Tata Nexon EV में लगी थी आग, केंद्र ने दिए जांच के आदेश
टाटा मोटर्स ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि हाल ही में आग लगने की घटना के तथ्यों का पता लगाने के लिए एक विस्तृत जांच की जा रही है. हम अपने वाहनों और उनके उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
पिछले कुछ महीनों में दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) में आग लगने के मामले सामने आने के बाद बीते मंगलवार को टाटा मोटर्स के चार पहिया इलेट्रिक वाहन नेक्सन में आग लगने से आम लोगों में EVs को लेकर एक फिर चिंता पैदा हो गई है. इस घटना के संबंध में लोगों ने सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने नेक्सन इलेक्ट्रिक वाहन में आग लगने की घटना के स्वतंत्र जांच के आदेश दिए हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि अग्नि, पर्यावरण तथा विस्फोटक सुरक्षा केंद्र (सीएफईईएस), भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) और नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (एनएसटीएल) को यह जांच करने के लिए कहा गया है. जांच के दौरान ये संस्थान उन परिस्थितियों का पता लगाएंगी, जिसके चलते आग लगी। ये संस्थान बचाव के उपाय के संबंध में सुझाव भी देंगे.
इससे पहले टाटा मोटर्स ने कहा था कि वह मुंबई में नेक्सन ईवी में आग लगने की घटना की जांच कर रही है. कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा था कि हाल ही में आग लगने की घटना के तथ्यों का पता लगाने के लिए एक विस्तृत जांच की जा रही है. हम अपने वाहनों और उनके उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
टाटा मोटर्स ने कहा कि लगभग चार साल में 30,000 से अधिक ईवी ने पूरे देश में 10 करोड़ किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है और इस दौरान यह पहली घटना है.
इससे पहले ओला इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक और प्योर ईवी जैसे कई इलेक्ट्रिक दोपहिया विनिर्माताओं ने इन घटनाओं के चलते अपने बिचली चालित वाहनों को वापस मंगाया है.
बीते 26 मार्च को महाराष्ट्र के पुणे में दोपहर करीब 1 बजे कैब एग्रिगेटर ओला की एक सड़क किनारे खड़ी EV में आग लगने की घटना सामने आई थी.
वहीं, 30 अप्रैल को तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के औद्योगिक हब होसुर में ओला के एक EV स्कूटर ने आग पकड़ ली थी. एक अन्य घटना में चार्जिंग के दौरान एक EV में विस्फोट होने के बाद वेल्लोर जिले में धुएं से दम घुटने से एक पिता और उनकी बेटी की मौत हो गई थी.
सरकार ने इन घटनाओं के भी मद्देनजर जांच के लिए एक समिति गठित की है. इस समिति की रिपोर्ट इस महीने आने की उम्मीद है. इसके साथ ही वाहन विनिर्माताओं को लापरवाही बरतने पर दंड की चेतावनी भी दी है.