इस इंजीनियर ने सीवेज़ पाइप से बनाया खास घर, एक आम घर जैसी सभी सुविधाएं हैं मौजूद
सभी को आशियाना उपलब्ध कराने निकली ये इंजीनियर, बेघरों के लिए तैयार किया बड़ा ही किफ़ायती समाधान
"तेलंगाना की पेरला मनसा रेड्डी ने हाल ही में खास ओपॉड्स (OPods) या माइक्रोहोम लॉन्च किए हैं, जिन्हें विशेष तौर पर सीवेज़ के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कंक्रीट पाइप से बनाया गया है। इस माइक्रोहोम में एक बेडरूम की व्यवस्था की गई है, जबकि रहने के लिए इसके भीतर 120 स्क्वायर-फीट की जगह मौजूद है।"
साल 2019 में सामने आए एक अध्ययन के अनुसार भारत में 6 करोड़ से अधिक लोगों के पास घर जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं है। आज भी देश के तमाम हिस्सों में लोग वैकल्पिक घरों जैसे मिट्टी से बने घर या झोपड़ियों में गुजर बसर करने को मजबूर हैं, ऐसे में 23 साल की एक सिविल इंजीनियर देश में हर किसी को घर मुहैया कराने के मिशन पर निकल पड़ी है।
तेलंगाना की पेरला मनसा रेड्डी ने हाल ही में खास ओपॉड्स (OPods) या माइक्रोहोम लॉन्च किए हैं, जिन्हें विशेष तौर पर सीवेज़ के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कंक्रीट पाइप से बनाया गया है। इस माइक्रोहोम में एक बेडरूम की व्यवस्था की गई है, जबकि रहने के लिए इसके भीतर 120 स्क्वायर-फीट की जगह मौजूद है।
घर जैसी सारी सुविधाएं हैं मौजूद
ओपॉड्स को किसी भी आम घर की ही तरह एक बेडरूम, किचन, हॉल, वॉशरूम और अलमारियों के साथ तैयार किया गया है। इतना ही नहीं, इन छोटे से घरों में बिजली और पानी के साथ ही जल निकासी की भी उचित व्यवस्था की गई है। ओपॉड्स को जिन पाइप के जरिये तैयार किया गया है, उनकी परिधि 2 हज़ार मिलीमीटर की है।
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में मनसा ने बताया है कि भारत में अपनी तरह का पहला मॉडल है। 40 से 120 स्क्वायर फुट क्षेत्रफल में इस तरह से 100 सालों तक चल सकने वाले घर का निर्माण किया जा सकता है, जो हर मौसम के अनुकूल होंगे। मनसा के अनुसार इसकी लागत साढ़े तीन लाख से साढ़े पाँच लाख रुपये के बीच हो सकती है।
अपनी सिंगल मदर से मिली प्रेरणा
तेलंगाना के करीमनगर जिले के बोम्मकल गांव के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली मनसा अपने इस काम के लिए अपनी माँ को प्रेरणाश्रोत मानती हैं, इसी के साथ वे इस सपने को पूरा कर पाने के लिए तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी की शिक्षा को भी इसका श्रेय देती हैं।
मई 2020 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री पूरी करने के बाद मनसा ने इसके बाद अगले 6 महीने जापान, हांगकांग और अन्य जगहों पर मौसम और स्थानीय जरूरतों के हिसाब से तैयार किए जाने वाले किफायती घरों पर रिसर्च करने में बिताए। इसके बाद ही उन्होने जनवरी 2021 में एक कंपनी रजिस्टर कराई और इसी के साथ मार्च 2021 तक उन्होने अपने पहले मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया था।
मिलेगा आम घरों जितना आराम
मनसा का कहना है कि उन्होने देखा है कि शहरी क्षेत्रों में भी मजबूरी में लोग किस तरह झुग्गियों में रहते हैं और ऐसे में बरसात आदि में उनके कितनी तकलीफ उठानी पड़ती है। मनसा के अनुसार ओपॉड्स के बारे में सबसे खास यही है कि ये आम घरों जितने आरामदेह हैं और इन्हें कहीं भी रीलोकेट किया जा सकता है।
हालांकि इस सेगमेंट में अब इस तरह के तमाम घर मौजूद हैं, लेकिन मनसा का कहना है कि उनके ये घर अंदर से ठंडे हैं और उनकी लाइफ भी अधिक है। इसी के साथ मनसा के पास इस घर के अलावा रिसॉर्ट्स, रेस्तरां, मोबाइल होम, मोबाइल क्लीनिक, गेस्ट हाउस और गार्डरूम आदि के लिए भी डिजाइन मौजूद हैं।
गौरतलब है कि शुरुआत में मनसा को उनके इस आइडिया के लिए किसी का समर्थन हासिल नहीं हुआ था, हालांकि अब बड़ी संख्या में लोग उनके इस काम की तारीफ करते हुए नज़र आ रहे हैं।
Edited by Ranjana Tripathi