चाहे कितना ही अंधेरा क्यों न हो कविता अपना रास्ता बना ही लेती है. . . क्यों कविताएं महत्त्वपूर्ण हैं, पढ़िए World Poetry Day पर
कविता, सांस्कृतिक और भाषाई अभिव्यक्ति और पहचान के तौर पर मानवता के सबसे क़ीमती रूपों में से एक है. हमारे आज के इस तकनीक से भरी दुनिया में हमारी अभिव्यक्ति के माध्यम टेकनोलॉजी पर इतने आश्रित होते जा रहे हैं कि काई लोग कविता को एक मरती हुई कला मानने लगे हैं. कई लोगों को लगता है कि टेकनोलॉजी के पास कला और सौंदर्य के संदेश देने के अधिक उन्नत तरीके हैं. भले ही इस नए दौर में सबकुछ मशीनी हो गया हो और जीवन इंटरनेट की जद में आ चुका हो, लेकिन उदास दिनों में अभी भी हमें कविता की जरुरत होती ही है. कहना गलत नहीं होगा कि आज जब हम दुनियाभर की तमाम आपाधापी और इंटरनेट की सवारी करने से थक जाते हैं तो अंत में अपने प्रिय लेखक की कविताओं की किताब के पास ही लौटते हैं.
हर संस्कृति का हिस्सा रही है और विविधताओं भरे इस इस विश्व में हमें साझा मूल्यों और मानवता के तहत एक साथ लाती है. इसलिए ही कविताएं हर दौर में कही जाती रहीं हैं और आगे भी कही जाती रहेंगी.
‘विश्व कविता दिवस’ की शुरुआत कब और क्यों हुई?
कविता के लिखने और पढ़ने-पढ़ाने को बढ़ावा देने, कविता पाठ की मौखिक परंपराओं को पुनर्जीवित करने, कविता और अन्य कलाओं जैसे कि रंगमंच, नृत्य, संगीत और पेंटिंग के बीच के तालमेल को बढ़ावा देने और इन सब विधाओं को लोगों में और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए हर साल 21 मार्च को ‘विश्व कविता दिवस’ आयोजित किया जाता है. अपने 30वें सम्मेलन में 1999 में यूनेस्को ने 21 मार्च को पहली बार ‘विश्व कविता दिवस’ के रूप में अपनाया था.
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन द्वारा आयोजित किया जाता है, जो संयुक्त राष्ट्र का एक उपखंड है जो संस्कृति की उन्नति को बढ़ावा देता है.
पूरे दिन लोग उत्सवों का आयोजन करते हैं, अपने पसंदीदा कवियों के बारे में बात करते हैं और कविता लिखने और बोलने के विभिन्न तरीकों के बारे में सीखते हैं. यूनेस्को सोशल मीडिया किट और अन्य संसाधन भी प्रदान करता है ताकि दुनिया भर के लोगों को कविता पढ़ने और दैनिक जीवन में इसके अर्थ को समझने में मदद मिल सके.
इसे मनाने का उद्देश्य है भाषाई विविधता को समर्थन देना और लुप्तप्राय भाषाओं को सुनने के अवसर को बढ़ाना. यूनेस्को ने अपनी मूल घोषणा में यह भी कहा कि ‘विश्व कविता दिवस’ अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय कविता आंदोलनों को नई गति और मान्यता देने के बारे में है. इसलिए ‘विश्व कविता दिवस’ के अवसर पर लेखन के इस रूप के प्रकाशन, लेखन और पढ़ने को बढ़ावा देने के लिए भी हर साल मनाया जाता है. कुल मिलाकर, यह एक ऐसा दिन है जिसे प्रेरित करने और शिक्षित करने के साथ-साथ दुनिया भर के कवियों को उनकी रचनात्मक प्रतिभा के लिए पहचान दिलाने के लिए बनाया गया है!
‘विश्व कविता दिवस’ भी कवियों का सम्मान करता है, कविता पाठ के अभ्यास को पुनर्जीवित करता है, और कविता को कला के रूप में बढ़ावा देता है जो लोगों को उनकी मानवता से जोड़ता है.
विश्व कविता दिवस कैसे मनाएं
‘विश्व कविता दिवस’ के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी के द्वारा हर साल विश्व कविता उत्सव बड़े उत्साह से मनाया जाता है.
यदि आप चाहते हैं कि इस वर्ष विश्व कविता दिवस को कुछ अलग तरह से मनाएं तो अपने कविता प्रेमी दोस्तों को किसी अच्छे कवि की पुस्तक भेंट करें.
अच्छी कविताएं जरूर पढ़ें. जो कविताएं आपको पसंद आती हो, इस दिन उन्हें लोगों से साझा करें.
खुद के लिए भी कोई एक अच्छी कविताओं की किताब खरीदें.
कविता-पाठ आयोजित करें, अगर ये न हो सके तो शहर में आयोजित किसी काव्य-पाठ में हिस्सा लें या उसे सुनने जाएं.