पलायन सेंटर की सुविधाओं से खुश हुए मजदूर तो कर दी सेंटर की रंगाई पुताई
लॉकडाउन के चलते पलायन सेंटर में रह रहे मजदूरों ने सुविधाओं से खुश होकर पलायन सेंटर की रंगाई-पुताई का मन बना डाला।
कोरोना वायरस के चलते शुरू हुए लॉकडाउन की घोषणा के समय पीएम मोदी ने भी देशवावासियों से अपील की थी कि जब तक लॉकडाउन जारी रहता है तब तक जो जहां है वहीं रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूर देश के तमाम राज्यों में फस गए और अपने घर नहीं लौट सके।
इन मजदूरों ने देश के तमाम हिस्सों में बनाए गए पलायन सेंटर और धर्मशालाओं में डेरा डाला हुआ है, जहां सरकार और समाजसेवियों द्वारा इन्हे भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इस दौरान कुछ मजदूर इस समय का इस्तेमाल अपने आप को व्यस्त में रखने में बखूबी कर रहे हैं।
राजस्थान के सीकर के पलसाना में पलायन सेंटर का संचालन किया जा रहा है, जहां हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश के मजदूर ठहरे हुए हैं। इन मजदूरों नें इस दौरान पलायन सेंटर की रंगाई-पुताई का काम शुरू कर दिया गया है।
मजदूरों का कहना है कि अगर वे दिन भर खाली बैठेंगे तो उनकी काम करने की आदत छूट जाएगी और फिर उन्हे काम मिलने में मुश्किल होगी, वे कहते हैं कि खाली बैठने से अच्छा है कि वे गाँव के लिए कुछ कर के ही जाएँ।
ये सभी 54 मजदूर पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और इनका क्वारंटाइन समय भी पूरा हो गया है। मजदूरों के अनुसार गाँव के सरपंच ने उनके लिए काफी अच्छी व्यवस्था की है। रंगाई-पुताई का समान उन्हे गाँव के सरपंच और स्कूल के स्टाफ की तरफ से उपलब्ध कराया गया था।
ये सभी मजदूर पिछले 30 दिनों से अधिक समय से इस सेंटर में रुके हुए हैं। मजदूरों ने उनके लिए की गई व्यवस्था से खुश होकर ही स्कूल की रंगाई-पुताई का कदम उठाया है।