Ubreathe को शार्क नमिता थापर ने दी 1.5 करोड़ रुपये की फंडिंग; PhonePe ने निवेशकों से जुटाए $10 करोड़
अर्बन एयर लैब्स UBreathe ब्रैंड नाम से ऐसे एयर प्यूरिफायर्स बनाती है जिसे पौधों की नेचरल प्यूरिफाइंग क्षमता और मॉडर्म टेक्नोलॉजी को मिलाकर बनाया गया है. कंपनी ने जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है वह पौधों की हवा को साफ करने की क्षमता को बढ़ा देती है.
गुरुग्राम की एक स्टार्टअप कंपनी अर्बन एयर लैब्स(Urban Air Labs) ने पॉपुलर शार्क टैंक(Shark tank) शो में 1.5 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है. फार्मा सेक्टर की एक्सपर्ट शार्क नमिता थापर (Namita Thapar) ने कंपनी में निवेश किया है.
कंपनी
ब्रैंड नाम से ऐसे एयर प्यूरिफायर्स बनाती है जिसे पौधों की नेचरल प्यूरिफाइंग क्षमता और मॉडर्न टेक्नोलॉजी को मिलाकर बनाया गया है. कंपनी ने जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है वह पौधों की हवा को साफ करने की क्षमता को बढ़ा देती है. यह प्रोडक्ट NABL की ओर टेस्टेड और सर्टिफाइड है और दिल्ली एम्स की तरफ से रेकमंडेड भी है.इस स्टार्टअप को 2018 में संजय मौर्या, शुभम सिंह, अखिल गुप्ता, अक्षय गोयल और इंद्रजी राओ ने सुरू किया था. सभी फाउंडर्स आईआईटी, आईआईएम, एमआईटी मीडिया लैब्स से पढ़े हुए हैं.
कंपनी के फाउंडर संजय मौर्या (30) और शुभम सिंह (28) ने शार्क्स के सामने पिच करते हुए बताया कि कैसे प्रदूषण की वजह से उनकी उम्र 45 और 50 हो चुकी है. एक स्टडी में बताया गया है कि दिल्ली में औसतन हर शख्स एयर पलूशन की वजह से अपनी जिंदगी के 10 साल खो देता है.
उन्होंने बताया कि अभी तक बाजार में जो मेकैनिकल प्यूरिफायर मौजूद हैं वो सिर्फ धूल के कण को साफ करते हैं और पर्यावरण के लिए भी काफी खतरनाक होते हैं. वहीं यूब्रीद के प्योरिफायर्स हवा में मौजूद सभी तरह दूषित कणों को खींच लेते हैं.
इस डील को लेकर कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ संजय मौर्या ने कहा, 'हम अभी तक अपने प्रोडक्ट के जरिए 1000 से ज्यादा कस्टमर्स की जिंदगी बदलने में कामयाब रहे हैं. अगले कुछ महीनों में हम ऑफिस, प्राइवेट और पब्लिक स्कूलों के साथ प्रोजेक्ट करेंगे. नमिता थापर के साथ डील के जरिए हम इस प्रोडक्ट को इंडिया के साथ ही बाहर के देशों में भी ले जा सकेंगे.'
फोनपे ने जुटाई फंडिंग
डिजिटल पेमेंट्स एंड फाइनेंशियल सर्विसेज यूनिकॉर्न कंपनी फोनपे (PhonePe) ने एक अन्य फंडिंग राउंड में 10 करोड़ डॉलर (827.98 करोड़ रुपये) का निवेश जुटाया है. कंपनी में टाइगर ग्लोबल, रिबिट कैपिटल और टीवीएस कैपिटल जैसे निवेशकों ने निवेश किया है.
कुछ हफ्ते पहले ही फोनपे ने जनरल अटलांटिक से 35 करोड़ डॉलर (2897.93 करोड़ रुपये) का फंड जुटाया था. उस फंडिंग राउंड के बाद यह देश की सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाली फिनटेक फर्म बन गई थी.
फोनपे ने इस फंडिंग से हासिल पैसों का इस्तेमाल भारत में पेमेंट्स और इंश्योरेंस कारोबार को बढ़ाने में करेगी. इसके अलावा इन पैसों का इस्तेमाल अगले कुछ सालों में लेंडिंग, स्टॉकब्रोकिंग, ओएनडीसी (डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क) पर आधारित शॉपिंग और अकाउंट एग्रीगेटर्स जैसे नए कारोबार को शुरू करने में भी होगा.
मालूम हो कि फोनपे ने यह फंड ऐसे समय में जुटाया है जब इसकी सबसे करीबी प्रतिद्वंद्वी पेटीएम (Paytm) का वैल्यूएशन नवंबर 2021 में लिस्टिंग के बाद से 50 फीसदी गिर चुका है. 14 फरवरी को पेटीएम का वैल्यूएशन 520 करोड़ डॉलर (43065.39 करोड़ रुपये) से कुछ ही अधिक है.
Edited by Upasana