हवा से पानी बनाने वाले Uravu Labs ने सीड राउंड में 2.3 मिलियन डॉलर जुटाए
कंपनी अपने इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के जरिए हवा से पानी बनाती है.कंपनी ने एक ऐसी रिन्यूएबल वॉटर टेक्नोलॉजी बनाई है जो वातावरण की नमी और रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल करके उच्च गुणवत्ता वाली पीने योग्य पानी बनाती है.
इंडिया के लीडिंग डीप-टेक स्टार्टअप
ने सीड राउंड में JITO एंजल नेटवर्क, एंजल नेटवर्क, एनिकट कैपिटल स्पेशिएल इनवेस्ट, रॉकेटशिप.वीसी, वेस्टा, स्पेक्ट्रम इंपैक्ट, ZNL ग्रोथ फंड, VERSO, इको रिवर कैपिटल और कई HNI से 2.3 मिलियन डॉलर जुटाए हैं.कंपनी अपने इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के जरिए हवा से पानी बनाती है.कंपनी ने एक ऐसी रिन्यूएबल वॉटर टेक्नोलॉजी बनाई है जो वातावरण की नमी और रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल करके उच्च गुणवत्ता वाली पीने योग्य पानी बनाती है.
कंपनी को प्रदीप गर्ग, स्वप्निल श्रीवास्तव, वेंकटेश आर और गोविंदा बालाजी ने शुरू किया है. कंपनी नमी सोखने के लिए लिक्विड डेसिकेंट्स का इस्तेमाल करती है, फिर नमी को पानी में बदला जाता है. ये पूरी प्रक्रिया सोलर, बायोमास और वेस्ट हीट जैसी रिन्यूएबल एनर्जी से होती है.
कंपनी सोलर पीवी/विंड से प्रेरित है, जिसने इसी तकनीक से इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर को बदल कर रख दिया है. Uravu labs हर दिन सैंकड़ों से हजार लीटर पानी डिलीवर कर सकती है. कमर्शियल से लेकर छोटे घरों तक सभी के लिए कारगर है.
इस फंडिंग के साथ Uravu Labs रिन्यूएबल वॉटर सलूशन को कमर्शलाइज करने पर काम करेगी. मुख्यतः फंड का इस्तेमाल स्केलिंग के लइए और हॉस्पिटैलिटी और बेवरेजेज सेक्टर सेक्टर में टॉप प्लेयर्स के साथ नए पार्टनरशिप करके और अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए किया जाएगा.
JIIF के चेयरमैन रजत मेहता ने कहा कि हम उरावु लैब्स किफायती और स्केलेबल वॉटर सलूशन उपलब्ध कराने के मिशन को सपोर्ट करके बेहत उत्साहित हैं. कंपनी ने ऐसी टेक्नोलॉजी को पेश किया है जो हमारे पानी इस्तेमाल करने के तरीके और एक्सेस को बदलने का काम कर रही है.
इस निवेश के जरिए हमने ऐसी कंपनी को फंडिंग दी है जो आने वाले समय की सबसे मुश्किल चुनौती को हल करने पर काम कर रही है. हम उरावु लैब्स के विजन और उनकी टीम पर पूरा भरोसा है.
वहीं, उरावु लैब्स के को-फाउंडर प्रदीप गर्ग ने कहा कि हमारी प्राथमिकता सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन है. हम वॉटर इंडस्ट्री को बदलना चाहते हैं. JITO एंजल नेटवर्क, एनिकट कैपिटल और स्पेशियल इनवेस्ट की तरफ से सीड फंडिंग मिलने से हमारे मिशन को वैधता मिली है.
इनवेस्टर्स से पैसे मिलना ये बताता है कि पानी की कमी को दूर करने के लिए हमने जो टेक्नोलॉजी बनाई है वो कितनी उचित है. हम रिन्यूएबल वॉटर सलूशन को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं और नई पार्टनरशपि के जरिए हॉस्पिटैलिटी और बेवरेज सेक्टर में इंडस्ट्री लीडर के पास ले जाना चाहते हैं.
कंपनी ने ऐसे दो इंस्टॉलेशन बनाए हैं जो एक दिन में 5 लीटर और 20 लीटर पानी दे सकती है. कंपनी अब 1000 लीटर पानी प्रति दिन डिलीवर करने वाले इंस्टॉलेशन पर काम कर रही है. इस सिस्ट्म का डिजाइन पूरा हो चुका है. इसकी टेस्टिंग शुरू करने का प्लान है.
उरावु इंडिया ही नहीं दुनिया भर में अपनी टेक्नोलॉजी को ले जा रही है. कंपनी जापान में अपना पहला इंटरनैशनल प्रोजेक्ट शुरू कर रही है.
Edited by Upasana