Brands
YSTV
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory
search

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

Videos

ADVERTISEMENT

हमारे शरीर में ही है टेंशन फ्री रखने वाली मशीन, ऐसे करें एक्टिवेट

वेगस नर्व हमारे शरीर में कई सारी प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है. खाना पचाने से लेकर, इम्यून सिस्टम के रेस्पॉन्स, दिल की धड़कन, स्वसन प्रक्रिया, जैसी कई तमाम चीजें. इनमें भी सबसे अहम काम है तनाव दूर करने का. वेगस नर्व को दुरुस्त रख के हम तनाव मुक्त जिंदगी जी सकते हैं….

हमारे शरीर में ही है टेंशन फ्री रखने वाली मशीन, ऐसे करें एक्टिवेट

Friday August 26, 2022 , 7 min Read

हम अक्सर कहीं न हीं ये सुन लेते हैं कि गट फीलिंग को सुनो, दिल की सुनो. इंसान की उत्पत्ति से जुड़े जितनी भी स्टडी हुई हैं उनमें इन सभी बातों का कनेक्शन सीधे-सीधे वेगस नर्व से बताया जाता है. हमारे गट या अंतड़ियों में मौजूद न्यूरॉन दिमाग के साथ इसी वेगस नर्व के जरिए बातचीत करते हैं. वेगस नर्व हमारे शरीर की सबसे लंबी नर्व है. यह नर्व पेट से होते हुए, चेस्ट और फिर दिमाग तक जाती है. इसलिए जब हमें कोई कहता है कि दिल की सुननी चाहिए, उसका सीधा सीधा लेनादेना इसी वेगस नर्व से होता है.

वेगस नर्व हमारे शरीर में कई सारी प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है, जैसे- खाना पचाने से लेकर, इम्यून सिस्टम के रेस्पॉन्स, दिल की धड़कन, स्वसन प्रक्रिया, स्वाद और भी कई तमाम चीजें. इन सब में इसका सबसे अहम काम है तनाव दूर करने का. भले ही यह दिक्कत पहले दिमाग के स्तर पर शुरू पर होती है लेकिन लंबे समय तक तनाव में रहने से आपकी शारीरिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है. जब आप तनाव में होते हैं, दिल की धड़कन बढ़ जाती है. कॉर्टिसोल और एड्रिनेलिन जैसे हॉर्मोन बढ़ जाते हैं. इनका शारीरिक और मानसिक सेहत पर बुरा असर पड़ता है. अगर आप बहुत ज्यादा तनाव लेते हैं तो मुमकिन है कि बार-बार ये हॉर्मोन रिलीज होने की वजह से आपको एंजाइटी, डायबिटीज, मूड स्विंग, इंफ्लेमेशन जैसी कई और बीमारियों का सामना करना पड़े. कुछ मामलों में ऐसा भी हो सकता है कि उम्र बढ़ने के साथ आपकी नर्व ही ठीक तरीके से काम करना बंद कर दे.

इतना ही नहीं, अगर वेगस नर्व का फंक्शन बिगड़ा तो यह आपके शरीर की नेचरल हीलिंग क्षमता को कमजोर कर सकता है. जिसकी वजह से आप किसी भी बीमारी से ठीक होने में ज्यादा समय लेते हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं हैं. हम आपको आज इस लेख में बताएंगे कि वेगस नर्व की हालत को सही रखने के क्या फायदे हैं और इसे कैसे मेंटेन कर सकते हैं.

अच्छी नींद है जरूरी

वेगस नर्व हमारे पैरासिम्पैथेटिक, जिसे रेस्ट और डाइजेस्ट नर्वस सिस्टम भी कहते हैं, उसका हिस्सा है. यह वो सिस्टम है जो किसी स्थिति में कैसी प्रतिक्रिया देनी है उसे कंट्रोल करता है. इसलिए ये सिस्टम हमारी दुरुस्त मेंटल हेल्थ में एक बड़ा रोल प्ले करता है. वेगस नर्व जितनी अच्छी रहेगी हम उतने ही बेहतर तरीके से तनाव और एंजाइटी से डील कर पाएंगे. मुश्किल हालात में स्थिति को धैर्य के साथ संभाल पाएंगे.

वेगस नर्व के दुरुस्त रहने से आपका मूड अच्छा बना रहता है, और मेंटल हेल्थ भी सही रहती है. आप परिवार वालों और साथ के लोगों के साथ एक अच्छा रिश्ता बना पाते हैं. नींद अच्छी होती है, अगले दिन आप बिल्कुल तरोताजा उठते हैं. मैथ्यू वॉकर, जो सेंटर फॉर ह्यूमन स्लीप साइंस के डायरेक्टर हैं वो अपनी किताब 'Why We Sleep' में लिखते हैं वेगस नर्व के लिए अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है.

अगर आप भी अपने वेगस नर्व की सेहत दुरुस्त रखना चाहते हैं और स्ट्रेस पर कंट्रोल पाना चाहते हैं तो नीचे दिए कुछ टिप्स आपके जरूर काम आ सकते हैं. 

 गहरी लंबी सांस लें

जब हम ध्यान लगाकर आहिस्ता-आहिस्ता लंबी गहरी सांस लेते हैं तो दिल की धड़कन भी रिलैक्स होती है. ब्लड प्रेशर नॉर्मल होता है. इससे आपकी मसल रिलैक्स होती हैं. फिर वेगस नर्व आपके दिमाग को ये सिग्नल देती है की आप पूरी तरह सुरक्षित हैं, उसे कोई तनाव लेने की जरूरत नहीं है. 

