प्रौद्योगिकी की तेज़ प्रगति से प्रभावित हो सकता है आईटी-आईटीईएस पेशेवरों का कैरियर!
स्वचालन जैसी तेज प्रौद्योगिकी प्रगति और डिजिटल प्रौद्योगिकी से आने वाले दिनों में पेशेवरों का कैरियर प्रभावित होगा और इसका आने वाले दिनों में रोजगार सुरक्षा पर उल्लेखनीय असर होगा।
सिंपलीलर्न की स्टेट आफ इंडिया टेक्नोलाजी स्किल्स रपट के मुताबिक सर्वेक्षण में शामिल 9,200 से अधिक मध्यम स्तर के आईटी-आईटीईएस पेशेवरों में से 60 प्रतिशत का मानना है कि प्रौद्योगिकी की तेज़ प्रगति से 2017-18 तक उनका कैरियर प्रभावित हो सकता है।
विश्व आर्थिक मंच, 2016 ने भी कहा था कि चौथी औद्योगिक क्रांतिक प्रगति पर है और इस घटनाक्रम से अगले 5-10 साल में करोड़ों से अधिक रोज़गार प्रभावित होने की संभवना है।
रपट के मुताबिक करीब 62 प्रतिशत का मानना है कि स्वचालन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल प्रौद्योगिकी से रोज़गार की संभावनाओं पर प्रभाव पड़ेगा जबकि 48 प्रतिशत का माना है कि वैश्वीकरण तथा बदलते उपभोक्ता रूझानों के कारण इसपर असर होगा।
इस सर्वेक्षण में बेंगलुर, मुंबई, नयी दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे और कोलकाता की पहली और दूसरे दर्जे की कंपनियों में काम करने वाले पेशवरों को शामिल किया गया है। (पीटीआई)