वीरेंद्र सहवाग ने की पुलवामा में शहीद जवानों के बच्चों को पढ़ाने की पेशकश
कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को खोने का गम पूरे देशवासियों को है। पूरा देश शहीदों की कुर्बानियों के शोक में डूबा हुआ है। शहीद वीर जवानों के परिवार की हालत क्या होती होगी इसकी शायद कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन ऐसे वक्त में पूरा देश शहीदों के परिवारों की मदद के लिए साथ खड़ा हुआ है। लोग अपने-अपने स्तर से मदद के लिए आगे आए हैं। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी शहीद सीआरपीएफ के बच्चों की शिक्षा का पूरा जिम्मा अपने ऊपर लेने की बात कही है।
वीरेंद्र सहवाग ने कहा, 'हम जितना भी कुछ करेंगे वह नाकाफी होगा, लेकिन मैं इतना तो कर ही सकता हूं कि पुलवामा में शहीद हुए बहादुर सीआरपीएफ जवानों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का पूरा जिम्मा संभाल लूं।' सहवाग ने हरियाणा के झज्जर में स्थित अपने सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाने की पेशकश की है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा, 'जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों पर हुए कायराना आतंकी हमले से काफी दुख पहंचा जिसमें हमारे वीर जवान शहीद हुए। इस दुख को बयान करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
सहवाग के साथ ही बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने अपनी एक महीने की तनख्वाह दान करने की घोषणा की है। विजेंद्र हरियाणा पुलिस में भी नियुक्त हैं। विजेंद्र ने कहा, 'मैं पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के लिए एक महीने की अपनी सैलरी दान कर रहा हूं और पूरे देश से गुजारिश कर रहा हूं कि वे शहीदों के परिवारों की मदद के लिए आगे आएं। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम शहीदों की कुर्बानियों के साथ हमेशा खड़े रहें। इसमें हमें गर्व होना चाहिए।'
बीते सप्ताह गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा इलाके में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने हमला कर दिया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए वहीं कई अन्य घायल भी हुए।
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