नागपुर का यह लड़का बन गया देश का 71वां ग्रैंडमास्टर, सर्बिया जाकर दिखाया कमाल
देश को अब नया शतरंज ग्रैंडमास्टर मिल चुका है। महाराष्ट्र के संकल्प गुप्ता ने सर्बिया में सपन्न हुई शतरंज प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए यह टाइटल अपने नाम किया है। इसी के साथ अब देश 100 ग्रैंडमास्टर की सूची पूरी करने के और भी करीब पहुँच गया है।
सर्बिया के अरंडजेलोवैक में हुए जीएम आस्क 3 राउंड-रॉबिन इवेंट में दूसरे स्थान पर रहते हुए संकल्प गुप्ता ने 6.5 अंक हासिल किए और ऐसा कर वे भारत के 71वें ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। 18 वर्षीय संकल्प ने लगातार तीन टूर्नामेंट खेलकर केवल 24 दिनों में तीन जरूरी ग्रैंडमास्टर मानदंड हासिल किए हैं। गौरतलब है कि इन तीनों ही इवेंट में उनका रेटिंग प्रदर्शन 2599 और उससे अधिक रहा है।
महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने टूर्नामेंट के दौरान 2500 एलो रेटिंग का आंकड़ा भी छुआ है। मालूम हो कि ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने के लिए एक खिलाड़ी को तीन ग्रैंडमास्टर मानदंडों को पूरा करना होता है और इसी के साथ उसे 2,500 एलो पॉइंट्स की लाइव रेटिंग को भी पार करना होता है।
रूस के खिलाड़ी से हारे
संकल्प ने इस दौरान पांच गेम जीते हैं, तीन गेम ड्रॉ किए जबकि एक में उन्हें रूस के रुडिक मार्केरियन से हार का सामना करना पड़ा है जिसके बाद सर्बिया में रविवार को सम्पन्न हुए इस ग्रैंडमास्टर टूर्नामेंट में 6.5 अंकों के साथ वे दूसरे स्थान पर रहे हैं।
मार्केरियन ने बेहतर टाई-ब्रेक स्कोर के आधार पर खिताब जीतने में सफलता हासिल की है, हालांकि वह 10-प्लेयर फील्ड में संकल्प के साथ साथ 6.5 अंकों के साथ बराबर पर ही थे। गौरतलब है कि भारत के ही आईएम एस नितिन 5.5 अंकों के साथ इस टूर्नामेंट में चौथे स्थान पर रहे हैं।
विश्वनाथन आनंद ने दी बधाई
संकल्प की इस सफलता के बाद शतरंज के दिग्गज और पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने भी उन्हें ग्रैंडमास्टर बनने पर बधाई दी है। उन्होने इस बारे में एक ट्वीट करते हुए कहा,
"भारतीय शतरंज के लिए फिर से एक शानदार वीकेंड रहा! हमारे नए प्रवेशक को बधाई। अब हम अपने 100वें ग्रैंडमास्टर तक कब तक पहुंचेंगे??"
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने भी संकल्प को बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा,
“नागपुर के संकल्प गुप्ता सर्बिया में अंतिम मानदंड हासिल करके देश के अगले ग्रैंडमास्टर बनने के नॉर्म्स को पूरा करने के बाद देश के 71 वें ग्रैंडमास्टर बन गए। AICF संकल्प को उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई देता है।”
आपको बताते चलें कि विश्व चैंपियन के अलावा ग्रैंडमास्टर ही वो सर्वोच्च खिताब है जिसे एक शतरंज खिलाड़ी प्राप्त कर सकता है। यह उपाधि शतरंज के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) नाम के शतरंज संगठन द्वारा प्रदान की जाती है। FIDE ने इस प्रतिष्ठित खिताब को पाने के लिए खिलाड़ियों के लिए कई मानदंड निर्धारित किए हैं।
Edited by Ranjana Tripathi