सामान्य तौर पर हम एक मिनट में 10 से 14 बार सांस लेते और छोड़ते हैं. आपको एक मिनट में 6 बार सांस लेने और छोड़ने पर काम करना होगा. ऐसा करते हुए आप पाएंगे कि तनाव धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है. आप सांस लेते वक्त कुछ समय के लिए सांस को अंदर रोककर भी रख सकते हैं. जब भी कभी आप तनाव महसूस करें आप इस टेक्निक को फॉलो कर सकते हैं.

ओमकार नाद है बड़े काम की चीज

रिसर्च के मुताबिक गाना गाने, गुनगुनाने, या फिर ओमकार नाद या फिर गलाला करने से भी वेगस नर्व को दुरुस्त रखा जा सकता है. दरअसल वेगस नर्व हमारे वोकल कॉर्ड और गले में मौजूद मसल से जुड़ी हुई होती है. इसलिए गले से जुड़ा कोई भी एक्सरसाइज करने से वेगस नर्व को भी मजबूती मिलती. 

प्रोबायोटिक्स भी हैं कारगर

कुछ प्रोबायोटिक्स पेट के लिए काफी सेहतमंद होती हैं. पेट अच्छा होगा तो दिमाग के पास हेल्दी सिग्नल पहुंचेगा. प्रोबायोटिक की वजह से पेट में फायदेमंद बैक्टीरिया भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं, जो अंततः आपके दिमाग की सेहत को दुरुस्त रखते हैं. हालांकि कोई भी प्रोबायोटिक लेने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें. 

exercise

एक्सरसाइज 

अगर आप मेंटल हेल्थ के संबंध में किसी भी मेडिकल एक्सपर्ट से बात करेंगे तो वो आपको एक्सरसाइज करने के लिए जरूर कहेंगे. एक्सरसाइज न सिर्फ दिमाग की ग्रोथ हार्मोन का लेवल बढ़ाता है बल्कि वेगस नर्व को भी दुरुस्त रखता है. सप्ताह में चार दिन वेट लिफ्टिंग या फिर दो दिन हल्की रनिंग या फिर हर दिन तीस से चालीस मिनट की फास्ट वॉक भी वेगस नर्व के लिए फायदेमंद है. अगर आपकी खेल में दिलचस्पी है तो आप कोई एक खेल चुन सकते हैं. इससे भी वेगस नर्व को ट्रैक पर रखा जा सकता है. हालांकि कोई भी प्रैक्टिस जरूरत से ज्यादा नहीं करें, औसत ही रखें. वरना इससे आपको लेने के देने पड़ सकते हैं. 

सुदर्शन क्रिया और योगा 

कुछ आसान से योगासन और मेडिटेशन के साथ में सुदर्शन क्रिया शरीर के लिए बहुत ही कारगर मानी जाती है. सुदर्शन क्रिया सांस लेने की एक अलग टेक्निक है, जो वेगस नर्व की सेहत को बिल्कुल चंगा कर देती है. शरीर से हानिकारक चीजों को भी बाहर निकालती है. एक रिसर्च में दावा किया गया है कि सुदर्शन क्रिया के दौरान एक धुन में सांस लेने से पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD), पैनिक अटैक, स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसे सिम्पटम से आराम मिलता है.

मेडिटेशन 

शांत और तनावमुक्त महसूस करने के लिए सबसे इंस्टैंट तकनीक है मेडिटेशन यानी ध्यान. आजकल ऑनलाइन ऐसे कई ऐप मौजूद हैं जो बिना अधिक परेशान हुए आपको ध्यान की अवस्था में पहुंचा देंगे. वेगस नर्व की ताकत को मजबूत करने के लिए मेडिटेशन सबसे कारगर टूल है. 

ठंडा पानी भी है मैजिकल 

रिसर्च बताते हैं कि ठंड के दौरान कॉलिनर्जिक न्यूरॉन रिलीज होते हैं, जो वेगस नर्व से होकर गुजरते हैं. ठंडे पानी से नहाकर या फिर चेहरा ठंडे पानी में डूबोने भर से आप तनावमुक्त महसूस कर सकते हैं. अगर अधिक देर तक ठंडा पानी नहीं झेल सकते तो आप एक और चीज कर सकते हैं. गर्म पानी से नहाने के बाद आखिरी एक मिनट या 30 सेकंड आप ठंडे पानी में नहा सकते हैं. यह भी उतना ही कारगर होगा.

मसाज भी है जरूरी

नियमित रूप से मसाज लेने से भी वेगस नर्व पर पॉजिटिव असर पड़ता है. पैरों की, चेहरे की मसाज तो काम आती ही है. साथ में पीठ पर कुछ पॉइंट्स पर अगर सही से मसाज किया जाए तो उससे भी वेगस नर्व बिल्कुल दुरुस्त हो जाती है.

हंसो तो खुल के हंसो

जी, हां! हंसना हमेशा से सेहत के लिए सबसे फायदेमंद दवा रहा है. इसलिए खुद को ऐसे लोगों से घेरे रखें जिनके साथ रहकर आपका समय हंसते खेलते बीते. ऐसे लोगों से दूर रहें जो अपनी निगेटिव एनर्जी से आपको निगेटिव महसूस कराते हों. इसके अलावा आप ऐसे शो या पॉडकास्ट की लिस्ट भी बना सकते हैं जो आपको गुदगुदाते हों, जिन्हें सुनकर या देखकर आपको खुश महसूस होता है. अपने तनाव को झटके में दूर करने का ये सबसे शानदार तरीका है. 

(Translated By- Upasana)