Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

St. Patrick’s Day: वह त्यौहार जिसके सम्मान में शिकागो की नदी को हरे रंग से रंगा जाता है

St. Patrick’s Day: वह त्यौहार जिसके सम्मान में शिकागो की नदी को हरे रंग से रंगा जाता है

Friday March 17, 2023 , 3 min Read

सेंट पैट्रिक दिवस (St. Patrick’s Day) आयरलैंड के संरक्षक सेंट पैट्रिक की याद में मनाया जाता है. आयरलैंड में ईसाई धर्म लाने वाले सेंट पैट्रिक की याद में मनाया जाने वाला यह धार्मिक उत्सव दिवस लगभग विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला त्यौहार बन गया है, और अमेरिका में खासा धूम-धाम से मनाया जाता है.


सेंट पैट्रिक डे परेड अमेरिका में इस उत्सव की धड़कन होती है. यह आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि सेंट पैट्रिक के सम्मान में आयोजित पहली परेड 1601 में अमेरिका में हुई थी, न कि आयरलैंड में. आज दुनिया का सबसे बड़ा सेंट पैट्रिक दिवस समारोह न्यूयॉर्क शहर का वार्षिक परेड है, जिसमें दो मिलियन से अधिक दर्शक होते हैं. यह साल का वो दिन है जब हर कोई और कोई भी खुद को आयरिश कह सकता है - अगर जन्मसिद्ध अधिकार से नहीं, तो स्पिरिट में!

कौन थे सेंट पैट्रिक?

इनका जन्म ब्रिटेन (उस समय रोमन साम्राज्य का हिस्सा) में चौथी शताब्दी के अंत में हुआ था.


16 साल की उम्र में आयरिश समुद्री डाकुओं द्वारा इनका अपहरण कर आयरलैंड ले जाया गया. और वहां गुलाम के तौर पर इन्हें चरवाहे के रूप में काम करने पर मजबूर किया गया. छह साल के बाद, कहा जाता है, लगभग 200 मील पैदल चलकर वहां से बाख निकले और फिर रास्ते में एक जहाज की मदद से ब्रिटेन वापस आए.


इस दु:खद अनुभव का निश्चित रूप से इन पर प्रभाव पड़ा. इनका यकीन पक्का हो चूका था कि यह भगवान ही थे जिन्होंने उनकी रक्षा की और उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया.


घर लौटने पर एक रात, उन्होंने सपने में भगवान की आवाज सुनी, जिसमें उन्हें आयरलैंड में इसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने को कहा गया. उस समय, आयरलैंड एक बुतपरस्त देश था जो ईसाई धर्म का पालन नहीं करता था.


उन्होंने अपने मिशनरी काम की तैयारी के लिए लगभग 15 साल ब्रिटेन में एक मिशनरी में बिताए. और वहां से प्रीस्ट बन इसाई धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए आयरलैंड पहुंचे. बुतपरस्त देश होने की वजह से आयरलैंड में एक विदेशी धर्म का प्रसार करना कोई आसान काम नहीं था. गांव-गांव की यात्रा कर उपदेश और लेखन के माध्यम से अपनी शिक्षाओं का प्रसार करने में सफल रहे.


यह भी माना जाता है कि सेंट पैट्रिक ने आयरिश शेमरॉक को उदाहरणस्वरूप इस्तेमाल कर पवित्र ट्रिनिटी के कांसेप्ट को लोगों को समझाया.


17 मार्च को 461 ईस्वी में उनकी मृत्यु हुई. यह तिथि अब पूरे आयरलैंड (और अन्य जगहों) में सेंट पैट्रिक दिवस के रूप में मनाई जाती है.