी खोज की है?
स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम स्थित करोलिंस्का संस्थान में सोमवार को समिति द्वारा साल 2022 के लिए चिकित्सा(Medicine) के क्षेत्र में जीत दर्ज करने वाले वालों की घोषणा की गई. नोबेल समिति ने बयान जारी कर बताया कि स्वीडिश वैज्ञानिक Svante Paabo को साल 2022 के लिए विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए फिजियोलॉजी(Physiology) के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. स्वंते पाबो ने अपनी खोज में पाया था कि जीन का स्थानांतरण अब विलुप्त हो चुके होमिनिन से होमो सेपियन्स में हुआ था.
पैबो पैलियोजेनेटिक्स के संस्थापकों में से एक रहे हैं, जिन्होंने निएंडरथल जीनोम पर बड़े पैमाने पर काम किया है. वह Germany के Leipzig में Max Planck Institute for Evolutionary Anthropology विभाग के निदेशक भी रहे हैं.
स्वंते पाबो स्वीडिश बायोकेमिस्ट Sune K. Bergström के बेटे हैं. 1982 में सुने बर्गस्ट्रॉम को भी फिजियोलॉजी में नोबल पुरस्कार मिल चूका है. पाबो को पुरातात्विक और जीवाश्मिकीय अवशेषों के डीएनए अनुक्रमों की जांच कर मानव उत्पत्ति के दृष्टिकोण को परिवर्तित करने का श्रेय दिया जाता है.
यूके स्थित वैज्ञानिक डेटा एनालिटिक्स प्रोवाइडर ‘क्लेरिवेट’ के डेविड पेंडलेबरी बताते हैं कि वेब ऑफ साइंस(Web of Science) में स्वंते पाबो का सबसे बेहतरीन पेपर 1989 में प्रकाशित हुआ था, जिसमें 4,077 साइटेशन थे. “1970 से अब तक वेब ऑफ साइंस में 55 मिलियन पपरों में से सिर्फ 2 हज़ार पेपर ही पब्लिश हुए हैं.”
नोबेल पुरस्कार की शुरुआत अल्फ्रेड नोबेल ने की थी. स्वीडिश आविष्कारक और धनी व्यवसायी अल्फ्रेड नोबेल ने 1895 में अपनी अंतिम वसीयत लिखी थी, जिसमें उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति नोबेल पुरस्कार की स्थापना के लिए दे दी थी. शुरुआती दौर में विज्ञान, साहित्य और शांति के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए यह पुरस्कार दिया जाता था. हालांकि बाद में अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भी नोबेल पुरस्कार दिया जाने लगा.
नोबल पुरस्कार वैज्ञानिक दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है. स्वीडन के करोलिंस्का संस्थान की नोबेल असेंबली द्वारा हर साल ये पुरस्कार अलग-अलग क्षेत्रों में किए गए ऐतिहासिक कार्यों के लिए दिया जाता है. इस पुरस्कार को जीतने वाले को 10 मिलियन स्वीडिश क्राउन ($ 900,357) इनाम के तौर पर दिए जाते हैं. चिकित्सा के क्षेत्र में स्वंते पाबो को मिलने वाला नोबेल पुरस्कार इस साल का पहला नोबल पुरस्कार है.
फिजियोलॉजी या मेडिसिन के नोबेल समिति के सचिव थॉमस पर्लमैन बताते हैं कि पाबो को जब
उन्होंने नोबल पुरस्कार जीतने की बात बताई तब वह बहुत खुश थे. पाबो उनसे पूछने लगे कि क्या वह नोबल जीतने की खबर किसी को बता सकता हैं, उन्होंने यह भी पूछा कि क्या वह अपनी पत्नी को बता सकता है और इसके जवाब में थॉमस ने कहा बिलकुल बता सकते हैं. पर्लमैन बताते हैं कि पाबो इस पुरस्कार को लेकर अविश्वसनीय रूप से रोमांचित थे.
पिछले साल डेविड जुलियस और आर्डेम पटापुटियन इस पुरस्कार के विजेता थे. इनकी खोज का विषय था कि मानव शरीर तापमान और स्पर्श को किस तरह से महसूस करता है.