गांवों के किराना स्टोर्स को टेक हेल्फ मुहैया कराता है Vilcart, जुटाई 144 करोड़ रुपये की फंडिंग
इस दौर में नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) द्वारा शुरू किए गए वेंचर कैपिटल फंड, नबवेंचर्स फंड Nabventures (NABARD) और टेक्स्टेरिटी प्राइवेट लिमिटेड Texterity Private Limited ने भी भाग लिया.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर केंद्रित टेक स्टार्टअप विलकार्ट
ने परिचालन विस्तार के लिए निवेशकों से 1.8 करोड़ डॉलर (144 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. विलकार्ट ने एक बयान में कहा कि एशिया इम्पैक्ट एसए की अगुवाई में सीरीज-ए फंडिंग राउंड में यह राशि जुटाई.इस दौर में नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) द्वारा शुरू किए गए वेंचर कैपिटल फंड, नबवेंचर्स फंड
और टेक्स्टेरिटी प्राइवेट लिमिटेड Texterity Private Limited ने भी भाग लिया. यूनिटस कैपिटल इस राउंड के लिए वित्तीय सलाहकार था.इस राशि के इस्तेमाल से विलकार्ट का लक्ष्य वर्ष 2024 तक पूरे दक्षिण भारत में अपने परिचालन का विस्तार करना है. वर्तमान में, कंपनी 30,000 गांवों में 85,000 किराना स्टोर तक पहुंच गई है, जिसमें क्रमशः कर्नाटक के 29 जिले और आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के एक जिले शामिल हैं. वित्त वर्ष 2012 में विलकार्ट ने अपने आकार को 2.6 गुना बढ़ाकर 2 अरब रुपये कर दिया, जो वित्त वर्ष 21 में 78 करोड़ रुपये था.
वर्ष 2018 में स्थापित विलकार्ट ग्रामीण असंगठित रिटेल इंडस्ट्री को टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से प्रोत्साहन देने की कोशिश करता है. यह ग्रामीण किराना / ग्रामीण उपभोक्ताओं और उपभोक्ता ब्रांडों / निर्माताओं के बीच एक टेक्नोलॉजी ब्रिज प्रदान करता है.
प्रसन्ना कुमार और उनके सह-संस्थापकों-महेश भट, राजशेखर, और अमित एस माली द्वारा स्थापित-विलकार्ट गांव के किराना स्टोरों को आसानी से सोर्सिंग, लॉजिस्टिक्स, ब्रांडिंग और मार्केटिंग सहायता भी प्रदान करता है और खुदरा विक्रेताओं और ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए दो मोबाइल ऐप संचालित करता है.
Edited by Vishal Jaiswal