स्वस्थ भोजन की सोच के साथ अदिति गोखले ने खड़ा किया ‘ऑल थिंग्स आर्गेनिक’
आज हम आधुनिक और आरामदायक जिंदगी जीने के आदी हो गए हैं, ऐसे में कई अंजान ख़तरों को हम देख नहीं पाते, ये बात विभिन्न शोध के निष्कर्षों के ज़रिए जाहिर भी हो गई है। हाल ही में एक शोध से पता चला है कि हम एक्रिलामाइड जैसे विषैले पदार्थ का काफी सेवन करते हैं। खासतौर से ये केमिकल पहले से पके हुए खाद्य पदार्थ, तले हुए भोजन, ग्रिल किये हुए व्यंजन जैसे चिप्स, ब्रेड, बिस्कुट, क्रेकर्स और नाश्ते के व्यंजनों में पाया जाता है। इस केमिकल के ज्यादा सेवन से नर्वस सिस्टम खराब हो सकता है, पुरुष की प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है और इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है।
36 साल की अदिति गोखले एक माँ होने के कारण जानती हैं कि उनके बच्चे के लिए सुरक्षित भोजन कितना ज़रूरी है। एग्री बायोटेक माहिको का अभिन्न हिस्सा होने के कारण वो जानती थी कि विकसित देशों में ताज़ा उत्पादों के लिए उच्च गुणवत्ता पर खास ध्यान दिया जाता है। उन्होंने अपने इसी तज़ुर्बे को अपने जुनून में बदला और आंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में कदम रख ‘ऑल थिंग्स आर्गेनिक’ की सह-संस्थापक बनी। इसका मुख्य उद्देश्य था सब लोगों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ जीवनशैली प्रदान करना।
यूँ हुई शुरूआत
आईआईएम बेंगलुरू की छात्रा रही अदिति ने रणनीति सलाहकार के तौर पर बीसीजी और कॉर्न फेरी जैसी बड़ी कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन टीमों के साथ काम किया था। इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ कंपनी की रणनीति बनाने में मदद की, बल्कि उनको लागू कराने में भी सहयोग किया। वो रणनीतिक के तौर पर आने वाली समस्याओं का समाधान तो करती ही थीं, साथ ही कारोबार बढ़ाने के लिए नई रणनीति में भी भागीदारी निभाती थीं। बावजूद इसके अदिति कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जो वो खुद कर सकें, इसके लिए वो चाहती थी कि वो अपना रास्ता खुद बनाये। इसके लिए ताज़ा उत्पाद से जुड़े कारोबार माहिको के साथ करीब 4 साल काम किया। इस दौरान उन्होंने यूरोप में कंपनी का कामकाज देखा। इसी दौरान उनकी मुलाकात मिंत्रा के सीएमओ गुंजन सोनी से हुई, जो आर्गेनिक फूड के शौकिन ग्राहक थे। जो आर्गेनिक फूड के क्षेत्र में कुछ नया करने के बारे में विचार कर रहे थे। तभी गुंजन के कारण ही अदिति की मुलाकात अमन सिंघल से भी हुई।
घरेलू ज़रूरतों को पूरा करने के लिये आर्गेनिक उत्पाद की श्रृंखला तैयार की गई। जहाँ पर ग्राहक जान सकते थे कि उनके पास पहुंचने वाला खाद्य पदार्थ कहाँ से आ रहा है। इस तरह फॉर्म को ग्राहक के साथ जोड़ने की कोशिश की गई। अदिति के मुताबिक “हमने अद्वितीय और विशेष उत्पादों पर खास ज़ोर दिया है। हमने कोशिश की है कि सामाजिक जिम्मेदारी के तहत हमारे ग्राहकों को आर्गेनिक उत्पाद का अच्छा अनुभव हो।”
‘ऑल थिंग्स आर्गेनिक’ वेबसाइट की शुरूआत सितंबर, 2015 में हुई और इनके पोर्टफोलियो में देश के चुनिंदा आर्गेनिक ब्रांड शामिल हैं। इनमें 24 मंत्रा, आर्गेनिक इंडिया और इंडिफाइल जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा इनका खुद का एक ब्रांड है ‘आर्गेनिक ऑरिजिंस’(Organic Origins) है, जहाँ पर ग्राहकों को आर्गेनिक उत्पाद की विस्तृत रेंज मिल जाएगी। इसमें फल, सब्जी, ग्रोशरी के साथ आर्गेनिक सामान से तैयार परिष्कृत उत्पाद भी शामिल हैं। खाद्य पदार्थों के अलावा ये ब्रांड कास्मेटिक सामान, कपड़े और घर से जुड़ी दूसरी चीजों को भी अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराता है।
कैसे है दूसरों से अलग?
