नीलामी में 100,000 डॉलर में बिकी ट्विटर वाली चिडि़या
11 हजार डॉलर बेस प्राइस था. चिडि़या उससे नौ गुने दाम पर बिकी.
ट्विटर की वो पॉपुलर नीली वाली चिडि़या. पता है उस चिडि़या की कीमत कितनी है. सैन फ्रांसिस्को स्थित ट्विटर के मुख्यालय में पिछले दिनों ट्विटर से जुड़ी सैकड़ों चीजों की नीलामी हो रही थी. उस नीलामी में ट्विटर वाली चिडि़या 100,00 लाख डॉलर में नीलाम हुई है. भारतीय रुपए में गणना करें तो करीब 82 लाख रुपए.
एलन मस्क के ट्विटर की कमान संभालने के बाद से ट्विटर के सितारे डांवाडोल है. विज्ञापनदाताओं ने हाथ पीछे खींच लिए हैं और ट्विटर आर्थिक चुनौतियों के दौर से गुजर रहा है. हालात यहां तक पहुंच गए कि मस्क को ट्विटर से जुड़ी छोटी-छोटी चीजों की नीलामी करने की नौबत आ गई.
ट्विटर की तमाम चीजों में सबसे ज्यादा पॉपुलर ट्विटर का लोगो यानी वो नीले रंग की चिडि़या है, जो एक तरह से इस माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की पहचान भी बन चुकी है. नीलामी में ट्विटर के इस चिडि़या वाले लोगो की बेसिक कीमत तय की गई थी 11 हजार डॉलर. भारतीय रुपए में तकरीबन 9 लाख 99 हजार रुपये.
लेकिन नीलामी के दौरान इस चिडि़या को हासिल करने वालों में मानो होड़ लग गई. एक से बढ़कर एक बोली लगाई जाने लगी और अंत में यह चिडि़या तय की गई कीमत से तकरीबन नौ गुने दाम पर यानी 82 लाख रुपए में नीलामी हुई.
यह चिडि़या ट्विटर की नीलामी में बिकी सभी वस्तुओं में सबसे ज्यादा महंगी बिकी चीज है.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्विटर ने और जो वस्तुएं नीलामी के लिए रखी थीं, उनके बारे में लोगों को ऑनलाइन जानकारी एकत्रित करने के बाद यह लगा कि ये चीजें मार्केट प्राइस से कहीं ज्यादा महंगे दामों में नीलाम की जा रही थीं. ट्विटर की चिडि़या की वो एक्सक्लूसिव चीज थी, जो बाजार में किसी और जगह उपलब्ध नहीं है.
इसके अलावा नीलामी में एक कस्टम रिक्लेम्ड वुड कॉन्फ्रेंस रूम टेबल 10,500 डॉलर में नीलाम हुई है. एक हाई-एंड La Marzocco Strada 3 एस्प्रेसो मशीन 30,000 डॉलर में बिकी है.
ट्विटर का अधिग्रहण एलन मस्क के लिए बहुत नुकसान का सौदा साबित हुआ है. इस अधिग्रहण के बाद से लगातार उन्होंने सिर्फ पैसे गंवाए हैं और इसी के साथ वो दुनिया के सबसे कम समय के भीतर सबसे ज्यादा आर्थिक नुकसान उठाने वाले शख्स बन गए हैं.
उन्होंने ट्विटर के साढ़े सात हजार से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इसके अलावा कंपनी की बहुत सारी सेवाएं, जैसेकि कर्मचारियों को ऑफिस में मिलने वाली फूड सब्सिडी आदि बंद कर दी है.
Edited by Manisha Pandey