कर्मचारियों को 50 महीने की सैलरी बोनस में, कौन सी है ये कंपनी?
ताइवान की एक कंपनी है एवरग्रीन मरीन कॉर्प, जिनके लिए बीता साल जबरदस्त रहा है और अब ये कंपनी अपने एंप्लॉयीज को बोनस के तौर पर 50 महीनों यानी करीबन 4 साल से ज्यादा की सैलरी दे रही है. बोनस उनके ग्रेड और उनके काम के हिसाब से दिया जाएगा.
दुनिया भर में तमाम कंपनियों के लिए ये साल जहां मुश्किलों भरा रहा वहीं कुछ कंपनियों के लिए ये साल जबरदस्त कारोबार वाला भी रहा है.
ऐसी ही ताइवान की एक कंपनी है एवरग्रीन मरीन कॉर्प, जिनके लिए बीता साल जबरदस्त रहा है और अब वो अपने एंप्लॉयीज को बोनस के जरिए इसका फायदा दे रही है.
ताइपे की ये कंपनी अपने एंप्लॉयीज को ईयर-एंड बोनस के तौर पर 50 महीनों यानी करीबन 4 साल से ज्यादा की सैलरी दे रही है.
कर्मचारियों को ये बोनस उनके ग्रेड और उनके काम के हिसाब से दिया जाएगा.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि कंपनी यह बोनस केवल उन्हीं कर्मचारियों को देगी जो ताइवान में रहकर कंपनी को सेवा दे रहे हैं. हालांकि, इस बारे में अभी तक कंपनी आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
कंपनी की तरफ से सिर्फ इतना कहा गया है कि साल के अंत में दिया जाने वाला बोनस कंपनी के सालभर के काम पर निर्भर करता है. साथ ही कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के काम के हिसाब से भी बोनस तय होता है. कंपनी ने बोनस पर ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया है.
बता दें कि पिछले दो साल में पूरी शिपिंग इंडस्ट्री के बिजनेस में काफी उछाल आया है. उसी का फायदा एवरग्रीन मरीन को भी मिला है और उसकी कमाई में तेजी दर्ज की गई है. कोरोना काल के दौरान कंज्यूमर गुड्स और भाड़े में बढ़ोतरी की वजह से कंपनी के रेवेन्यू में 2022 तीन गुना का इजाफा हुआ.
ये वही कंपनी है जिसका नाम 2021 सूर्खियों में आया था जब उसका एक शिपिंग जहाज स्वेज नहर में फंस गया था. ताइपे के एक इकनॉमिक अखबार की पिछले हफ्ते की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी के कुछ कर्मचारियों के खाते में 65000 डॉलर आ भी गए हैं. हालांकि इसकी भी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है सूत्रों के हवाले से ही ये खबर चलाई गई है.
ये फैसला कंपनी में काम करने वाले कुछ लोगों के बीच असंतोष भी पैदा कर रहा है. शंघाई के रहने वाले एंप्लॉयीज ने इसे भेदभाव भरा कदम बताया है क्योंकि उन्हें अपनी मंथली सैलरी का सिर्फ 5 से 8 गुना बोनस ही मिला है.
इतने बड़े पैमाने पर बोनस देना यकीनन एक अच्छे माहौल की तरफ इशारा करता है. हालांकि शिपिंग कंपनियों ने चिंता जताते हुए कहा है कि वैश्विक मंदी के आसार और घटते फ्रेट रेट के बीच इस साल शिपिंग कंपनियों का मुनाफा घट सकता है.
आपको ये भी बता दें कि एवरग्रीन के शेयर 2021 में 250 फीसदी चढ़े थे जबकि पिछले साल 2022 में इनमें 54 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी.
Edited by Upasana