‘ऑल थिंग्स आर्गेनिक’ में मिलने वाले उत्पाद सार्टिफाइड ताज़ा उत्पाद होते हैं। यहाँ पर कोई भी ग्राहक फल या सब्जियों के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकता है। पिछले कुछ महीनों के दौरान ग्राहकों से मिली जानकारी के बाद ब्रांड ने तीन खास चीजों पर ध्यान देना शुरू किया है।
1- बच्चों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पसंद की चीजें
2- घर के खाने की व्यंजन विधि जो आज परिवारों की बड़ी ज़रूरत बन गया है
3- स्वस्थ्यवर्धक नाश्ते के उत्पादों का लांच
अदिति का कहना है कि “ऑल थिंग्स आर्गेनिक सिर्फ शो केस में दिखाई देने वाला ब्रांड नहीं है, बल्कि ये देश के दूर दराज़ के इलाकों में छुपी चीजों को दुनिया के सामने लाने के लिए समर्पित है।” ये ब्रांड ना सिर्फ बिना लाभ वाले उत्पादों को बढ़ावा देता है बल्कि सुविधाओं से वंचित महिलाओं और ग्रुप से जुड़ी महिला सदस्यों को भी अपनी वेबसाइट पर खास जगह देता है।
प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में काम करना
पीडब्लूसी-फिक्की की एक रिपोर्ट बताती है कि पोषण आहार, स्नेक, बैवरेज और सप्लीमेंट मार्केट 10 से 12 प्रतिशत यानी 14500 से 15000 करोड़ की रफ्तार से बढ़ रहा है। अकेले 2004-2013 के बीच इस क्षेत्र में बिक्री 8 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 47 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। ये बताता है कि शहरी उपभोक्ता इस सेगमेंट को काफी पसंद कर रहा है। एफएमसीजी का बाजा़ार काफी प्रतिस्पर्धी होने के कारण उसमें प्रवेश करना काफी मुश्किल है।
‘ऑल थिंग्स आर्गेनिक’ सफलता पूर्वक काम कर रहा है। यही वजह है कि उसके पास 75 प्रतिशत नियमित ग्राहक हैं। इस उद्यम में अदिति और अमन सिंघल ने मिलकर निवेश किया है। जबकि गुंजन सोनी और एस के टुटेजा ने भी कुछ हिस्सा निवेश किया है। वहीं मिंत्रा के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर गुंजन और एस के टुटेजा इसमें निदेशक की भूमिका में हैं। एस के टूटेजा इस कंपनी के अलावा कई भारतीय पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों में निदेशक का पद संभाल रहे हैं। कंपनी के संस्थापक अब अगले दौर के निवेश की संभावनाओं को टटोल रहे हैं। फिलहाल ये दिल्ली और मुंबई से अपना कामकाज कर रहे हैं। अदिति और उनकी टीम की कोशिश है कि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पुहंच बना सकें। वो 20 हज़ार ऐसे परिवारों को अपने साथ जोड़ना चाहते हैं, जो 4हजार रुपये महीना खर्च करते हों। अंत में अदिति बताती हैं कि “आंत्रप्रेन्योर के तौर पर मेरा अनुभव काफी संतोषप्रद रहा है। हालांकि पिछले कुछ महीने मेरे लिये चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन इस बात को लेकर संतुष्टि मिलती है कि आपके सपने दिन ब दिन आकार ले रहे हैं। मेरा मानना है कि ग्राहकों की सुनो और संभावनाओं की तलाश कभी मत छोड़ो।”
मूल -प्रतीक्षा नायक
अनुवाद- गीता बिष्ट