दुनिया के अरबपतियों ने इस नौकरी के साथ शुरू किया था अपना करियर
अरबपति एलन मस्क, जेफ बेजोस, वॉरेन बफे जैसे अरबपति ऐशो आराम की जिंदगी जीने के लिए मशहूर हैं लेकिन ये जानना भी उतना ही जरूरी है कि उन्होंने हमारी आपकी तरह ही नौकरी के साथ अपना करियर शुरू किया था.
जेफ बेजोस से लेकर वॉरेन बफे, एलन मस्क का नाम सुनकर आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? शायद प्राइवेट जेट, मैंशन, लग्जरी कारें जैसी चीजें ही घूमती हैं? अरबपति बनने के बाद की जिंदगी तो ऐशो आराम से बीतती है मगर यहां तक पहुंचने का रास्ता बहुत मुश्किलों से भरा होता है. कुछ अरबपति को उनका एंपायर तो विरासत में मिलती है मगर उनमें से कई ने आपकी और हमारी तरह की नौकरी के साथ अपना करियर शुरू किया था.
क्या आप जानते हैं जेफ बेजोस की पहली नौकरी क्या थी? क्या आप जानते हैं धीरूभाई अंबानी ने गैस स्टेशन पर अटेंडेट की नौकरी के साथ शुरुआत की थी? हम आपके लिए भारत सहित दुनिया के कुछ अरबपति और उनकी पहली नौकरी की लिस्ट तैयार की है ताकी आप ये समझ सकें की अपने सपने को पूरा करने की कोई उमर नहीं होती है…
जेफ बेजोस
फोर्ब्स बिलियनेयर ऑफ 2022 का खिताब पाने वाले जेफ बेजोस की पहली नौकरी मैकडॉनाल्ड्स में फ्राइ कुक की थी. उन्होंने 1980 में पहली नौकरी शुरू की जिसके बदले उन्हें मुश्किल से 2 डॉलर प्रति घंटे की सैलरी मिलती थी. इस नौकरी पर उन्होंने बिजनेस की बारिकियां सीखीं और आज एक 167.6 अरब डॉलर के मालिक हैं.
वॉरेन बफे
बर्कशायर हाथवे के सीईओ और चेयरमैन वॉरेन बफे ने भी एक नौकरी से अपने करियर की शुरुआत की थी. वॉरेन अमेरिका के मशहूर न्यूजपेपर दी वॉशिंगटन पोस्ट के लिए अखबार बांटने वाले डिलीवरी बॉय का काम करते थे. वॉरेन इस काम से 1994 में 175 डॉलर प्रति महीने कमाते थे. मगर 2022 में आज की तारीख में वॉरेन की नेटवर्थ 103.4 डॉलर पहुंच चुकी है.
एलन मस्क
स्पेसएक्स और टेस्ला के फाउंडर और सीईओ एलन मस्क आए दिन अपने स्पेस लॉन्च या फिर ट्वीट की वजह से सूर्खियों में छाए रहते हैं. लेकिन अपनी आंत्रप्रेन्योरियल जर्नी शुरू करने से पहले मस्क साउथ एशिया में कम्प्यूटर गेम बेचा करते थे. इस नौकरी से उन्हें हर महीने 500 डॉलर मिल जाते थे. बाद में मस्क कनाडा चले गए और वहां कम्प्यूटर इंजीनियर की तरह काम करना शुरू कर दिया. इस समय उनकी नेट वर्थ 263.4 अरब डॉलर है.
धीरूभाई अंबानी
भारतीय अरबपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज को शुरू करने वाले धीरूभाई अंबानी ने यमन में एक गैस स्टेशन पर एक अटेंडेंट के तौर पर पहली नौकरी शुरू की थी. उस नौकरी से उन्हें हर महीने 300 रुपये मिलते थे. वहां काम करते करते वो उस गैस स्टेशन के मैनेजर बन गए. बाद में 1957 में वो इंडिया लौट आए खुद का बिजनेस शुरू किया जो बाद में रिलायंस इंडस्ट्री बना. तब के समय में वो उनकी नेटवर्थ 96.5 अरब डॉलर के आसपास थी. उन्हें संडे टाइम्स की एशियाज 59 ग्रेटेस्ट बिजनेसमेन की लिस्ट में जगह भी मिली.
एन आर नारायणमूर्ति
इंडिया में IT सेक्टर के जनक कहे जाने वाले और इन्फोसिस के फाउंडर नारायणमूर्ति की पहली नौकरी रिसर्च असोसिएट की थी. नारायणमूर्ति IIM अहमदाबाद के एक फैकल्टी के लिए काम करते थे, जहां बाद में वो चीफ सिस्टम्स मैनेजर बन गए. इसके बाद नारायणमूर्ति ने एक कंपनी शुरू की सॉफ्ट्रॉनिक्स, जो चल नहीं पाई. इसके बाद उन्होंने मजबूरी में पुणे में पाटनी कम्प्यूटर सिस्टम्स में नौकरी शुरू की जहां उन्हें 10000 रुपये सैलरी मिलती थी. उन्होंने 1981 में 6 दोस्तों के साथ मिलकर इन्फोसिस की शुरुआत की. अक्टूबर 2021 तक उनकी कुल संपत्ति 4.3 बिलियन डॉलर आंकी गई थी.
(Translated By- Upasana)